• About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
Thursday, September 28, 2023
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Hamraaz Payslip

    “Hamraaz Payslip” से भुगतान पर सेना के कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Pralay Nirbhay Missile

    Pralay Nirbhay Missile: अब चीन की आँखों में आँखें डालकर घूरेंगे भारतीय मिसाइल

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Hamraaz Payslip

    “Hamraaz Payslip” से भुगतान पर सेना के कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Pralay Nirbhay Missile

    Pralay Nirbhay Missile: अब चीन की आँखों में आँखें डालकर घूरेंगे भारतीय मिसाइल

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

केरल: भारत ने इन 4 कारणों की वजह से विदेशी सहायता लेने से किया इंकार

Mahima Pandey
द्वारा Mahima Pandey
23 August 2018
in मत
0
केरल भारत
82
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

केरल में बाढ़ के रूप में आई भीषण तबाही से वहां का समान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस तबाही में दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो केरल को वित्तीय सहायता देने के लिए विदेशी सरकारों के प्रस्ताव को भारत ने नम्रतापूर्वक लेने से मना कर दिया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर और मालदीव समेत कई देशों ने केरल में बाढ़ राहत के लिए सहायता पैकेज देने की घोषणा की लेकिन भारत ने सभी देशों को ये कहकर राहत पैकेज लेने से मना कर दिया कि देश अपनी समस्याओं से निपटने में सक्षम है। हालांकि, भारत ने सहायता लेने से इंकार के दौरान इस सहायता प्रस्ताव के लिए विदेशी देशों की सराहना भी की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, “भारत सरकार केरल में राहत और पुनर्वास की जरुरतों को घरेलू प्रयासों के जरिए पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।” इससे भारत ने दुनिया में ये संकेत दिया है कि भारत की स्थिति में पहले से ज्यादा सुधार हुआ है और वो अपनी समस्याओं से निपटने में सक्षम है।

एक समय था जब भारत को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आईएमएफ सहित अन्य विदेशी सरकारों से ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद लेनी पड़ती थी लेकिन अब भारत विदेशी सहायता को न कहता है। दरअसल, भारत की ‘न’ के पीछे कई कारण है। पहला कारण है, कि 90 के दशक और आज के भारत में बहुत अंतर है। तब भारत को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आईएमएफ सहित अन्य विदेशी सरकारों आर्थिक मदद लेने के लिए मजबूर होना पड़ता था। आज भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यूनाइटेड किंगडम को पीछे छोड़ ये दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने के नाते भारत के पास अब अपनी समस्याओं से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। केरल में बाढ़  ने भारी तबाही मचाई है, जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। हालांकि, पहले की तुलना में आज बाढ़ प्रभावित राज्य में राहत और पुनर्वास की लागत पूरा करने के लिए भारत सरकार और उसके नागरिकों के पास पर्याप्त संसाधन है।

दूसरा, ये सभी को पता है कि अगर हम किसी देश से कुछ लेते हैं तो वो भी इसके बदले में अपना हित जरुर देखता है और वक्त आने पर लिए ऋण को किसी न किसी रूप में चुकाना जरुर पड़ता है। ध्यान देने बात है कि विदेशी देशों द्वारा दिया जाने वाला राहत कोष दान नहीं बल्कि वित्तीय सहायता है। अगर भारत विदेशी सहायता को स्वीकार करता है तो भविष्य में भारत को इसका ऋण किसी न किसी रूप में भुगतान करने के लिए बाध्य किया जायेगा। ऋण उसी अवस्था में लेना चाहिए जब आप अपने घरेलू संसाधनों की कमी को पूरा कर पाने में सक्षम न हो। हालांकि, भारत के पास घरेलू संसाधनों की कोई कमी नहीं है। ऐसे में भारत को किसी भी देश से सहायता लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। केरल में बाढ़ से आई तबाही से निपटने के लिए सहायता राशि को न कहने के पीछे एक ये वजह भी हो सकती है।

तीसरा, विदेशी देश अपनी पसंद के एनजीओ के जरिए देश में मदद पहुंचाते हैं जो विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) के तहत पंजीकृत होती हैं। विदेशी देशों से मिलने वाला राहत पैकेज कम नहीं होता। हाल ही में ये सामने आया था कि कई अज्ञात स्रोतों से वित्तीय सहयोग प्राप्त करने वाली स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) सक्रिय रूप से विकास-विरोधी और भारत विरोधी कार्यों में इसका उपयोग करती हैं। विदेशी वित्त पोषित गैर-सरकारी संगठनों में से अधिकांश गैरकानूनी स्रोतों से प्राप्त धन का उपयोग धर्मांतरण करने, आतंक को बढ़ावा देने और नक्सलवाद को पोषित करने के लिए करते हैं। पिछले महीने ही, 1,000 से अधिक गैर-सरकारी संगठनों को ब्लैकलिस्ट की सूची में डाला गया था। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया था कि, “1,000 से अधिक एनजीओ विदेशी धन का गलत इस्तेमाल कर रही हैं और एफसीआरए 2010 का उल्लंघन कर रही हैं जिस वजह से उन्हें विदेश से मिलने वाली सहायता पर रोक लगा दी गयी है।” यही वजह है कि एफसीआरए अधिनियम के तहत इस तरह के संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एनजीओ का एफसीआरए अधिनियम के तहत पंजीकृत होना आवश्यक है तभी वो विदेश से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकेंगी। इसके अलावा सभी बैंकों को किसी भी व्यक्ति द्वारा विदेशी मुद्रा से जुड़े लेन-देन की रिपोर्ट केंद्र सरकार को 48 घंटे के भीतर देना होगा। शायद विदेशी सहायता को न कहने के पीछे की वजहों में से एक कारण ये भी रहा होगा।

