TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    Explainer : पाकिस्तान का आतंकी शासन और भारत का जवाब—पूर्वी बंगाल के दमन और बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    Explainer : पाकिस्तान का आतंकी शासन और भारत का जवाब—पूर्वी बंगाल के दमन और बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

हिमाचल में भाजपा जीतने वाली है इतनी सीटें

Kushagr Sharma द्वारा Kushagr Sharma
10 November 2017
in समीक्षा
हिमाचल भाजपा मोदी

Image: PTI

Share on FacebookShare on X

गुरुवार को हिमाचल प्रदेश में करीब 74 फीसद वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के अनुसार चुनाव बेहद शांति पूर्ण ढंग से पूरा हुआ। हालांकि यह आंकड़ा शाम पांच बजे तक है। प्रदेश में पहली बार सभी सीटों पर वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रोल (वीवीपैट) मशीनों का उपयोग किया गया। सुचारू मतदान के लिए प्रदेश भर में 7525 मतदान केंद्र बनाए गए थे। मतों की गिनती गुजरात विधानसभा चुनाव के साथ ही 18 दिसंबर को होगी।

नवीनतम जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, भाजपा के लिए पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में कम से कम ६० से ७० प्रतिशत सीटें जीतने की उम्मीद जताई जा रही है। चूंकि भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करने के साथ-साथ, अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पीके धूमल का नाम भी स्पष्ट कर दिया है, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हिमाचल प्रदेश के लोग भी अब मोदी लहर के मार्ग पर चलने के लिए तैयार हैं।

संबंधितपोस्ट

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

और लोड करें

यहां कुछ कारण दिए गए हैं कि क्यों मोदी के नाम की सूनामी सम्पूर्ण हिमाचल को सफलतापूर्वक अपनी लहरों में समेट लेगी, क्यों भाजपा को हिमाचल से एक बहुत बड़ी जीत दर्ज कराने की उम्मीद है, और क्यों हिमाचल में कांग्रेस पार्टी का विनाश हो जाएगा।

हिमाचल प्रदेश में जब भी सत्ता विरोधी लहर की बात आती है तो हमें इसका एक अनोखा इतिहास देखने को मिलता है। १९७१ में, जब हिमाचल प्रदेश, भारत का १८ वाँ राज्य बना, उसके बाद से ही इस राज्य में हमेशा से दो पार्टियाँ कांग्रेस और भाजपा ही देखने को मिली। १९८५ के बाद से हिमाचल प्रदेश में एक अनोखी प्रवृत्ति देखने को मिली, जिसके परिणामस्वरुप कोई भी सरकार लगातार चुनाव नहीं जीत पाई और १९७१ में, राज्य की स्थापना के बाद, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर राम लाल (८० के दशक में ), वर्तमान के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को छोड़कर लगातार दो बार मुख्यमंत्री के पद पर कार्यरत रहे। भले ही हिमाचल प्रदेश दो ही पार्टियाँ भाजपा या कांग्रेस सत्ता में हैं, इसके बावजूद भी इस राज्य में शासन-विरोधी भावनाएं निरन्तर विद्यमान रहती हैं। हिमाचल प्रदेश में किसी भी सरकार के लिए फिर से चुनाव जीतना, हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों को लांघने के समान दुर्गम है। इस परिप्रेक्ष्य से यह पता चलता है कि वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश के चुनावों में भाजपा सरकार को लगभग एक निश्चित विजेता मान लिया गया है, हालांकि, यह मामला अभी भी पूरी तरह से सुलझा नहीं है कि भाजपा इस चुनाव में कितनी सीटों से जीत रही है।

भाजपा की इस संभावित बड़ी जीत के कारण अगले कुछ कारण हैं:

८३ वर्षीय राजा वीरभद्र सिंह, हिमाचल प्रदेश के पांच बार मुख्यमंत्री बनने का कीर्तिमान अपने नाम कर चुके हैं। हालांकि, वीरभद्र सिंह ने २०१३ के चुनाव के दौरान आखिरी बार चुनाव लड़ने और चुनाव में मदद करने के लिए हिमाचल की जनता से अनुरोध किया था, लेकिन हिमाचल की जनता को यह यकीन है कि वीरभद्र सिंह निश्चित रूप से एक बार फिर चुनाव के मैदान में उतरेगें। वीरभद्र सिंह अपने बेटे विक्रमादित्य सिंह को अपनी यह विरासत देने के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि उनके पुत्र को अभी मुख्यमंत्री पद के कार्यभार को संभालने के लिए और अधिक समय लेने की जरूरत है। क्या लोग हिमाचल प्रदेश में उन्हें फिर से लाने के लिए इच्छुक हैं? जवाब है नहीं! वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश में बढते भ्रष्टाचार के आरोपों, कोटकाई बलात्कार और सामान्य शासन-विरोधी असंतोष भावनाओं से पहले ही इस राज्य वीरभद्र के विरुद्ध विरोधी भावनाएं पैदा हो गई हैं।

२०१४ के आम चुनावों से आधिकारिक तौर पर वीरभद्र विरोधी की भावनाओं की शुरूआत हुईं, जब राजा वीरभद्र सिंह की पत्नी महारानी प्रतिभा सिंह, पूर्व हिमाचल प्रदेश भाजपा सचिव राम स्वरूप शर्मा से मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में ४० हजार वोटों से हार गई। जबकि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के लिए इस सीट को हमेशा से एक “सुरक्षित सीट” माना जाता था और इसके लिए हिमाचल के लोगों को वीरभद्र सिहं के प्रति सम्मान और वफादारी की भावना रखने के लिए श्रेय दिया जाता है। हालांकि, मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (देश का दूसरा सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र) के लोगों ने यह संकेत दिया कि अब राजा वीरभद्र सिंह इस पद पर अधिक समय तक कार्यरत नहीं रह सकेगें और हिमाचल प्रदेश के लोगों ने अब अपने स्वयं के जनमत से राम स्वरूप शर्मा और नरेंद्र मोदी के पक्ष में जाने का फैसला लिया है।

सीबीआई ने राजा वीरभद्र सिंह और उसके परिवार के खिलाफ, आय के ज्ञात स्रोतों से ६.१ करोड़ रूपये से अधिक संपत्ति के मालिक होने के सम्बन्ध में एक मामला दर्ज किया। जिसने पूरे देश में राजा वीरभद्र सिंह की छवि को खराब करने का कार्य किया। वीरभद्र सिंह से सम्बन्धित मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है, जिसने वीरभद्र विरोधी आंदोलन को और बढ़ावा दिया है।

इसके साथ-साथ वीरभद्र के अपराधों की सूची में कोटकाई के उनके पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में हिंसा के एक जघन्य अपराध भी नाम शामिल है। इस मामले कि अनदेखी करने के लिए सरकार को सीधे सीधे ज़िम्मेदार माना गया। सरकार ने अपनी ओर से इस मामले को गलत दिशा प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास किया जैसे मुख्यमंत्री के फेसबुक पेज पर झूठी संदिग्धों की तस्वीरें पोस्ट किये गए और साथ ही साथ देर से प्रतिक्रिया दी गयी, जैसे पुलिस द्वारा संदिग्धों को पकड़ने में विफल रहने के बहुत बाद सीबीआई को इसकी जाँच सौंप दी गई और यहां तक ​​कि एक संदिग्ध ने पूलिस हिरासत में ही आत्महत्या कर ली)। कानून, सरकार के लिए मात्र एक तिनके के समान है, लेकिन यही कानून आम लोगों के लिए निश्चित रूप बहुत महत्व रखता है।

२०१४ से मोदी के लिए वोटिंग पैटर्न (मतदान स्वरुप)

जैसा कि पहले बताया गया है कि वीरभद्र की पत्नी महारानी प्रतिभा सिंह, मंडी निर्वाचन क्षेत्र में राम स्वरूप से चुनाव हार गई थी, जिसे हिमाचल राज्य में कांग्रेस के लिए एक “सुरक्षित सीट” माना जाता था। २०१४ के चुनाव के दौरान, भाजपा ने २-३ सीटें जीतने का अनुमान लगाया था, लेकिन भाजपा सभी ४ सीटों को अपने कब्ज़े में कर लिया। हिमाचल में पहली बार ऐसा हुआ कि जब हिमाचल के लोगों ने भाजपा के लिए इस जोश के साथ मतदान करने का फैसला किया, जिसके परिणामस्वरुप हिमाचल में कांग्रेस को मात्र एक सीट ही हासिल हुई। २०१४ के हिमाचल प्रदेश के चुनावों का परिणाम भाजपा के पक्ष में आना संभव था, क्योंकि कांग्रेस के कई परंपरागत मतदाताओं ने नरेंद्र मोदी का साथ देने के लिए, अपनी कांग्रेस पार्टी को खाई में जाने दिया

हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत नया भाजपा आंदोलन

हिमाचल प्रदेश के चुनावों में भाजपा अधिक से अधिक सीटे क्यों जीत रही है, इसका कारण भाजपा के भीतर हुए महत्वपूर्ण परिवर्तन हैं। अमित शाह के घोषणा करने के बाद अटकलों को विराम मिला और ये तय हुआ कि पूर्व मुख्यमंत्री  प्रेम कुमार धूमल ही हिमाचल प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री बनाएं जायेंगे, अब हिमाचल में भाजपा का भविष्य भी कुछ अलग होगा। इससे पहले भी कुछ मजबूत अफवाहों ने संकेत दिया था कि आरएसएस प्रचारक अजय जमवाल भाजपा के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। हालांकि पूरे हिमाचल राज्य में यह व्यापक रूप से जाना जाता है कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा में सत्ता तीन राज्य नेताओं के हाथों में है, जिसमें दो बार मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल, कांगड़ा के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी शामिल हैं। शान्ता कुमार सेवानिवृत्त हो चूके हैं, जिसके कारण वे इस पद का कार्यभार अब  नहीं संभाल सकते और अब केवल एक अन्य शक्तिशाली नेता जेपी नड्डा बचे, जिन्हें कमान नहीं सौंपी गयी। शक्ति संघर्ष से बचने के लिए, बीजेपी उच्च नेतृत्व ने अपनी बुद्धिमानी से पीके धूमल को यह पद दिया, जोकि एक प्रभावी नेता हैं और उन्होनें हिमाचल प्रदेश में भाजपा को बहुत सम्मान दिलाया हैं (जैसा कि नीचे लिस्ट में दिए लेख में विस्तार से बताया गया है)।

निष्कर्ष

भाजपा, राज्य को जो उम्मीदें दे रही है, वे बहुत अनूठे है और कांग्रेस की पेशकश से बिलकुल अलग है। राज्य के इतिहास का विश्लेषण करते हुए यह देखना बहुत आसान है कि भाजपा फिर से सत्ता में आएगी। हालांकि अगला प्रश्न यह है कि क्या भाजपा की एक बहुत बड़ी जीत होगी? जनमत सर्वेक्षणों और अन्य सर्वे द्वारा दिये गये आंकड़ो से तो यही लगता है कि हिमाचल के लोग प्रधान मंत्री मोदी के शब्दों आत्मसात करने में लग गए, जब उन्होंने कहा कि “कांग्रेस दीमक की तरह है, उन्हें मिटा दें”।

अंत में मैं यही कहना चाहूंगा कि यह एक तरफ़ा लड़ाई है। हिमाचल की स्थिति बहुत जल्द भगवा होने जा रही है। मैं ६८ सीट विधानसभा में से ५२-५५ सीट पर शर्त लगा सकता हूं।

References:

http://indiatoday.intoday.in/story/himachalpradesh-opinion-poll-2017-bjp-virbhadra-singh-congress/1/1074556.html

http://www.abplive.in/india-news/bjpset-to-sweep-himachalpradesh-may-get-39-45-seats-abp-news-opinion-poll-596836

https://tfipost.com/2017/09/gudiya-rape-murder-himachalpradesh-01/

https://tfipost.com/2017/10/ajay-jamwal-cm-himachalpradesh-01/

https://tfipost.com/2017/11/prem-kumar-dhumal-01/

http://www.amarujala.com/shimla/himachalelection-bjp-president-amit-shah-statement-over-dhumal-and-jairam-thakur

Tags: नरेन्द्र मोदीभाजपामोदी लहरवीरभद्र सिंहहिमाचल प्रदेशहिमाचल प्रदेश चुनाव २०१७
शेयर370ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पी4पी: जो कल तक थी हार्दिक पटेल की ताक़त, आज सबसे बड़ी कमजोरी है

अगली पोस्ट

जगन्नाथ मंदिर में इसलिए है गैर-हिन्दुओं के प्रवेश पर प्रतिबन्ध

संबंधित पोस्ट

भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत
आयुध

भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

21 October 2025

भारत जब दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर वायुसेना के रूप में उभरा, तो यह किसी एक वर्ष की उपलब्धि नहीं थी। यह उस राजनीतिक इच्छाशक्ति...

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया
इतिहास

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

21 October 2025

भारत के राजनीतिक इतिहास में कुछ तारीखें ऐसी होती हैं जो केवल संगठन की नहीं, बल्कि एक विचार की जन्मतिथि होती हैं। 21 अक्टूबर 1951...

बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता
चर्चित

बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

21 October 2025

बिहार की राजनीति हमेशा से नाटकीय रही है, लेकिन इस बार महागठबंधन ने जो तमाशा पेश किया है, उसने राजनीति को मज़ाक बना दिया है।...

और लोड करें

टिप्पणियाँ 1

  1. Baba Bakchod says:
    8 years पहले

    COrrect You facts , Virbhadra singh have become 6 times chief minister. He is going to be Chief minister 7th time.

    I am big fan of rightlog. I dont know how they allow person like you, who dont check facts.

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16

What Really Happened To the Sabarimala Temple Gold Under Left Government?

00:07:21

How Stalin is planning to divide the nation through a poisonous agenda?

00:06:44
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited