TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आदर्श आचार संहिता के बीच पप्पू यादव ने बांटे नोट, क्या कार्रवाई करेगा चुनाव आयोग

    आदर्श आचार संहिता के बीच पप्पू यादव ने बांटे नोट, क्या कार्रवाई करेगा चुनाव आयोग?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी की दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी, ये राजद की हताशा नहीं तो और क्या है?

    तेजस्वी की दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी, ये राजद की हताशा नहीं तो और क्या है?

    बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन की दीवारों में दरार: कांग्रेस-राजद विधायकों के इस्तीफे से भाजपा को मिला बल

    बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन में दरार: कांग्रेस-राजद विधायकों के इस्तीफे से भाजपा को मिला बलt

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    बगराम पर बनता नया समीकरण: अमेरिका के खिलाफ भारत की कूटनीतिक हुंकार

    मोदी सरकार ने बगराम पर अमेरिका-पाकिस्तान दोनों को चित करने की पूरी प्लानिंग कर ली है , लेकिन कैसे?

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    ट्रंप नहीं, मचाडो को नोबेल: लोकतंत्र की जीत की कहानी

    ट्रम्प देखते रहे, वेनेज़ुएला की मचाडो ने जीता नोबेल शांति पुरस्कार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    बगराम पर बनता नया समीकरण: अमेरिका के खिलाफ भारत की कूटनीतिक हुंकार

    मोदी सरकार ने बगराम पर अमेरिका-पाकिस्तान दोनों को चित करने की पूरी प्लानिंग कर ली है , लेकिन कैसे?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आदर्श आचार संहिता के बीच पप्पू यादव ने बांटे नोट, क्या कार्रवाई करेगा चुनाव आयोग

    आदर्श आचार संहिता के बीच पप्पू यादव ने बांटे नोट, क्या कार्रवाई करेगा चुनाव आयोग?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी की दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी, ये राजद की हताशा नहीं तो और क्या है?

    तेजस्वी की दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी, ये राजद की हताशा नहीं तो और क्या है?

    बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन की दीवारों में दरार: कांग्रेस-राजद विधायकों के इस्तीफे से भाजपा को मिला बल

    बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन में दरार: कांग्रेस-राजद विधायकों के इस्तीफे से भाजपा को मिला बलt

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन बना रहेगा भारत: वर्ल्ड बैंक ने GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर किया 6.5%

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    बगराम पर बनता नया समीकरण: अमेरिका के खिलाफ भारत की कूटनीतिक हुंकार

    मोदी सरकार ने बगराम पर अमेरिका-पाकिस्तान दोनों को चित करने की पूरी प्लानिंग कर ली है , लेकिन कैसे?

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    ट्रंप नहीं, मचाडो को नोबेल: लोकतंत्र की जीत की कहानी

    ट्रम्प देखते रहे, वेनेज़ुएला की मचाडो ने जीता नोबेल शांति पुरस्कार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    बगराम पर बनता नया समीकरण: अमेरिका के खिलाफ भारत की कूटनीतिक हुंकार

    मोदी सरकार ने बगराम पर अमेरिका-पाकिस्तान दोनों को चित करने की पूरी प्लानिंग कर ली है , लेकिन कैसे?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    मोहन भागवत ने बताया भारत का अगला लक्ष्य, अब PoK को कब तक रोक पाएंगे मुल्ला मुनीर?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

हिन्दू विरोधी अभियानों के लिए वामपंथी या सेक्युलर लोग ज़िम्मेदार नहीं है, बल्कि ये लोग हैं

Shashank Bhandari द्वारा Shashank Bhandari
4 July 2017
in मत
हिन्दू विरोधी अभियानों के लिए वामपंथी या सेक्युलर लोग ज़िम्मेदार नहीं है, बल्कि ये लोग हैं
Share on FacebookShare on X

देखिये, मैं पहले ही ये बताना चाहता हूँ की भीड़ की हिंसा को सही तो नहीं ठहरा सकते, अगर एक बेकसूर आदमी की जान चली जाए तो। पर एक तरफ तो अपना लोकतन्त्र बहुमत को देश की दशा और दिशा बनाने की स्वतन्त्रता देने की बात करता है, और वहीं इसी बहुमत से कानून की मर्यादाएँ न लांघने की नसीहतें भी देता है। मेरे विवाद की नींव साफ और स्पष्ट है, लोकतन्त्र में बहुमत और अल्पसंख्यकों के बीच के अंतर को दिखाना। न कम, न ज़्यादा।

