TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ये क्या? आम आदमी पार्टी ने बिना लड़े ही मोदी जी के सामने घुटने टेक दिए

Nitesh Kumar Harne द्वारा Nitesh Kumar Harne
22 September 2017
in मत
मोदी सिसोदिया
Share on FacebookShare on X

नोटबंदी और GST जैसी ‘कड़क चाय’ के बावजूद और जन-धन, उज्ज्वला, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढाओ जैसी योजनाओ के साथ जिस कदर मोदी-शाह का विजय रथ चुनाव दर चुनाव आगे बढ़ता जा रहा है लगता नहीं है इसे आसानी से रोका जा सकता है आने वाले चुनावों में। पंचायत से लेकर पालिका तक मोदी शाह की गुगली ने सभी को बोल्ड कर दिया है। आने वाला समय विपक्ष के लिए और भी मुश्किल होने की पूरी उम्मीद है। ऊपर से मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना और राहुल गाँधी-केजरीवाल जैसे नेताओं के बलबूते विपक्ष के लिए 2019 टेढ़ी खीर साबित होगी।

इस समय में विपक्ष के लिए सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न है की उसे मोदी के समकक्ष एक नेता खड़ा करना होगा जो मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। विपक्ष के बड़े नेता भी येह मानने लगे है की विपक्ष को 2019 की बजाये 2024 की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। विपक्ष के पास फिलहाल मोदी के छवि का कोई नेता मौजूद नहीं है। ऐसे में विपक्ष के अन्दर से ही तमाम आवाजें उठने लगी है। विपक्ष के पास समय बहोत कम बचा हुआ है ऐसे में एक बार फिर विपक्ष राहुल गाँधी पर दांव खेल सकता है शायद यही कार हो की विपक्ष से मोदी के बढ़ते कद और अमित शाह के विजय रथ को न रोक पाने का दुःख झलकने लगा है।

संबंधितपोस्ट

सिसोदिया को पंजाब, गोपाल को गुजरात लेकिन राघव चड्ढा के हाथ खाली! क्या केजरीवाल ने कर दिया साइडलाइन?

सीएम मान से मिलने पहुंचे रवनीत बिट्टू: चंडीगढ़ पुलिस और केंद्रीय राज्य मंत्री की सुरक्षा टीम के बीच हाथापाई का वीडियो वायरल

केजरीवाल के ‘शीशमहल’ को किया जाएगा ध्वस्त ! BJP की शिकायत के बाद एक्शन मोड में CVC, विस्तृत जांच के आदेश

और लोड करें

अभी लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू भी नहीं हुई है, विपक्ष हार मान बैठा है। कुछ ऐसा ही वाकया सामने आया है जब एक साक्षात्कार में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने स्वीकार किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी के बदले कोई दूसरा नेता नहीं है देश के पास।

विपक्ष में मोदी का मुकाबला करने के लिए कोई नेता नहीं है क्योंकि देश के पास ईमानदार और मजबूत विपक्ष है ही नहीं। बहुत से मायनों में यह बात सच भी है अनायास ही कभी कभी विपक्षी नेताओं के मुंह से सच्चाई निकल जाती है।

यह पहली बार नहीं है जब किसी विपक्षी बड़े नेता ने यह बात कही हो इसके पहले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मार्च में उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनाव नतीजे के बाद कहा था की यह लहर नहीं सुनामी है अब भाजपा को हराना मुश्किल है इसलिए अब विपक्ष को 2019 को भूलकर 2024 की तयारी में लग जाना चाहिए। आज 6 माह बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है विपक्ष अब भी एक नेता की तलाश में है। हालाँकि कांग्रेस ने अब भी राहुल गाँधी पर दांव लगाया हालाँकि राहुल गाँधी के विपक्ष के नेता के रूप में भाजपा को नुक्सान कम फायदा ज्यादा है।

विपक्ष का गणित तो है, लेकिन मजबूत नेता नहीं है :

मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि देश में फिलहाल विश्वसनीय विपक्ष नहीं है, यह हो भी नहीं सकता। क्योंकि एक मजबूत विपक्ष गणित के आधार पर तो दिख सकता है, लेकिन राजनीति गणित के आधार पर चलती नहीं। सिसोदिया की यह बात कई मायनो में सही भी है जहाँ एक और कांग्रेस जैसे बड़े दल के साथ राजद, राष्ट्रवादी, ममता, केजरीवाल, मायावती और तमाम बड़े छोटे पार्टियाँ एक बड़ा महागठबंधन बनाये हुए 2019 की आस लगाये बैठा है वही दूसरी और भाजपा की अपनी विचारधारा वाली शिवसेना भी उससे मुंह मोड़ लिया है तो कहीं न कहीं भाजपा मोदी-शाह के भरोसे एकला चलो की नीति अपनाये हुए चल रही है। हाँ जनता जरुर साथ दे रही है।

