विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव उन्हीं पर भारी साबित हुआ। विपक्ष के हर एक वार पर मोदी ने बड़ी ही सहजता से जवाब दिया और उनके जवाब ने विपक्ष के सभी दावों को धराशाही कर दिया। प्रधानमंत्री ने वास्तव में अपने भाषण से विपक्ष के मंसूबों पर पानी फेर दिया खासकर कांग्रेस को उसी के खेल में करारी शिकस्त दी। समूचा संसद उनके भाषण से प्रभावित हुआ। अपने पूरे भाषण में उन्हें लेकर विपक्ष के बीच असहजता को भी उजागर किया और पीएम मोदी ने पूरी तरह से संसद में जमीनी स्तर पर उनके दावों को ख़ारिज कर दिया। उनके भाषण की कुछ मुख्य बिन्दुओं पर एक नजर:-
कांग्रेस द्वारा किये गये तीखे हमलों की धज्जियां उड़ाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, वो देश जो हमारे बाद आजाद हुए थे वो भी हमसे बेहतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने देश को बांटा लेकिन फिर भी देश कांग्रेस के साथ खड़ा था। उन्होंने कांग्रेस द्वारा किये गये दावों को भी ख़ारिज किया जिसमें कांग्रेस ने कहा था कि देश में जवाहरलाल नेहरू की वजह से लोकतंत्र आया था। उन्होंने कहा कि,दशकों से एक पार्टी ने अपनी पूरी उर्जा एक ही परिवार की सेवा के लिए समर्पित किया। एक परिवार के हित के लिए राष्ट्र हित को अनदेखा कर दिया गया। उन्होंने पूछा कि, “कैसे कोई नेता ये कह सकता है कि पंडित नेहरू और कांग्रेस पार्टी के कारण भारत को लोकतंत्र मिला? क्या यही उनका भारत के इतिहास को पढने का तरीका है। ये कैसा अहंकार है?” उन्होंने कांग्रेस को भारत के स्वर्ण इतिहास को देखने की सलाह दी। पीएम मोदी ने ये स्पष्ट किया कि भारत का समृद्ध लोकतंत्र दशकों पुराना है और कहीं न कहीं ये भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। बाद में उन्होंने अपने भाषण से कांग्रेस के मिथक कि वो एक लोकतांत्रिक पार्टी है उसे भी ख़ारिज कर दिया ये कहकर कि कांग्रेस द्वारा भारत के संविधान के अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग किया गया था।
विपक्ष द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने जोरदार प्रहार किया और कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर भरोसा ज़रूरी है, सवा सौ करोड़ देशवासियों पर अविश्वास ना करें। लोकतंत्र में लोकतांत्रिक प्रणालियों पर भरोसा होना चाहिए लेकिन विपक्ष ने ये जानते हुए कि इस प्रस्ताव का क्या नतीजा होगा फिर भी सत्र के कार्य में रुकावट डाली और ये अच्छा मौका है जनता भी देखेगी कि कैसी नकारात्मकता राजनीति ने कुछ लोगों को घेर कर रखा है। उन्होंने कहा कि “देश को विश्वास है, दुनिया को विश्वास है, दुनिया की सर्वश्रेष्ठ संस्थाओं को विश्वास है लेकिन जिन्हें खुद पर विश्वास नहीं वो कैसे विश्वास करेंगें।“
मोदी ने कहा कि देश में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की रैंकिंग में सुधार हुआ है। इस दौरान पीएम मोदी ने LED वितरण, जीवन ज्योति बीमा योजना, मुद्रा योजना, जन धन योजना आदि कई योजनायों का जिक्र किया और बताया कि कैसे इन योजनाओं से देश में बड़े बदलाव हुए हैं। उन्होंने अपने भाषण में चीफ जस्टिस के खिलाफ लाये गये महाभियोग प्रस्ताव का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस को खुद पर विश्वास नहीं, मुख्य न्यायाधीश, चुनाव आयोग, ईवीएम, रिजर्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, देश के बाहर हो रही देश की तरक्की पर, किसी पर भी विश्वास नहीं है ऐसा इसलिए है क्योंकि कुछ लोग सोचते थे कि उनके पास प्रशासनिक तंत्र पर विशेष अधिकार हैं।
राफेल डील को लेकर राहुल गांधी द्वारा रक्षा मंत्री पर लगाये गये झूठे आरोपों और उन्हें झूठा कहने पर पीएम मोदी ने कहा कि, विपक्ष ने राफेल पर देश को गुमराह किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में संसद में ऐसे बेतुके बयान दिए जिसे खुद दोनों देशों की सरकार को सामने आकर खारिज करना पड़ा। इससे देश की छवि को नुकसान होता है। निर्मला सेतारमण ने भी राहुल गांधी द्वारा लगाये गये आरोपों का खंडन किया था इसके बाद फ्रांस सरकार ने भी राहुल के आरोपों को आधारहीन बताया था और उनके बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की।
पीएम मोदी ने डोकलाम के मुद्दे पर राहुल गांधी पर निशाना साधा साथ ही उन्हें सलाह भी दी कि अगर किसी विषय की जानकारी न हो तो उस विषय से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “डोकलाम के विषय पर अगर जानकारी नहीं है तो बोलने से बचना चाहिए। जो डोकलाम पर बोलते हैं वो चीनी राजदूत से मिलते हैं। देश की सुरक्षा को लेकर ऐसी बचकानी हरकतें नहीं करनी चाहिए।“
पीएम मोदी ने राहुल गांधी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक को ‘जुमला’ कहे जाने पर तीखा वार करते हुए कहा कि मेरा अपमान करिए गाली दीजिये सुनूंगा लेकिन स्ट्राइक को ‘जुमला’ कहकर सैनिक का अपमान करेंगे तो मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। उन्होंने कहा, “आपने सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक कहा, मुझे जितनी गाली देना है दे दीजिए पर देश के सैनिकों को गाली न दें। मैं अपनी सेना का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता।“
हालांकि, पूरे विपक्ष को तब बड़ा झटका लगा जब पीएम मोदी ने ‘भगवन शिव की भक्ति’ को लेकर राहुल पर तंज कसा। पीएम मोदी ने कहा, “आज कल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं। भगवान आपको (गांधी और कांग्रेस) इतनी शक्ति दे कि 2024 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़े। मेरी आपको शुभकामनाएं हैं।“ इस तरह पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस आने वाले 2019 के आम चुनावों में ही नहीं बल्कि 2024 में भी विपक्ष के लिए सत्ता में कोई जगह नहीं है। राहुल गांधी द्वारा दिए गये आंख में आंख डालने वाले बयान पर मोदी जी ने कहा कि, “हां हम गरीब है। हमारी हैसियत आंख में आंख डालने की नहीं। आप तो नामदार हैं, हम तो कामदार हैं। जिन लोगों ने आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ क्या किया गया। इतिहास गवाह है।“ इस बयान से पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि गरीब परिवार से आने वाला व्यक्ति कैसे गांधियों के वंशज से आँख मिला सकता है। उन्होंने ये स्पष्ट किया कि कैसे जिन भी महान नेताओं ने आँख में आँख मिलायी, गांधी परिवार ने उनके साथ क्या किया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने बीजेपी पर कई हमले करने के बाद अपने भाषण के आख़िर में पीएम मोदी को गले लगा लिया था। पीएम मोदी ने राहुल गांधी द्वारा जादू की झप्पी पर कहा कि, ‘आज सुबह हड़बड़ी में कोई कह रहा था कि उठो-उठो’। उन्हें कुर्सी पर पहुंचने की जल्दबाजी है।‘ इस तंज से पीएम मोदी ने राहुल गांधी को संसद में बता दिया कि जनता के जनादेश की वजह से वो इस पद पर हैं न कि झूठे दावों और जनता को धोखा देकर।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में बड़ी ही खूबसूरती से विपक्ष के हर एक दावों का जवाब दिया और उनके जवाब से जनता भी संतुष्ट है लेकिन विपक्ष खुश नहीं था क्योंकि उसकी रणनीति पूरी तरह से विफल हो गयी है। साथ ही इस अविश्वास प्रस्ताव से बीजेपी का मनोबल और बढ़ गया और 2019 के आम चुनावों में बीजेपी का पक्ष तो मजबूत दिखा लेकिन विपक्ष की एकजुटता बिखरी हुई नजर आयी। इसी एकजुटता पर विपक्ष आने वाले चुनावों में बीजेपी को हराने के दावें करती है जिसकी वास्तविकता कहीं परे है।