समस्या है बहुमत द्वारा अल्पसंख्यक के पहचान की सालों पुरानी प्रणाली में। पर उससे बड़ी समस्या है की भीड़ द्वारा हिंसा की घटनाओं का चयनात्मक विलाप, विशेषकर जब बहुमत दोषी हो और पीड़ित अल्पसंख्यक। एक हिंसा विरोध के काबिल है और एक हिंसा जितनी जल्दी दबा दो उतना अच्छा।

संबंधितपोस्ट

मीडिया में प्रचलित ‘हिजाब विवाद’ की आड़ में झारखंड के एक नाबालिग की लिंचिंग को अनदेखा किया गया

अमित शाह v/s ‘लिंचिंग गैंग’: लिबरलों का एजेंडा अब उड़ान भरने से पहले होगा क्रैश

अवैध बूचड़खानों के बंद होने से यूपी में नहीं हुई मोब लिंचिंग की घटनाएं: योगी

और लोड करें

मेरा आपसे प्रश्न सिर्फ इतना है की कौन ये निर्णय लेता है की क्या चीज़ कैसे होनी चाहिए? और किसने इन लोकतन्त्र के स्वघोषित ठेकेदारों को अधिकार दिया है की वो अपनी सहूलियत के हिसाब से अपनी हिंसा की घटना चुनकर उसपर विधवा विलाप करेंगे? और इनकी नौटंकियाँ बिना कोई बदलाव लाये गुमनामी में क्यों धूमिल हो जाती है?

इसका जवाब ही इसकी विडम्बना – हम, जो हिन्दू हैं

इन हिंसक घटनाओं के खिलाफ न ही हम हिन्दू निष्क्रिय हैं, बल्कि हम बराबर से इस विषैली विचारधारा का मुकाबला करने के लिए एक जिम्मेदार बुद्धिजीवी दल न बनाने के भी दोषी हैं। ये इसलिए है क्योंकि हम मेहनत नहीं करना चाहते, जिस वजह से हम किसी भी हिंसक घटना से मुंह मोड लेते हैं। हम हिंदुओं के लिए हिंसा तो हिंसा है, चाहे वो हमारे खिलाफ हो या मुसलमानों के। हम इस पर राजनीति नहीं करते। इससे आप विमुख भी हो सकते हैं,पर अगर इसके विरुद्ध बोलना है, तो आपको यह बताना होगा की इस प्रकार की हिंसा के खिलाफ कुछ न बोलना ही ऐसे हिंसा को बढ़ावा देता है।हिंदुओं भीड़ हिंसा

हाल ही में इन ठेकेदारों ने एक लिंच मैप ऑफ इंडिया प्रकाशित किया। पर इसमें एक भी ऐसी घटना को चित्रित नहीं किया है, जहां भीड़ ने एक हिन्दू की हत्या की हो। मतलब हिंदुओं की जान बड़ी सस्ती है, नहीं? मज़े की बात, इस लिंच मैप में सारी घटनाएँ 2015 के बाद ही हुई हैं। इससे पहले, अगर हम इस पवित्र, निर्विवाद मीडिया की माने, तो कभी उन्मादी हिंसा हुयी ही नहीं थी। सब भाई भाई थे, हैं?

ये है इनकी हिंदुओं के विरुद्ध फूहड़ता का असर। वैसे भी, इसकी पूरी कवरेज करने के लिए मीडिया तो है ही, वो भी पूरे तड़के और मसाले के साथ । अगर हम हिन्दू ऐसी किसी भी हिंसा का विरोध न करे, तो गलती हमारी भी है। तो असली समस्या आती ऐसी ओछी राजनीति के विरुद्ध एक सशक्त बुद्धिजीवी समूह बनाने की।

आप दुनिया में ही देख लें। यूएन सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यों में दो से तीन देश हैं, जो इस्लामिक आतंकवाद को जानते है और उसे समझते भी हैं। पर उसे परिभाषित करने की कोई प्रक्रिया नहीं है। काम करने का ढंग यह है की इसके विरुद्ध एक अभियान चलेगा, चर्चा होगी, और फिर कुछ दिनों बाद सब कुछ ठंडे बस्ते में घुस जाएगा। नतीजा, नील बट्टे सन्नाटा! आतंकवाद का कोई रंग नहीं, कोई मजहब नहीं, जबकि सच तो सब जानते है, बस बोलने में ही पसीने छूटते हैं। एक धर्मनिरपेक्ष इंसान होने के नाम पर आपने स्वतंत्र विचारों का मानो गला ही दबा दिया हो। इसपर तो आपको तारीफ करनी होगी की कैसे ये चील्पकौव्वा आतंकवादियों से आतंकवादियों पर उंगली उठाने वालों पर ध्यान केन्द्रित करते हैं। ये होता है नीतिगत ब्रांड प्रबंधन का एक बढ़िया उदाहरण।

