TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ऐसे फूटा ममता बनर्जी का सेक्यूलर बम उन्हीं के मुंह पर, भाजपा को बिना मांगे सब कुछ मिल गया

Saswat Routroy द्वारा Saswat Routroy
28 September 2017
in मत
ममता बनर्जी, भाजपा, दुर्गा पूजा, मूर्ति विसर्जन, बंगाल, कोलकाता हाई कोर्ट, नवरात्रि
Share on FacebookShare on X

हमने स्कूल के दिनों में एक मुहावरा सीखा था “एक बुरा बढ़ई अपने औजारों पर ही दोष मढ़ता है।” मुहावरे का अर्थ एकदम सरल है कि एक अक्षम व्यक्ति अपनी गलती को स्वीकारने के बजाय बाहरी कारकों, साधनों और प्रतिक्रियाओं को अपनी अक्षमता का दोष देता है। भारतीय राजनीति में भी एक ऐसी शख्स है जो इस मुहावरे पर बिल्कुल फिट बैठती है। एक ऐसी शख्स जिसका रवैया बिल्कुल उस व्यक्ति की बड़ी बहन की तरह है जिसके हिसाब से हर कोई उसके खिलाफ षड़यंत्र कर रहा हो। हाँ आप उस राजनीतिक शख्स का अनुमान लगाने में सहीं हैं, लेकिन यदि आप अभी भी उलझन में हैं तो मैं आपको बताता हूँ, वो कोई और नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी है।

ममता बनर्जी उन नेताओं की पहली पंक्ति में शामिल हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए फ़ासीवादी, तानाशाह जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। अपने पुरुष समकक्ष की तरह वो हर मामले के लिए मोदी और आरएसएस को दोष देने के लिए तैयार रहती हैं, चाहे वो राज्य के गवर्नर द्वारा की गयी कोई आलोचना हो या मोहर्रम के दौरान दुर्गा विसर्जन रूकवाने के लिए कोर्ट से मिली फटकार हो। उनके खिलाफ कुछ भी हो, उन्हें हर चीज के पीछे भाजपा और मोदी ही दिखते हैं।

संबंधितपोस्ट

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

हिन्दू होना अब अपराध है? जलपाईगुड़ी में भाजपा सांसद पर हमला और ममता का मुस्लिम तुष्टिकरण

और लोड करें

एक महिला जो मोदी को तानाशाह कहती है वह खुद दुर्गा प्रतिमा विसर्जन पर अस्थायी प्रतिबन्ध लगाकर एक महिला तुगलक की तरह बर्ताव कर रही है। यही का उन्होंने 2015 और 2016 में भी किया था। हालांकि जब तीन हाऊसिंग सोसाइटी के कुछ लोगो ने 2016 में इस आदेश के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई थी जिसमें न्यायधीश दीपशंकर दत्त ने इस प्रतिबंध से छूट दिलवाया और विजयादशमी के दिन भी रात्रि 8:30 बजे तक मूर्तियां विसर्जित करने की अनुमति दी। ममता बनर्जी द्वारा लगाए गए इस प्रतिबंध का कारण था, अगले दिन मोहर्रम होना। इस वर्ष भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने 1 अक्टूबर को मुहर्रम के कारण ऐसा ही प्रतिबंध लगाया था। हालांकि इस बार भी तीन हाउसिंग सोसाइटी ने जनहित याचिका दायर की और माननीय कोलकाता हाई कोर्ट ने फिर से इसमें कड़ी कार्यवाही किया। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद राज्य सरकार ने 30 सितम्बर सायं 6 बजे तक होने वाले विसर्जन को बढ़ाकर 10 बजे तक किया। तत्पश्चात कार्यकारी मुख्य न्यायधीश राकेश तिवारी और न्यायमूर्ति हरीश टंडन के कोलकाता हाइकोर्ट के बेंच ने सरकार के निर्देश को रद्द कर दिया और मूर्ति विसर्जन के समय को बढ़ाकर 1 अक्टूबर (मुहर्रम वाले दिन) 12 बजे तक कर दिया। हाई कोर्ट ने तुष्टिकरण की राजनीति पर सरकार को कड़ा फटकार भी लगाया। कोर्ट ने कहा ” आप बिना किसी आधार के अपनी शक्तियों का उग्र प्रयोग कर रहें हैं, आप मात्र एक राज्य सरकार हैं तो क्या आप स्वैच्छिक आदेश पारित कर सकते हैं?” हाइकोर्ट ने सरकार को मूर्ति विसर्जन में रोक लगाकर अपनी अक्षमता को ढंकने की बात भी कही। हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस की तुलना करते हुए कहा कि क्यों राज्य पुलिस एक समय में दोनों समुदायों के धार्मिक जलसों की व्यवस्था नहीं कर सकती।