आखिरी कारण है, पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में तनाव बढ़ने की स्थिति उत्पन्न होने का खतरा। केरल में बाढ़ के हालात को देखते हुए एक ओर यूएई ने केरल को 700 करोड़ रुपये की पेशकश की है तो वहीं, कतर ने 35 करोड़ रूपये और मालदीव ने 35 लाख रूपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। भारत किसी भी देश से सहायता राशि स्वीकार कर सकता था लेकिन भारत ने तीनों ही देशों को नम्रतापूर्वक मना कर दिया। अगर भारत यूएई को हां कहता तो शायद मालदीव या कतर इसे अपना अपमान समझते या इसके विपरीत भी हो सकता है। ऐसे में भारत का विदेशी देशों को न कहना अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में मधुरता को बनाये रखना भी था। गौरतलब है कि, भारत ने वर्ष 2004 से किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा के लिए विदेशी आर्थिक मदद लेने की परंपरा पर रोक लगा दी थी लेकिन इसके बावजूद भारत ने अपने पड़ोसी देशों को उनके मुश्किल हालात में आर्थिक मदद देने में इजाफा भी किया है। जब वर्ष 2004 की सुनामी में काफी क्षति हुई थी तब भी भारत ने दूसरे किसी भी देश से वित्तीय मदद नहीं ली थी जबकि उस दौरान श्रीलंका, थाइलैंड सहित अन्य देशों को आर्थिक मदद जरुर की थी।

केरल में आज बाढ़ से जो हालात है और जिस तरह से वहां तेजी से बचाव अभियान चलाया गया है वो सभी सवालों का जवाब है कि भारत अब अपनी घरेलू समस्याओं से निपटने में पूरी तरह से न सिर्फ सक्षम है बल्कि जरूरत पड़ने पर अपने पड़ोसी देश की मदद के लिए हर स्थिति में तैयार भी है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा विदेशी सहायता को न कहने को असंवेदनशील निर्णय के रूप में लिया जाना गलत होगा।

Tags: केरलभारतमालदीव
शेयर1947ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर देश में चुप रहने वाले राहुल गांधी को विदेशी धरती पर आत्मज्ञान

अगली पोस्ट

राफेल डील: अनिल अंबानी ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को भेजा लीगल नोटिस

Mahima Pandey

Mahima Pandey

Nationalist/ Embrace Progressive view/ Only support truth and justice...

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 June 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 April 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 April 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 May 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संदीप मिश्रा

अखबार के एक मैट्रिमोनियल कॉलम से शुरू हुई प्रेम और देश प्रेम की कहानी

संजय झा

यक्ष – संजय झा संवाद: ऐसे प्रश्न और ऐसे उत्तर जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे

Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

27 September 2023
कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

27 September 2023
“Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

“Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

27 September 2023
“नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

“नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

27 September 2023

इस सप्ताह लोकप्रिय

Nadi ka Paryayvachi Shabd
मुझे हिंदी में खबर बताओ

संस्कृत में गिनती 1 से 100 तक – Sanskrit Counting 1 to 100

द्वारा TFIPOST News Desk
28 January 2022
एक पोस्ट आपको शुभनीत सिंह aka Shubh की भांति बर्बाद कर सकता है!
चर्चित

एक पोस्ट आपको शुभनीत सिंह aka Shubh की भांति बर्बाद कर सकता है!

द्वारा Animesh Pandey
22 September 2023
सौरमंडल किसे कहते हैं
मुझे हिंदी में खबर बताओ

सौरमंडल किसे कहते हैं? और सौरमंडल के सभी ग्रहों का वर्णन

द्वारा TFIPOST News Desk
1 January 2022
a se gya tak arth sahit varnmala
ज्ञान

अ से ज्ञ वर्णमाला – A se Gya Tak Varnmala with Example

द्वारा TFIPOST News Desk
22 September 2022
मुझे हिंदी में खबर बताओ

करुण रस की परिभाषा और करुण रस के 20 उदाहरण

द्वारा TFIPOST News Desk
22 January 2022

©2023 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships

©2023 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in