जब इसे चलाने वाले वो लोग, जिनकी वजह से दुनिया में तमाम मुसीबतें आती है, तो मुझे तो कोई कारण नहीं लगता की क्यों हम लोग एक ऐसा समूह न बनाए। मेरा विचार किसी हिन्दू द्वारा किए गए गलती को छुपाने का नहीं है, बल्कि हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए ये समूह बनाना चाहिए। इसीलिए यह अवश्यंभावी है की हम समझे ऐसा पहले क्यों नहीं किया गया।

हिन्दू, ऐतिहासिक और राजनैतिक रूप से हमेशा लोगों का था, श्रेणियों का नहीं। हाँ ठीक है की समुदाय में कुछ श्रेणी हैं, जिनमें जाति भारी पड़ जाती है, पर हमारे पंथ ने कभी भी किसी को भी बुद्धिजीवी बनने से नहीं रोका। और ये तो इतिहास में भी दर्ज़ हैं, की जो कोई भी अंग्रेज़ी बोलने और समझने लायक बना है, वो हमेशा सेक्युलर बुद्धिजीवियों की जमघट में जा घुसा हैं। उनही की तरह बोलना, उन्ही की तरह अजीब आदतें पालना, और उन्ही की तरह दोगलापन दिखाना। आज़ादी के बाद से पढे लिखे कुलीन हिंदुओं की कायरता पहले भी थी, और अब इस परंपरा ने तो अपनी जड़ें और मजबूत की हैं।

इसीलिए ये कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी की नकली बुद्धिजीवी माफिया को साधी चुनौती साठ साल के काँग्रेसी कुशासन की ही उपज है, और इस तरह के लीचड़ न सिर्फ मीडिया में, बल्कि साहित्य में, विश्वविद्यालयों में, चर्चों में, यहाँ तक की कला में भी अपनी पैठ बनाए रखें हैं। ये ऐसे संगठित है की जहां इनके धंधे को नुकसान पहुंचा नहीं, आ गए अपनी विचारधारा लेके सड़क पे। अब तो प्रोपगैंडा इस बात को लेकर है की कैसे हिंदुओं के हर एक कृत्य को सांप्रदायिकता और फासीवाद से जोड़े। तो सवाल ये बनता है, की हिन्दू इस विचारधारा से लड़े तो लड़े कैसे?

हिंदुओं को अब एक सेफ़्टी वाल्व नज़रिया रखना पड़ेगा, जिसे कोई राजनैतिक पार्टी नहीं हथिया सकती, इनका मूल सिद्धान्त अपने धर्म और उसके आदर्शों की मृत्युपर्यन्त रक्षा करना होगा। शब्दों और कला से अपने दुश्मनों का संहार करना होगा। इन्हे देश के हर उस क्षेत्र में डालना होगा, जहां अभी विषैले प्रवृत्ति के लोग भरे पड़े हैं, और तबीयत से इनकी सफाई करनी पड़ेगी। इसके अलावा इस ओछी राजनीति से निपटने का कोई चारा नहीं है। सालों तक पीड़ित होने के बावजूद हिन्दू ही सबसे पहले अपने आप को दोषी ठहराएंगे। नहीं समझे? एक हाथी को किसी जगह अगर ज़ंजीर से बांधा जाता है, तो वो ज़ंजीर ऐसी है, की उसे छुड़ाकर हाथी निकल सकता है, पर ऐसा क्यों नहीं होता? क्योंकि हाथी को उस ज़ंजीर की ग़ुलामी की आदत पड़ चुकी है। हमें ऐसी ही इस आदत को हटाना पड़ेगा।

पश्चिम बंगाल, केरल के बारे में कोई नहीं बोलता। ये भी बोलने में कथित बुद्धिजीवियों को साँप सूंघ जाता है की कैसे एक कश्मीरी सिर्फ इसलिए मारा गया, क्योंकि उसका उपनाम ‘पंडित’ था, जबकि वो एक मुसलमान था? दिक्कत यह है की तथ्य और आंकड़े हमारे पक्ष में हैं तो अवश्य, पर इनकी पैरवी करने के लिए कोई नहीं।