अब ऐसे में गणित के हिसाब देखा जाये तो विपक्ष का महागठबंधन एक बहुत ही शक्तिशाली गठबंधन नजर आता है क्यूंकि ये देश के अनेक राज्यों के बड़े क्षेत्रीय दलों को अपने साथ लिए चल रहा है जो देश की राजनीती कभी बदलने का माद्दा रखते है बावजूद इसके विपक्ष के पास मोदी के समक्ष खड़ा करने के लिए एक भी कद्दावर नेता नहीं दिखाई देता। आज प्रधानमंत्री मोदी की जो छवि है एक भरोसेमंद, निष्ठावान, मेहनती, निस्वार्थ, प्रधानमंत्री की जिसने देश में एक नया आयाम स्थापित किया है की अब देश जब भी प्रधान मंत्री की बात करेगा तो उसकी तुलना मोदी के कद से की जाएगी। दूसरी तरफ सोचने वाली बात ये है की एक मजबूत विपक्ष की परिकल्पना तो की जा सकती है। लेकिन जहां पांच महत्वपूर्ण नेता विभिन्न विचारों को लेकर एक साथ बैठें, उन सभी की अपनी महत्वाकांक्षा है। सभी को  को पीएम या सीएम बनना है। ऐसे में गणिती तौर पर मजबूत दिखनेवाला विपक्ष अन्दर से खोखला जरुर है।

सिसोदिया ने आगे कहा भ्रष्टाचार मुक्त देश, विकसित भारत का कॉन्सेप्ट एक मजबूत विपक्ष बना सकता है। लेकिन इसके लिए काम करेगा कौन? कौन इसको आधार बनाकर चुनाव लड़ेगा? विपक्ष के पास वो दूरदर्शिता भी नही है न ईमानदार छवि जिसपे जनत भरोसा कर सके। विपक्ष को शिक्षा और स्वास्थ्य की बदहाली पर जोरदार आवाज उठानी चाहिए। उसे चुनावी मुद्दा बनाना चाहिए।

आखिर क्या कारण है की विपक्ष से बदलाव की आवाजें उठने लगी है। कुछ कारण इस प्रकार है : 

विपक्ष ने पहले अमित शाह की रणनीति समझने में बड़ी भूल की और अब नोटबंदी और GST जैसे अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने वाली योजनाओ को मुद्दा बनाना विपक्ष को भारी पड़ा है। नोटबंदी के बाद जितने चुनाव हुए चाहे पालिका से लेकर पंचायत तक भाजपा प्रचंड बहुमत से जितने में सफल रहीं। पहले ओड़िसा, फिर महाराष्ट्र-मुंबई नगरपालिका (१० में से ८ महानगरपालिका) अपने नाम कर ली और फिर सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण राज्य उत्तरप्रदेश में तिन चौथाई बहुमत प्राप्त कर ये तो साफ हो गया की नोटबंदी को समझने में विपक्ष चुक कर गया और अब विपक्ष को भी आगे बहुत फूंक-फूंक कर कदम रखने होगे।

राहुल गाँधी पर से उठने लगा कार्यकर्ताओं का भरोसा :

 राहुल गाँधी की परफॉरमेंस का अंदाजा तो अबतक सब को होही गया होगा, उनकी एक के बाद एक असफलता को देखते हुए अब नेता तो नेता कार्यकर्ताओं का भी सब्र टूटने लगा है। जबसे राहुल गाँधी सक्रीय राजनीती का हिस्सा बने है उसके बाद तमाम छोटे बड़े चुनाव उनके नेतृत्व में लडे गए, लेकिन आजतक सभी चुनावों में राहुल गाँधी को असफलता ही हाथ लगी। राहुल गाँधी की नाकामयाबी का पैमाना इसी बात से समझ आता है की जहाँ उन्होंने प्रचार किया कई जगह पर तो वह सीट कांग्रेस को गवानी पड़ी और कई जगह वोट शेयर पहले से कम हुआ है। मतलब यह की राहुल गाँधी के आने से सीट बढ़ने की बजाये कम होती चली गयी। हाल ही में उत्तर प्रदेश में भाजपा को तीन-चौथाई बहुमत मिला है वही कांग्रेस चारो खाने चित्त होगई। कई जगह देखा गया है की चुनावी उम्मीदवार अपने क्षेत्र में राहुल गाँधी के प्रचार करने से परहेज करते दिखाई दिए।

उनके राजनीती में आने के बाद एक दमदार छवि पेश की गयी थी और एक युवा नेता होने के नाते इस देश के नौजवानों को राहुल गाँधी से बहुत उम्मीदें थी, लेकिन एक के बाद एक नाकामयाबी, उनकी न समझ आनेवाली भाषण शैली, उनपर बनाये गए जोक्स आदि सोशल मीडिया पर इस कदर हावी हो गये की सोशल मीडिया के उदय के कुछ ही वर्षो में राहुल गाँधी की छवी एक युवा जोशीले नेता से ‘पप्पू’ की बनकर रह गयी। राहुल गाँधी के किस्से, कहानियां तो अब जनता भी समझ गयी की राहुल जिस ‘एस्केप वेलोसिटी ऑफ़ जुपिटर’ से सोचते है ये राजनीती अब उनके बस की नहीं, हालाँकि ये अलग बात है कांग्रेस्सियों को ये बात समझने में आधा दशक और लग जायेगा और जो समझ गए है वो कांग्रेस छोड़ चुके है।

केजरीवाल सरकार के भ्रष्ट्रचारों से जनता में रोष: 

दुसरे सबसे बड़े विरोधी के रूप में नितीश कुमार का नाम था जिनकी भ्रष्ट्राचार विरोधी की साफ़ छवि रही है लेकिन उनके NDA के पाले में जाने के बाद विपक्ष इस कदर कमजोर हुआ है की एक कद्दावर नेता की दरकार बाकि है। एक और जो नाम प्रमुखता से लिया जाता है केजरीवाल के रूप में लेकिन केजरीवाल, मोदी का मुकाबला करने में सक्षम नही है क्यूंकि केजरीवाल द्वारा दिल्ली की जनता को दिया गया धोका और भ्रष्ट्रचारी विरोधी छवि से भ्रष्ट्राचार में लिप्त होने तक का उनका सफ़र उन्हें प्रधानमंत्री उमीदवार बनने नही देगा।

हाल ही में शुंगलू कमिटी ने अपने रिपोर्ट में केजरीवाल सरकार के तमाम अनियमित्ताओ की परत खोल के रख दी थी। कमेटी ने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक घोटाला, डीटीसी बसों में जमा टिकिटों का घोटाला, गत वर्ष 400 करोड़ का वाटर टैंकर घोटाला, लाभ के पद का मामला हो जिस तरह से मनमानी ढंग से केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार के घोटाले सामने आरहे है लगता नही केजरीवाल मोदी का मुकाबला कर पायेगे और विपक्ष उनपर दांव लगा सकता हो। इसीलिए विपक्ष के खेमे से 2019 के आम चुनाव के लिए एक कद्दावर नेता की दरकार होना लाजमी है और अगर विपक्ष एक साफ छवि का मजबूत नेता खड़ा नहीं कर पाया तो 2019 के चुनाव से हाथ धोना पड़ सकता है।

Tags: अरविन्द केजरीवालनरेन्द्र मोदीमनीष सिसोदिया
शेयर333ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ट्रॉल का नाम तो सुना होगा? आइये आपको एक ऐसे ट्रोल से मिलाते हैं जो परदे के पीछे के हकीकत बतायेगा

अगली पोस्ट

हिंदी को उसकी महत्ता वापस दिलाने का, इलाहाबाद उच्च न्यायालय का फैसला अद्भुत है

संबंधित पोस्ट

Veer Savarkar Congress And Indira Gandhi
चर्चित

इंदिरा गांधी ने किया था सम्मान लेकिन वीर सावरकर से क्यों चिढ़ती है कांग्रेस?

28 May 2025

विनायक दामोदर सावरकर जिन्हें 'स्वातंत्र्यवीर' के रूप में जाना जाता है। वो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनकी भूमिका और विचारधारा आज...

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है
मत

ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

14 May 2025

भारत-पाकिस्तान के बीच सैनिक संघर्ष रुकने पर हम देश की प्रतिक्रिया देखें तो बड़ा वर्ग, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मोदी सरकार और भाजपा के समर्थक...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited