आज से दस साल पहले तक उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार के बारे में सोचना भी बहुत मुश्किल था, इसी बात का बहाना बनाकर राजनीतिक पार्टियां विकास के काम से पल्ले झाड़कर अपना अपना उल्लू सीधा करती रही हैं! एक बार तो ऐसा भी हुआ की एक दूसरे की जानी दुश्मन मानी जाने वाली सपा और बसपा ने एक दुसरे के साथ गलबहियां गलबहियाँ डाली थी, इस समय बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी! सपा और बसपा एक दूसरे पर कीचड़ उछाल कर बार बार बच जाते थे!
खैर काफी सालों के बाद उत्तर प्रदेश की जनता को यह बात समझ आई और बहुत दिनों के बाद 2007 में यहाँ की जनता ने एक बहुत बड़ा जनादेश बहुजन समाजवादी पार्टी को दिया ! मायावती जी देश के सबसे बड़े प्रदेश की एक शक्तिशाली मुख्यमंत्री बनी! लोगो को उम्मीद थी की अब शायद सूबे का विकास होगा! कम से कम दलितों को तो यही उम्मीद थी की अब उनके अछे दिन आएगें, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ! पांच साल बीत गए लेकिन न तो दलितों का ही विकास हुआ और न ही सूबे का ! मायावती ने अपना पूरा समय अपनी और हाथियो की विशालकाय मुर्तिओ को बनवाने में बर्बाद कर दिया ! जनता त्राहि त्राहि कर रही थी और साहब लोग उन पर हंस रहे थे ! पूर्ण बहुमत की सरकार थी इसलिए झेलने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था ! जनता ने बेसब्री से अगले चुनाव ( 2012 विधान सभा) तक का इन्तजार किया और इस बार मायावती को उनकी औकात दिखाते हुए अर्श से फर्श पर पटक दिया !
2012 के विधान सभा के चुनाव में सूबे की जनता ने नेता तो बदला ही, साथ ही साथ फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई ! अखिलेश यादव जो की मुलायम सिंह यादव के बेटे है, को उत्तर प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री का पद सौंपा! इस बार जनता को ज्यादा उम्मीद इसलिए भी थी क्योंकि अखिलेश यादव एक युवा और बहुत ही पढे लिखे नेता थे ! लेकिन इस सरकार में विकास तो बहुत दूर की बात थी , कानून व्यवस्था भी बिलकुल लचर हो गई! अपहरण , मारपीट , लूट , हत्या और बलात्कार जैसे अपराधो ने लोगो का जीना हराम कर दिया! प्रदेश की अर्थव्यस्था चरमरा गई थी, सरकार और प्रशाशन के लोगो ने जनता को लूटना शुरू कर दिया ! इस बार भी जनता के पास खून का घूँट पीने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था ! भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं , अगले विधान सभा चुनाव का समय आया और जनता ने अखिलेश यादव सरकार को करारा जवाब दिया!
2012 से 2014 तक देश की राजनीति में एक बहुत बड़ा बदलाव आया, देश को मोदी के रूप में एक कर्मठ एवं ईमानदार प्रधानसेवक मिला ! देश के लोगो के विस्वास को एक बार फिर से बल मिला और देश तरक्की की राह में आगे बढने लगा ! 2014 में केंद्र में मोदी की सरकार बनवाने में भी उत्तर प्रदेश के लोगो का अहम योगदान था!
अब बारी आई 2017 विधान सभा चुनाव की और इसमें सूबे की जनता ने वो कर दिखाया जो पहले कभी नहीं हुआ था! जाती और धर्म से ऊपर उठकर सूबे की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व वाली बीजेपी को, 403 में से 325 सीट में विजय दिलाई , यह नंबर पूर्ण बहुमत से बहुत आगे है और विपक्ष बिलकुल ही पैदल हो गया है अब!
इतने बड़े नंबर से जिताने के बाद अब देखना यह है की उत्तर प्रदेश का कितना विकास यह नई बीजेपी सरकार कर पाती है ! लोगो की उम्मीदे बहुत ज्यादा हैं और समय बहुत ही कम! 2019 लोक सभा चुनाव में अगर बीजेपी को फिर से सरकार बनानी है तो उत्तर प्रदेश का विकास बहुत ही तेज गति से करना होगा और जो वादे किये हैं उन्हें भी पूरा करना होगा!!!


























