TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

रसगुल्ला कहाँ जन्मा? पश्चिम बंगाल है गलत जवाब

Saswat Routroy द्वारा Saswat Routroy
23 November 2017
in मत
रसगुल्ला-पश्चिम-बंगाल
Share on FacebookShare on X

रसगुल्ला – भारत की सबसे मधुर मिठाईयों में से एक, पड़ोसी राज्यों – ओडिशा और पश्चिम बंगाल- के बीच लंबे समय से संघर्ष का केंद्र रहा है। दोनों राज्य लगभग एक शताब्दी से रसगुल्ले पर हक का दावा कर रहे थे।

हाल ही में, पश्चिम बंगाल को रसगुल्ले के मूल उत्पत्ति स्थल होने का सौभाग्य मिला, इंटरनेट पर सक्रिय रहने वाले कई लोगों ने भी ओडिशा पर पश्चिम बंगाल की जीत का दावा किया। इंटरनेट पर इस खबर की सुर्खियाँ छा गयी – “मिठाई का बदला: पश्चिम बंगाल ने ओडिशा को हराया”।

बंगाल के प्रसिद्ध हलवाई श्री नबीन चन्द्र दास, संदेश (एक बंगाली मिठाई , जो सूखी और ठोस होती है) को थोड़ा हटकर बनाने की विधि तलाश कर रहे हैै, कुछ नर्म, रसीली मिठाई बनाने के लिए। नई मिठाई की उनकी खोज में, उन्होंने प्रयोगों को पूरा किया और अंततः १८६८ में, एक ऐसी मिठाई लेकर सामने आए जिसे हम आज रसगुल्ला के नाम से जानते हैं – सफेद, गोल और मीठे तथा चाशनी में डूबे हुए। नबीन चन्द्र दास ने रसगुल्ला को चीनी की चाशनी में छेना और सूजी के एक गोल मिश्रण को उबालते हुए बनाया। १९३० में, नबीन के पुत्र कृष्ण चंद्र दास ने मिठाई को लंबे समय तक उपयोग में लाने के लिए वैक्यूम पैकिंग की शुरुआत की। कुछ प्रतिष्ठित इतिहासकारों का कहना है कि पुर्तगालियों ने इसे दूध को फाड़कर बनाने का नुस्खा पेश किया था, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय उपमहाद्वीप में छेना लोकप्रिय हुआ था, इसलिए ऐसा संभव ही नहीं था कि यहां रसगुल्ला पहले से ही मौजूद हो।

संबंधितपोस्ट

दुर्गा पूजा पंडाल : ममता बनर्जी और हिंदू आस्था पर राजनीति

बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता दीदी को The Bengal Files से इतना डर क्यों लग रहा है?

पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

और लोड करें

हालांकि, अनकहा इतिहास कुछ अलग बयान करता है। पुरी, भगवान जगन्नाथ की भूमि विष्णु भगवान के चार धामों में से एक होने के साथ-साथ हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित तीर्थ स्थानों में से एक है। ११ वीं शताब्दी सीई में वापस चलते हैं, जगन्नाथ मंदिर के पुजारियों ने भगवान जगन्नाथ को प्रसाद के रूप में चढ़ाने के लिए एक विशेष मिठाई का आविष्कार किया। क्योंकि इस मिठाई को भगवान जगन्नाथ की बड़ी और गोल आंखों के सम्मान में श्रद्धा के रूप में पेश किया गया था, मिठाई पूरी तरह से सफेद रंग की थी और मिठाई का आकार वृत्त होने के बजाए बड़े अंडाकार रूप में था। शायद, यही कारण है कि इस मिठाई का आधुनिक संस्करण “बंगाल के रसगुल्ले” की तुलना में आकार में बड़ा है। चीनी की चाशनी में डूबी हुई इस मिठाई को ११ वीं शताब्दी सीई में खीर मोहन कही जाती थी।

जगन्नाथ मंदिर में माता लक्ष्मी को छोड़कर, भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा, हर साल रथयात्रा के दौरान गुंडिचा मंदिर में जाते हैं। जिससे माता देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती है। देवी लक्ष्मी, यात्रा से लौट कर आए अपने पति भगवान विष्णु के लिए, दरवाजा नहीं खोलती हैं। जब भाई मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते, तो बलभद्र और सुभद्रा कैसे जगन्नाथ को पीछे छोड़कर मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं? तीनों भाई बहन बाहर ही खड़े रहते हैं। भगवान जगन्नाथ माता लक्ष्मी का गुस्सा शांत करने के लिए खीर मोहन की पेशकश करते हैं। इस कारण से, देवी लक्ष्मी आखिरकार भगवान को बुलाने के लिए सहमत हो जाती हैं और भगवान जगन्नाथ को अंदर आने देती हैं। इस अनुष्ठान को निलाद्री बीजे के रूप में मनाया जाता है।Rasogolla west bengal रसगुल्ला-पश्चिम-बंगाल

११ वीं सदी के दौरान, मंदिर के पुजारी अपने व्यंजनों के नुस्खों को अच्छी तरह से संरक्षित रखते थे और आम लोग इन नुस्खों से अनजान थे। सदियों बाद, जगन्नाथ मंदिर के एक पुजारी के कारण ओडिशा में यह मिठाई सबसे प्रसिद्ध मिठाईयों में से एक बन गई।

पुरी की एक लोककथा हमें ‘पहला’ के प्राचीन गांव के बारे में बताती है, जिसमें भगवान कृष्ण के पवित्र गौवंश के साथ संबंध होने के कारण बड़ी संख्या में गाय थीं। भगवान के आशीर्वाद के कारण, बछड़ों को दूध पिलाने, खुद पीने तथा मिठाई और भोजन-व्यंजन बनाने के बावजूद भी गांव में दूध बच जाता। चूंकि बचा हुआ दूध खराब हो जाता था, इसलिए गांव के लोग उस दूध को फेंक देते थे। जब जगन्नाथ मंदिर के एक पुजारी ने दूध को बर्बाद होते देखा, तो उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ दूध को फाड़ने की गुप्त कला को साझा किया और उन्होंने उन्हें खीर मोहन बनाने की कला सिखाई। अब जब वे बचे हुए दूध का उपयोग छेना बनाने के लिए कर सकते हैं और वे एक उस दूध से मिठाई बना सकते हैं। यह पहला मौका था जब मिठाई का नुस्खा मंदिर के परिसर से बाहर आया और अब इस मिठाई को आम आदमी भी बना सकता था और उसका उपयोग मिठाई बेचने के रूप में उपयोग कर सकते थे। यह मिठाई ओडिशा की आम जनता के बीच में, रसगुल्ला (रोशोगोला नहीं) के रूप में प्रसिद्ध हो गई। चूंकि इस व्यावसायिक मिठाई का पहला निर्माण पहला गांव में हुआ था, तो इस मिठाई को अक्सर पहला रसगुल्ला के रूप में भी जाना जाता है। आज के दिनों में, रसगुल्ला के सबसे बड़े और सबसे प्रसिद्ध केंद्र ओडिशा के पहला और सालेपुर में हैं। सालेपुर बिक्रीपुर से बीकानेनंद कर ने ओडिशा में रसगुल्ला उद्योग में महत्त्वपूर्ण बदलाव किया।

चूंकि भारतीय इतिहासकार और शिक्षित जन इतिहास लोककथाओं पर भरोसा नहीं करते, इसलिए आइये हम कुछ अधिक दस्तावेज देखते हैं। प्रतापरूद्र देव  (१४९७ से १५४० ईस्वी) सूर्यवंशी वंश के अंतिम गजपति सम्राट थे, जिनको राजा कपिलेन्द्र देव राउत्रे के द्वारा स्थापित किया गया था। प्रतापरूद्र के शासनकाल के दौरान बलराम दास पांच कवियों में से एक थे जिन्हें पंचसखा के नाम से जाना जाता था जिसका अर्थ होता है पाँच मित्र। इन्होंने ओडिया रामायण की रचना की जिसको जगमोहन रामायण उर्फ दांडी रामायण के नाम से जाना जाता है। बलराम दास ने इस रामायण  में कई स्थानीय खाद्य पदार्थों और सांस्कृतिक प्रथाओं का उल्लेख किया है। इस रामायण में छेना उत्पाद का पर्याप्त वर्णन किया गया था। १८४८ में जन्में पंडित गोविंद रथ इस रामायण को संपादित और प्रकाशित करने वाले प्रथम विद्वान थे। दांडी रामायण के अयोध्या कांड में इस बात का वर्णन किया गया है कि जब श्रीराम को वनवास  से वापस लाने की चाहत में भरत और शत्रुध्न वापस लौटे तो ऋषि भारद्वाज ने उनके सामने कुछ व्यंजन और मिठाइयाँ परोसीं थी। इस व्यंजन में दूध छेना (दूध से बनाया गया पनीर), छेना पूड़ी, छेना लड्डू, रसगुल्ला और रसबाली शामिल थे।

बिजय चंद्र मजूमदार की पुस्तक “टिपिकल सेलेक्शन फ्रॉम ओडिया लेक्चर” नामक पुस्तक में दांडी रामायण के कई अंश हैं। इस पुस्तक की पेज संख्या ८४ पर शब्द “रसगुल्ला” का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है। इस पुस्तक को १९२१ में कलकत्ता विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित किया गया था।Rasogolla west bengal रसगुल्ला-पश्चिम-बंगाल

बत्तीस बरस की आयु में श्री बलराम दास ने रामायण की रचना की, और जब तक श्री चैतन्य ओडिशा पहुंचे तब तक बलराम जी काफी वृद्ध थे, ये श्री चैतन्य के उड़ीसा आने से लगभग पचास साल पहले की बात है, यानी इस तथ्य से इस बात का तो खंडन हो ही जाता है कि श्री चैतन्य रसगुल्ले की विधि उड़ीसा लेकर आये।

दंडी रामायण के अलावा, मंडला पंजी नामक मंदिर का इतिहास भी रसगुल्ला के बारे में ११ वीं शताब्दी में उल्लेख करता है। इतिहास स्पष्ट रूप से यह साबित करता है कि रसगुल्ला की उत्पत्ति उड़ीसा में हुई थी। सरल शब्दों में, बंगाल का रसगुल्ला अलग है जबकि ओडिया का रसगुल्ला मूल है- जैसे उडुपी डोसा पहले अस्तित्व में आया और बाद में डोसा दक्षिण भारत में प्रसिध्द हो गया। ओडिया को न रसगुल्ला की उत्पत्तिस्थल के रूप में मान्यता प्राप्त करने में दिलचस्पी थी, न ही किसी प्रकार के जीआई नाम-पत्र में। जून २०१५  में, मंत्री प्रदीप कुमार पाणिग्रही ने रसगुल्ला का मूल खोजने के लिए एक समिति का गठन किया। पश्चिम बंगाल सरकार ने तुरंत जवाब दिया और उन्होंने एक समिति और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग निदेशालय का गठन किया, पश्चिम बंगाल ने बंगाल के रसगुल्ले के जीआई के नाम-पत्र के लिए आवेदन किया था और असली रसगुल्ले नहीं। जीआई नाम-पत्र के विवरण में बंगाल  के रसगुल्लों को वस्तु के रूप में उल्लेख किया गया है। इसलिए, पश्चिम बंगाल ने रसगुल्ले के अपने संस्करण के जीआई के नाम-पत्र को जीता न कि ९००  वर्ष  पुरानी रसगुल्ला की विरासत की लड़ाई को। ओड़िशा ने बंगाल के रसगुल्ले के लिए आवेदन ही नहीं किया था, इसलिए इसकी हार का कोई सवाल ही नहीं है।Rasogolla west bengal रसगुल्ला-पश्चिम-बंगाल

ओडिशा की हार के बारे में गलत जानकारी शायद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किए ट्वीट के कारण फैली थी, जिन्होंने बांगलार रोशोगोला की जगह रोसोगोल्ला (यानी रसगुल्ला) का उल्लेख किया था।

Sweet news for us all. We are very happy and proud that #Bengal has been granted GI ( Geographical Indication) status for Rosogolla

— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 14, 2017

Sweet news for us all. We are very happy and proud that #Bengal has been granted GI ( Geographical Indication) status for Rosogolla

— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 14, 2017

ओडिशा के सीएमओ ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि राज्य ८०० वर्ष पुराने ओडिशा रसगुल्ला के लिए आवेदन करेगा।

Odisha Government is in process of obtaining GI tag for Odishara Rasagolla. It originated in #Odisha and is offered at Jagannath Temple as part of religious rituals by people of Odisha since centuries. pic.twitter.com/zk0tOAxj7c

— CMO Odisha (@CMO_Odisha) November 14, 2017

लगता है अभी युद्ध समाप्त नहीं हुआ हैi बल्कि और दिलचस्प हो गया है.

Tags: ओड़िशापश्चिम बंगालरसगुल्ला
शेयर215ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारतीय रेलवे इसरो के साथ मिलकर रोकेगी रेल हादसे

अगली पोस्ट

मोदी के खिलाफ घटिया बयानबाजी, गुजरात में कांग्रेस को पड़ेगी महँगी

संबंधित पोस्ट

भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित
चर्चित

भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

1 November 2025

भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में बिहार की राजनीति ने कई बार देश के सामने गंभीर सबक पेश किया है। 1990 के दशक में राज्य में...

खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस
चर्चित

खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

1 November 2025

भारतीय राजनीति का इतिहास केवल सत्ता की लड़ाई तक सीमित नहीं है। यह उस देश के सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों, उसकी चेतना और राष्ट्रनिर्माण के...

जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव
चर्चित

जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

1 November 2025

मुजफ्फरपुर की धूप तप रही थी, लेकिन मौसम से अधिक गर्मी उस मैदान में थी, जहां हजारों लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How Pakistan’s Navy Is Linked to the Global Meth Smuggling Network?

How Pakistan’s Navy Is Linked to the Global Meth Smuggling Network?

00:04:44

How Marya Shakil Whitewashed RJD’s Genocidal ‘Bhura Baal Saaf Karo’ Slogan?

00:07:12

Will India Finally Know The Truth About Netaji’s Death?

00:08:41

When Grief Met Greed: The Shocking Story of a Father & Bengaluru’s Bribe Chain

00:07:45

How ‘Grokipedia’ Seeks to Correct Perceived Ideological Biases in India-Related Wikipedia Articles”

00:08:17
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited