मोदी सरकार के लगभग सभी मंत्रालय अमूमन लोगों के उम्मीदों पर खरे उतरे हैं है जबकि कुछ ऐसे भी मंत्रालय हैं जिनका प्रदर्शन उम्मीदों से कहीं उपर रहा है। धर्मेंद्र प्रधान जैसे कुछ मंत्री, जो पहले देश के लोगों के बीच चर्चित नहीं थे आज वो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों में से एक बनकर उभरे हैं। देश का आर्थिक विकास, हालांकि नोटबंदी और जीएसटी की वजह से मंद हुआ था, पर बाद में इसमें तेजी आयी और वर्तमान में भारत का विकास दर दुनिया में सबसे अच्छा है। पिछली तिमाही में सकल घरेलु उत्पाद का विकास दर 7.7 फीसदी था और जीएसटी के सकारात्मक प्रभावों के कारण विनिर्माण शुरू हुआ, वहीं, नए आईबीसी कानून द्वारा एनपीए समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। जनता के लिए कई कल्याण योजना जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण योजना (मोदीकेयर के नाम से जाना जाता है), उज्जवल योजना, सब्सिडी के हस्तांतरण के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना (डीबीटीएस) आदि का विस्तार किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक सरकारी निवेश के माध्यम से किसान और ग्रामीणों की परेशानियों का हल किया जा रहा है क्योंकि सरकार ने नवीनतम बजट में बजटीय आवंटन की राशि को बढ़ा दिया है। अरुण जेटली, नितिन गडकरी और पीयूष गोयल जैसे मंत्रियों का प्रदर्शन इतना अच्छा रहा है कि उनका कार्यकाल भविष्य के मंत्रियों के लिए एक संदर्भ बिंदु होगा। राईटलॉग ने मोदी सरकार के 5 सर्वश्रेष्ठ मंत्रियों के प्रदर्शन की एक सूची तैयार की है:
5.) हरसिमरत कौर बादल
श्रीमती हरसिमरत कौर बादल भारत सरकार में केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं; वो बीजेपी के शिरोमणि अकाली दल कोटा की मंत्री हैं और भटिंडा की सांसद हैं। वो 4 साल की अवधि के भीतर 10 मेगा फूड प्रसंस्करण पार्कों को कार्यान्वित करने में सक्षम रही थी, जबकि यूपीए सरकार 42 खाद्य प्रसंस्करण पार्कों को मंजूरी देने के बावजूद 10 वर्षों में केवल दो का ही परिचालन कर सकी थी। चूंकि देश की आधी आबादी कृषि पर निर्भर है ऐसे में खाद्य प्रसंस्करण की दक्षता में वृद्धि करना बहुत महत्वपूर्ण है। जैसा की मोदी जी ने वादा किया था खाद्य प्रसंस्करण में बढ़ी दक्षता किसानों की आमदनी को दोगुना करने में सहायक होगा। हालांकि भारत कृषि उत्पादकों के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है लेकिन खाद्य प्रसंस्कारण दशकों से पीछे हैं जिस वजह से किसान को अपने उत्पादों को कम कीमतों पर बेचने के लिए मजबूर किया जाता रहा है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग ग्रामीण संकट की समस्याओं को हल करने के लिए देश की मदद करेगा और गांवों के अर्द्ध कुशल और अकुशल श्रमिकों को बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करेगा। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल द्वारा सातारा में प्रथम मेगा फूड पार्क का उद्घाटन उनके सफलतापूर्वक परियोजनाओं को लागू करने की क्षमता को दर्शाता है।
4.) धर्मेंद्र प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान की उपलब्धियों की सूची काफी लंबी है इसके बावजूद मीडिया का ध्यान उनपर नहीं जाता है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री बनने के कुछ ही महीनों बाद धर्मेन्द्र प्रधान ने डीजल की कीमतों को नियंत्रित किया। धर्मेंद्र प्रधान प्राकृतिक गैस अन्वेषण के क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) को आकर्षित करने और घरेलू उत्पादन के प्रोत्साहन के लिए प्राकृतिक गैस के मूल्य निर्धारित दिशानिर्देशों को संशोधित करते हुए इसे प्रचलित अंतरराष्ट्रीय बाजार के मूल्यों से जोड़ दिया, ये एक बड़े कदम के रूप में देखा गया था, जिसका फायदा मिल रहा है। इसके बाद उन्होंने 2015 में एलपीजी सब्सिडी के प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण की पहल की। गिव इट अप योजना के तहत सब्सिडी छोड़ने से सरकार को हर साल करीब 1000 करोड़ रुपये की बचत होती है। उनके मंत्रालय द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब रेखा (बीपीएल) के नीचे रहने वाली 5 करोड़ महिलाओं को सब्सिडी प्रदान किया है। उनके मंत्रालय का दूसरा बड़ा निर्णय जो लिया गया वो है भारतीय कंपनियों के लंबवत एकीकरण को गति देना ताकि वो वैश्विक समकक्षों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें। ये बड़े निर्णय उद्योग के साथ-साथ लोगों के लिए फायदेमंद साबित हुए हैं। ये निर्णय प्रधान को मोदी सरकार के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों में से एक बनाता है।
3.) राजनाथ सिंह
चुपचाप अपना कार्य करने वाले राजनाथ सिंह ने भारत को रहने के लिए सुरक्षित स्थान बनाया है। जबसे उन्होंने गृह मंत्रालय का प्रभार संभाला है तबसे देश में कोई बड़ी आतंकवादी घटना नहीं हुई है इसके इतर आतंकवादियों और माओवादियों की हालत पस्ती हुई है। 1 जून को मंत्रालय ने एक ऑनलाइन वेबसाइट लॉन्च की जो फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (एफसीआरए) के तहत आने वाले संगठनों के माध्यम से धन के प्रवाह की निगरानी करने के लिए एक उपकरण की तरह काम करता है। मंत्रालय के मुताबिक ये सांसदों और नौकरशाहों को धन और उनके उपयोग की निगरानी करने में सक्षम बनाएगा। भारत को विदेशी आतंकवाद के साथ-साथ आंतरिक संघर्षों से सुरक्षित बनाया जा रहा है। राजनाथ सिंह यदि अपने पद पर बने रहे तो वो समय जल्द ही आयेगा जब भारत को अपने नागरिकों की सुरक्षा के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
2.) पीयूष गोयल
पीयूष गोयल पीएम मोदी के सदाबहार मंत्री हैं, उनके पास किसी भी मंत्रालय को संभालने की प्रभावशाली क्षमता है। उन्होंने मई 2018 तक भारत के हर गांव को विद्युतीकरण प्रदान करने के प्रधानमंत्री मोदी के वादे को गति प्रदान की। बाद में उन्हें रेल मंत्रालय का प्रभार दिया गया, पर विद्युत् विभाग छोड़ने से पहले उन्होंने सुनिश्चित किया था कि देश में विद्युतीकरण प्रक्रिया समय सीमा के भीतर ही संपन्न हो जाये। दुर्भाग्यपूर्ण रेल दुर्घटनाओं के चलते मौजूदा सरकार को भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था तब उन्होंने रेल मंत्री के रूप में पदभार संभाला था। पीयूष गोयल ने उस समय की नाजुक स्थिति को पूर्ण रूप से संभाला। कुछ ही समय के भीतर ही रेलवे ने पहली बार सर्वोत्तम सुरक्षा रिकॉर्ड के लक्ष्य को हासिल कर लिया। पियुष गोयल के नेतृत्व में 2017-18 में जारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में 73 रेल दुर्घटनाएं दर्ज की गयीं थीं। वर्तमान में पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय का कार्यभार भी संभाल रहे हैं क्योंकि अरुण जेटली स्वास्थ संबंधी कारणों की वजह से छुट्टी पर हैं। ऐसे में वो अपने सर्वव्यापी व्यक्तित्व के कारण सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों में निश्चित रूप से दूसरे स्थान के हकदार हैं।
1.) नितिन गडकरी
गडकरी मोदी सरकार के सबसे निपुण मंत्रियों में से एक हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वो दिए गए टारगेट से पहले ही परियोजनाओं को पूरा करते हैं। सड़कों और समुद्री इन्फ्रा में असाधारण सफलता, गंगा पुनरुद्धार के लिए भव्य योजनाएं, राजमार्गों के निर्माण की गति उनकी कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं। गडकरी दूरदृष्टि का व्यक्ति भी कहा जाता है। उन्होंने बुनियादी ढांचे में बीओटी प्रणाली की शुरुआत की। जब वो महाराष्ट्र के पीडब्लूडी मंत्री थे, उन्होंने मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनाए थे। जब भारत में दो शहरों को जोड़ने के लिए 4 लेन की कल्पना भी भी नहीं कर सकता था उस समय 1995 में नितिन गडकरी ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को एक नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ाया जोकि भारत का पहला सिक्स लेन कंक्रीट एक्सप्रेस-वे था जिसमें कोई क्रासिंग नहीं थी। वो सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए जन-निजी भागीदारी (पीपीपी) का प्रस्ताव देने वाले पहले व्यक्ति थे। नितिन गडकरी का उनके बढ़िया काम और विपक्षी नेताओं और उद्योगपतियों दोनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की वजह से राजनीतिक स्पेक्ट्रम में सराहना की जाती है। उन्होंने पूरे देश में बुनियादी ढांचे को पुनर्जीवित किया है और उन्होंने गंगा संरक्षण मिशन परियोजना के लिए कई अभिनव आईडिया दिया है और इसलिए गंगा के कायाकल्प का कार्य भी उन्हें सौंप दिया गया है। ऐसे में बिना किसी संदेह के जब हम शीर्ष प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों की बात करते हैं तो नितिन गडकरी शीर्ष स्थान के योग्य है।
एक मंत्री जो अभी मंत्रालय से बाहर है लेकिन वो भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के लिए जिम्मेदार है वो और कोई नहीं पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली हैं। मोदी सरकार सत्ता में आने के बाद से कांग्रेस शासन में हुई खराब आर्थिक स्थितियों की विरासत को संभाला और देश को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में उभारा। जिस व्यक्ति ने जीएसटी और दिवालियापन कानून को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया, जिसने एनपीए में सुधार की प्रक्रिया शुरू की, वो निर्दयी रक्षा मंत्री जिन्होंने कश्मीर में खराब हालात से निपटने के लिए सेना को कार्रवाई के लिए आजादी दी। हमें उम्मीद है कि वो जल्द ही ठीक हो जायेंगे और एक बार फिर से देश को अपनी सेवा प्रदान करना शुरू करेंगे।