अब यहाँ हिंदुओं के लिए दो ही रास्ते बचते हैं। या तो जो हो रहा है, होने दो, बर्दाश्त करते जाओ, जैसे की पहले से करते आ रहें हैं। या फिर ज़िम्मेदारी उठाओ, इसे बदलने की। चतुराई से अब अपने बुद्धिजीवियों को उन्ही क्षेत्रों में डालें, जहां पर ऐसी ओछी राजनीति करने वाले कंजर व्याप्त हैं। जैसे को तैसा मिले। अगर हिंदुओं ने ठीक उसी तरह विरोध किया होता, जैसे ये बुद्धिजीवी करते हैं, खासकर उस मौके पर जब पश्चिम बंगाल और केरल में हिंसा हुई थी, तो शायद इनका आडंबर दो दिन भी न टिकता।

अंत में, हिंदुओं को लुटयेंस दिल्ली वालों की तरह एक लॉबी का निर्माण करना चाहिए, जहां पर पशमीना शौल और बोर्द्युक्स 24 की गिलासों सहित कश्मीरी पंडितों के निष्कासन पर चर्चा करनी चाहिए। हमें भी जेएनयू जैसे विश्वविद्यालय बनाने चाहिए, जहां पर हम प्लाकार्ड बना के चिल्लाएँ ‘उमस ने हिंदुओं को नहीं मारा बंगाल और केरल में, वामपंथियों ने मारा’ । हमें भी डॉक्युमेंट्री बनाकर ये बताएं की कैसे मूलनिवासी कश्मीरी अब अपने ही घर में नहीं रहते। हमें दुनिया को दिखाना चाहिए की कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ भेदभाव किया जाता है। हमें दुनिया को यह भी दिखाना चाहिए की कैसे नेपाल अब हिन्दू राष्ट्र क्यों नहीं है।

और कोई उपाय नहीं है हिंदुओं को बहुसंख्यक होने के लिए मारे जाने से रोकने के लिए, भीड़ वाली हिंसा की बात तो भूल ही जाइए!

Tags: भीड़ वाली हिंसालिचिंगहन्दू
शेयर1ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

1400 साल से ये शर्मनाक खेल बदस्तूर जारी है

अगली पोस्ट

चीन ने सोंचा की मामूली भारतीय सरकार है, डरा के काम चल जाएगा, पर मोदी जो कर रहे हैं वो हैरतंगेज़ है

संबंधित पोस्ट

आदर्श आचार संहिता के बीच पप्पू यादव ने बांटे नोट, क्या कार्रवाई करेगा चुनाव आयोग
चर्चित

आदर्श आचार संहिता के बीच पप्पू यादव ने बांटे नोट, क्या कार्रवाई करेगा चुनाव आयोग?

10 October 2025

बिहार की सियासत हमेशा से देश में सबसे अधिक जीवंत और विवादास्पद रही है। यहां राजनीति केवल सत्ता का खेल नहीं, बल्कि अस्तित्व की जंग...

तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?
अर्थव्यवस्था

तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

9 October 2025

बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव का हर परिवार को सरकारी नौकरी देने वाला वादा पूरे चुनावी विमर्श के केंद्र में आ गया है। मंच...

तेजस्वी की दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी, ये राजद की हताशा नहीं तो और क्या है?
चर्चित

तेजस्वी की दो सीटों से चुनाव लड़ने की तैयारी, ये राजद की हताशा नहीं तो और क्या है?

9 October 2025

बिहार की राजनीति एक बार फिर निर्णायक मोड़ पर खड़ी है। राजद नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव की दो विधानसभा सीटों...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Noakhali Hindu Genocide & The Betrayal By Indian National Congress

Noakhali Hindu Genocide & The Betrayal By Indian National Congress

00:06:46

Why the Army’s Discipline Must Stand Above Religion — Explained

00:05:58

How the F-47’s Adaptive Engine Could Redefine Air Combat and What India Must Do Next

00:07:10

Why India’s Dhvani Missile Is a Bad News for Pakistan and China?

00:05:16

Why Are Kashmir’s So-Called Leaders Silent on Pakistan’s Brutality in PoK?

00:06:23
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited