ऐसा विहंगम दृश्य ना ही पहले कभी देखा गया ना ही पहले कभी सुना गया। एक ऐसी भीड़ जिसने क्षेत्रीय राजनीति को समझने वाले राजनीतिक पंडितों की भी नींद हराम कर दी। इस कार्यक्रम ने इस बात को सिद्ध कर दिया कि आगे आने वाले समय में कोई भी राजनीतिक दल पूर्वांचल वासियों को नजरंदाज नहीं कर सकती है। बिना इनके समर्थन के सत्ता पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
इस कार्यक्रम का आयोजन कर भारतीय जनता पार्टी पूर्वांचल मोर्चा ने यह साबित कर दिया की पूर्वांचल वासी एक साथ है, एकजुट है, एकत्रित है और इस बड़ी संख्या ने इस बात को और मजबूती से सामने रखा है की पूर्वांचल मोर्चा के द्वारा पूर्वांचल वासियों को भाजपा से जोड़ने का अश्वमेध यज्ञ सफल हुआ।
भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्रीमान मनोज तिवारी जी के नेतृत्व में जो यह एक मैराथन प्रयास किया जा रहा था उसने अपनी रंग दिखाने शुरू कर दी है। भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व जिस उम्मीद, सोच और भरोसे के साथ उनको दिल्ली प्रदेश का अध्यक्ष बनाया था वह शत-प्रतिशत सफल होता हुआ दिख रहा है।
भारतीय जनता पार्टी पूर्वांचल मोर्चा के युवा, यशस्वी प्रदेश अध्यक्ष श्री मनीष सिंह जी के कंधों पर उन्होंने जो जिम्मेदारी दी थी उसको उन्होंने उम्मीद से बढ़कर बखूबी निभाया है। अगर आज के इस कार्यक्रम की बात करें तो कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने अपनी पूर्वांचल वासियों के बीच लोकप्रियता को पुनः साबित किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री मनीष सिंह जी ने साबित किया कि कार्य कितना भी कठिन क्यों ना हो, परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों ना हो परंतु हौसला, जज्बात, आत्मबल और कर्मठता के द्वारा मुश्किल से मुश्किल कार्य को भी किया जा सकता है। कार्यक्रम में जिस हिसाब से भीड़ जुटी उसकी परिकल्पना तो खुद आयोजकों ने भी नहीं की थी।
लेकिन यह पूर्वांचल वासियों का भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी और भाजपा पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष श्री मनीष सिंह के प्रति प्यार ही था जिन्होंने हर एक कल्पनाओं को झूठा साबित कर दिया। कार्यक्रम में सहभागिता का आलम यह था की झुग्गी झोपड़ी से भी आए हुए छोटे – छोटे बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पूर्वांचल के भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के सभी वरिष्ठ नेताओं ने इस में अपनी सहभागिता की। यथा केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री गिरिराज सिंह एवं अश्विनी चौबे, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, बिहार भाजपा के संगठन मंत्री श्री नागेंद्र जी, दिल्ली के संगठन मंत्री श्री सिद्धार्थन जी, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू जी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री अरुण सिंह जी एवं श्री अनिल जैन जी, राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी श्री संजय मयूख जी, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री संबित पात्रा जी एवं श्री शाहनवाज हुसैन जी, RSS के वरिष्ठ प्रचारक एवं भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री बालमुकुंद पांडे जी, पश्चिमी दिल्ली के सांसद श्री प्रवेश वर्मा जी आदि उपस्थित रहे।
आयोजकों के लिए इस कार्यक्रम में उमड़ी हुई 20,000 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने उत्साहित होने का बहुत बड़ा अवसर प्रदान किया। कार्यक्रम में भीड़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जितनी भी अंदर थी उसका 3 गुना बाहर सड़कों पर खड़ी दिख रही थी। शायद भीड़ का अंदाजा तो आयोजकों को भी था क्योंकि आयोजकों के द्वारा किया गया इंतजाम इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
बाहर ग्राउंड में लगाए गए LED स्क्रीन के साथ ही वहां सुरक्षा कर्मियों की तैनाती इस बात को साबित करता है। स्वागत में आए हुए महानुभावों के स्वागत में मिथिला पेंटिंग, मखाना, तुलसी का पौधा इत्यादि ने यह साबित कर दिया कि कार्यक्रम का आयोजन स्थल भले ही दिल्ली हो परंतु आयोजकों के दिल में पूर्वांचल की संस्कृति और उसका रीति-रिवाज ही बसता है। इस कार्यक्रम के जरिए आयोजकों ने पूर्वांचल की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर ले जाने का एक महति कार्य किया है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद भोजन में चूड़ा – दही, गुड़ एवं तिलकुट की व्यवस्था, साथ ही लिट्टी चोखा का आनंद दिल्ली जैसे क्षेत्र में पूर्वांचल वासियों को विरले ही देखने को मिलता है। इस कार्यक्रम ने ना सिर्फ उनको गदगद होने का मौका दिया बल्कि गर्व से उनका सीना चौड़ा कर दिया। पहली बार इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए दूर दूर सै आए हुए सभी पूर्वांचल वासियों तहे दिल से भारतीय जनता पार्टी पूर्वांचल मोर्चा का आभार व्यक्त करते दिखे।