हाईकोर्ट के फैसले से गुस्से में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सबसे पहले यह कहा कि – “हम सभी तरीकों से सावधानी बरतेंगे लेकिन कोई हिंसा हो जाए तो मुझे जिम्मेदार नहीं ठहराया जाएगा। मैं हिंसा के लिए जिम्मेदार नहीं होउंगी, मैं केवल शांति के लिए जिम्मेदार हूँ।” इसके बाद आगे उन्होंने कहा “जब लोग बंगाल की संस्कृति को समझ नहीं पाते हैं तो मैं समझ नहीं पा रही कि वो बंगाल पर ज्ञान क्यों देते हैं। केंद्र से लोग प्रतिशोध को तुले हुए हैं। क्या उन्हें शांति से रहते हुए लोग बेचैन करते हैं ? चिंगारी में आग लगाना आसान है उसे डुबाकर रखना मुश्किल।” ममता बनर्जी ने खुले आम हाइकोर्ट की निंदा करते हुए यह कहा कि “कोई मेरे गले को तो छू सकता है, लेकिन मुझे क्या करना है यह नहीं बता सकता।”

कल्पना कीजिए कि एक राज्य की मुख्यमंत्री कहती है कि हिंसा टूट जायेगी तो वो जिम्मेदारी नहीं लेगी। कल्पना कीजिए एक ऐसी मुख्यमंत्री जो अपने तुष्टिकरण के राजनीति के नतीजे का दोष अपने प्रतिद्वंद्वी पार्टी पर लगा रही है। दुर्गा मूर्ति विसर्जन को लेकर अफ़वाह फ़ैलाने का भी आरोप बीजेपी पर लगाया है। हिन्दू त्यौहारों में राजनीति करने को लेकर वह केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहीं हैं वो भी तब जब खुद हर साल तुगलकी फरमान जारी करती हैं।

वहीं दूसरी ओर भाजपा और संघ ने ममता बनर्जी के मनमाने फैसले के खिलाफ हाइकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। राज्य के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने हाइकोर्ट की इसके लिए प्रशंसा की है। राज्य भाजपा अध्यक्ष ने कहा – “बंगाल के हिंदुओं को दुर्गा पूजा के लिए न्यायपालिका पर निर्भर होना चाहिए। हमें यह गंभीर संदेह है कि यह ममता बनर्जी की सरकार पुरे बंगाल की है या मात्र एक समुदाय की जो राज्य में 27 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखता है। दक्षिण बंगाल के आरएसएस के महासचिव जिंशु बसु ने कहा – “यह वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य के लोगो को न्यायपालिका के द्वार पर दुर्गा पूजा मनाने के लिए दस्तक देना पड़ रहा है। हिंदुओं को अब तृणमूल कांग्रेस में कोई विश्वास नहीं है। सत्तारूढ़ दल केवल एक समुदाय के तुष्टिकरण में लिए हिंदुओं को अपने मूल अधिकारों को वंचित कर रहा है।”

सरकार का उद्देश्य सांप्रदायिक नफरत और शत्रुता के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का दुरुपयोग करना था जिसे हाईकोर्ट ने बड़ी ही समझदारी से नाकाम कर दिया। हाईकोर्ट का निर्देश और उसका अंतिम परिणाम भाजपा के पक्ष में आया जो मुद्दा पहले दिन से ही मुख्य रुप से सक्रिय था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ हाईकोर्ट की यह कार्यवाही ने भाजपा के रूप को मजबूत किया है और इस फैसले को भाजपा के बड़े नैतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है।

वर्तमान में एक लाख शिया मुस्लिम पश्चिम बंगाल में रहते हैं। यह स्थिति से भी स्पष्ट है कि ताजिया जुलूस के लिए अनुमति के लिए केवल दो मुस्लिम संगठनों ने अपील की थी। एक लक्ष्य मुस्लिमों को खुश करने के लिए ममता बनर्जी ने हिंदू समुदाय को परेशान किया जिनकी पश्चिम बंगाल में कुल आबादी 70% से अधिक है।

इस मुद्दे ने भाजपा को एक नई जीवनरेखा दी है, इनकी मुख्य शक्ति हिंदुत्व है। ममता बनर्जी को पता था कि हाईकोर्ट पिछली बार की तुलना में अधिक बड़े रुख के साथ इस निर्देश को खत्म कर सकता है, जो वास्तव में हुआ भी।

दरअसल ममता बनर्जी का मकसद एक संदेश देना था कि देखो यहां तक कि मुझे पता था कि मेरे आदेश को हाईकोर्ट द्वारा थप्पड़ भी मारा जा सकता है फिर भी मैंने तुम्हें बचाने की कोशिश की, और देखिए 30% मतदाता खुश। अहंकार से लड़ रहे ममता बनर्जी के यह कदम वास्तव में हिंदुओं को महसूस कराते हुए भाजपा को बढ़ावा दे रहे हैं कि राज्य सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है। 70% आबादी को नाराज करके 100000 अंकों को खुश करने के लिए यह कभी भी अच्छा आंकड़ा नहीं था।

भाजपा ने अभी हाल ही में अपनी लोकप्रियता में वृद्धि देखी है, इसके लिए ममता बनर्जी की तुष्टिकरण वाली राजनीति को धन्यवाद कहना होगा। हाल ही के नागरिक चुनावों और उप चुनावों में भाजपा एक बड़ी प्रतिद्वंदी पार्टी के रूप में उभरी है और प्राथमिक विपक्षी दल के रूप में अपनी पहचान बनाई है। इससे पहले भाजपा RSS शिविर के रामनवमी उत्सव में भारी सफलता मिली थी जब लोग बड़ी संख्या में रैलियों में एकत्र हुए थे। यह पश्चिम बंगाल के इतिहास में एक अनजान था जहां रामनवमी कभी एक बड़ा त्यौहार बन ही नही सका। विश्व हिंदू परिषद ने इस वर्ष मुहर्रम पर शस्त्र पूजन करने का भी फैसला किया है और इस घोषणा को हिंदू समुदाय से कई सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है।

लेख को  समाप्त करने से पहले मैं ममता बनर्जी के नए गेम प्लान के बारे में बताता हूं जो दिखाता है कि यह महिला कितनी चतुर है।  हालांकि हाईकोर्ट में मुहर्रम सहित सभी दिनों में मूर्ति विसर्जन की अनुमति दी थी लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने चालाकी का इस्तेमाल यहां पर भी किया है। पहले यह कहा गया कि राज्य सरकार उच्चतम न्यायालय के पास हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करेगी लेकिन राज्य सरकार ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता और वकील कपिल सिब्बल से परामर्श किया और सर्वोच्च न्यायालय से संपर्क न करने का फैसला किया। इसके बजाय ममता बनर्जी ने अपनी तानाशाही को पूरा करने के लिए एक नया कार्ड खेला। हाई कोर्ट ने कहा था यदि विसर्जन अनुमेय में नहीं पाया जाता है तो अन्य निर्देश प्रभावी नहीं होंगे। इसका अर्थ यह है कि मूर्ति विसर्जन स्वीकार्य है या नहीं है इसका फैसला राज्य सरकार कर सकती है। देसी पश्चिम बंगाल सरकार ने पूजा समिति के आयोजकों को अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के लिए पुलिस से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया है। सरकार पूजा समितियों को मूर्ति विसर्जन करने की अनुमति से इनकार के लिए कोई भी बहाना बना सकती है। जाहिर सी बात है ममता बनर्जी अभी भी जानती है कि हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों से कैसे खिलवाड़ करना है।

Tags: पश्चिम बंगालममता बनर्जीमुस्लिममुहर्रमविजयादशमी
शेयर883ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

अगली पोस्ट

संकेतों की माने तो वरुण गांधी भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने वाले हैं

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited