TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज

    सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज

    सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जेनेरिक दवाओं के माध्यम से काफी पैसे बचाए जा सकते हैं, पर क्या ये सुरक्षित हैं?

Rashmi Tripathi द्वारा Rashmi Tripathi
23 April 2017
in मत
जेनेरिक दवाओं के माध्यम से काफी पैसे बचाए जा सकते हैं, पर क्या ये सुरक्षित हैं?
Share on FacebookShare on X

उत्तरप्रदेश के चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरुवार को जनपथ सचिवालय के सभागार में संयुक्त सचिव, केमिकल एवं फ़र्टिलाइज़र मंत्रालय, भारत सरकार के साथ आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में यह जानकारी दी, कि उत्तर प्रदेश के सभी जनपद में जनता को “स्तरीय एवम् सस्ती” दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए “प्रधामंत्री जन औषधि परियोजना” के अंतर्गत “जन औषधि केंद्र” खोले जाएंगे। इन औषधि केंद्रों में सभी जेनेरिक दवाईयां उपलब्ध रहेगी।

इसकी जानकारी देते हुए सिद्धार्थ नाथ सिंह सिंह ने कल ट्वीट करते हुए लिखा – “आखरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी मिलेगी सस्ती औषधियाँ ”

संबंधितपोस्ट

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

आरिफ ने 4 साल की मासूम से वैन में किया रेप, प्राइवेट पार्ट में हुए जख्म; अन्य बच्चियों के साथ भी दरिंदगी का शक

‘इस्लाम में महिलाओं की इज्जत नहीं’: स्वालेहीन और नूरफातिमा ने हिंदू प्रेमियों से मंदिर में रचाई शादी, की घर वापसी

और लोड करें

सिद्धार्थ नाथ सिंह के अनुसार इन केंद्रों पर गरीबों को जहाँ अच्छी और सस्ती दवाइयां मिल सकेंगी वही इन केंद्रों से व्यापक स्तर पर बेरोज़गार फार्मासिस्टों को रोज़गार भी मिल सकेगा। इस परियोजना में लगभग 600 जेनेरिक दवाएं तथा 155 सर्जिकल आइटम्स शामिल हैं।सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि इन केंद्रों पर मिलने वाली जेनेरिक दवाओं का मूल्य ब्रांडेड दवाओं से काफ़ी काम होगा जिससे ग़रीबो को बहुत फ़ायदा होगा।

सरकारी चिकित्सालयों के अलावा बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर भी औषधि केंद्र खोलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जायेगा। यहाँ तक कि इन प्रधामंत्री जन औषधि केंद्रों को खोलने के लिए 2.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी दी जाएगी, जो कि अपने आप में एक सराहनीय प्रयास है।

इसके साथ ही सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यह भी बताया कि ह्रदय रोगों के लिए कार्डिक स्ट्रेंथ मरीज़ों को वर्तमान में लगभग 55000 से लेकर 1.45 लाख रूपये में दवाइयां मिल रही हैं जो कि इन केंद्रों में 7000 से 25000 रुपये में ही मिल जाएंगी। अब आप ख़ुद ही अनुमान लगा सकते हैं कि यह केंद्र खुलने से आम जनता जो की महंगाई और ग़रीबी के चलते इतनी महँगी दवाएं ख़रीदने में असमर्थ है उसे कितना फ़ायदा होगा।

प्रश्न ये है कि आख़िर जेनेरिक दवाएं इतनी सस्ती कैसे होती हैं?

क्या जेनेरिक दवाओं के सेवन से उतना ही फ़ायदा होता है जितनी अन्य ब्रांडेड दवाओं से?

आजतक जेनेरिक दवाएं बाज़ार में क्यों नहीं बिक रही थी?

विस्तार से समझते हैं –

“जेनेरिक दवा”  वह दवा है जो बिना किसी पेटेंट के बनायी और वितरित की जाती है। जेनेरिक दवाओं के फार्मूलेशन पर पेटेंट हो सकता है किन्तु उसके एक्टिव इंग्रीडिएंट (घटक) पर पेटेंट नहीं होता। किसी भी बीमारी या रोग के लिए तमाम शोध के बाद उसके इलाज़ के लिए एक केमिकल कम्पोजीशन तैयार किया जाता है,जिससे वह रोग ठीक हो सके।

यही केमिकल कम्पोजीशन अलग अलग कंपनियां अलग अलग नाम से बेचती हैं । जेनेरिक दवाइयों का नाम उस औषधि में उपस्थित एक्टिव इंग्रीडिएंट (घटक ) के नाम के आधार पर, एक विशेषज्ञ समिति द्वारा निर्धारित किया जाता है। पूरी दुनिया में किसी दवा का जेनेरिक नाम एक ही होता है। जेनेरिक दवाइयां गुणवत्ता में किसी भी तरह ब्रांडेड दवाइयों से कम नहीं होती है। उनका असर और डोज़ और साइड इफ़ेक्ट भी ब्रांडेड दवाइयों जितना ही होता है।

जेनेरिक दवाएं उत्पादक से सीधे रिटेलर तक पहुचती हैं और इनके प्रचार प्रसार पर भी कंपनियों को कुछ खर्च नहीं करना पड़ता। एक ही कंपनी की पेटेंट और जेनेरिक दवा के मूल्य में काफी अंतर होता है। जेनेरिक दवाओं का मूल्य सरकार निर्धारित करती है और पेटेंट दवाओं के मूल्य कंपनी खुद निर्धारित करती है। इसलिए जेनेरिक दवाएं काफी सस्ती होती हैं।

दवा कंपनियां अपनी ब्रांडेड दवाओं से ख़ास मुनाफा पाती हैं और इसलिए अपने मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स के जरिये डॉक्टरों को अपनी ही ब्रांडेड दवा लिखने के लिए अच्छे ऑफर देती हैं। आपने कई बार यह देखा होगा की कई बार डॉक्टर जो दवा लिख के देता है वह उसके आस पास के मेडिकल स्टोर्स में ही पायी जाती है। जबकि आपको मालूम होना चाहिए की डॉक्टर आपको जो दवा लिख के दे रहा है , ठीक उसी दवा के साल्ट वाली जेनेरिक दवा आपको उससे कई सस्ते दामों में मिल सकती है। लेकिन जागरूकता की कमी के कारण ऐसा नहीं हो पाता है।

उदाहरण के तौर पर एक ब्रांडेड दवा के 14 गोलियों का एक पत्ता 786 रूपए का है ,तो उसकी एक गोली करीब 55 रुपये की पड़ी। इसी साल्ट की जेनेरिक दवा की 10 गोलियों का पत्ता सिर्फ 59 रूपए में ही उपलब्ध है। जिसका मतलब की एक गोली लगभग 6 रूपए की पड़ी। खास बात है कि किडनी, यूरिन, बर्न, हार्ट संबंधी रोग, न्यूरोलॉजी, डायबिटीज़ जैसी बिमारियों में जेनेरिक दवाओं और ब्रांडेड दवाओं में काफ़ी भारी मात्रा में अंतर पाया जाता है।

अपने निजी स्वार्थ के लिए डॉक्टर जेनेरिक दवा का नाम लिख कर नहीं देते हैं और यदि आप किसी मेडिकल स्टोर पर जाकर जेनेरिक दवा का नाम बता भी दे तो वो उपलब्धता की कमी बता के आपको चलता कर देते हैं।

जिन बीमारियों का महीने भर का लाखों में खर्च देख कर गरीब आदमी अपना घर बार, खेत, जमीन जायदाद बेच देता है, वही बीमारियां अगर कम कीमत पर ठीक होने लगे तो सोचिये जनता का कितना भला हो जायेगा। जरुरत है सिर्फ जागरूक होने की, जिससे कि कम से कम सरकार द्वारा इन जन औषधि केंद्रों का सही उपयोग हो सके और प्रदेश और देश के लोग स्वस्थ हो सके।

Tags: उत्तर प्रदेशजेनेरिक दवाईसिद्धार्थ नाथ सिंह
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मिलिए तुर्की के निर्वाचित तानाशाह एर्डोगन से, इनकी ताक़त पूरे देश से ज्यादा है

अगली पोस्ट

असली किसानो के ज़ख्मो पर नमक छिड़कती नकली किसानो की घटिया नौटंकी

संबंधित पोस्ट

सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज
क्राइम

सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज

11 September 2025

साल 1999 की ठंडी शाम। सीवान की गलियों में दीपावली के बाद की चहल-पहल धीरे-धीरे थम रही थी। चंचल अपने दोनों भाइयों—गिरीश और सतीश—के साथ...

सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य
चर्चित

सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

10 September 2025

नौ सितंबर, 2025 को भारत के उपराष्ट्रपति चुनाव ने देश की राजनीति में एक निर्णायक क्षण बनाया। महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को NDA...

पंजाब की बाढ़ : किसकी गलती, किसकी सजा?
कृषि

पंजाब की बाढ़ : किसकी गलती, किसकी सजा?

10 September 2025

पंजाब फिर डूबा हुआ है। खेतों में धान की लहराती फसलें अब पानी की सतह पर तैर रही हैं, गांवों की गलियां गाद से भर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

00:05:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited