भारतीय रेलवे ने डिजिटल भारत की ओर एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे स्टेशनों पर लम्बी कतार में खड़े होकर टिकट लेना अब बीते दिनों की बात होगी क्योंकि एक नवम्बर से रेलवे पूरे देश में यूटीएस मोबाइल एप्प की शुरुआत कर रहा है जिसके जरिये अनारक्षित टिकटों को ऑनलाइन खरीदा जा सकता है। इस योजना से उन यात्रियों को सुविधा मिलने वाली है जो अनारक्षित टिकट पर यात्रा करने को मजबूर होते थे। ये योजना चार साल पहले शुरू की गई लेकिन मुंबई को छोड़कर ये कहीं सफल नहीं हो पायी थी। मुंबई से इस योजना की शुरुआत इसलिए की गई थी क्योंकि वहां लोकल ट्रेन में सफर करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है।
ये एप्प लम्बी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों के लिए भी उपलब्ध है। इस एप्प की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले चार सालों में, इस ऐप से करीब 45 लाख लोग पहले से ही पंजीकृत हैं और औसतन 87000 से ज्यादा टिकट प्रतिदिन इस एप्प के माध्यम से खरीदे जाते थे। इस एप्प का इस्तेमाल करने के लिए यात्रियों को स्टेशन से करीब 25 से 30 मीटर की दूरी पर रहना जरूरी है और इसके माध्यम से केवल चार टिकट खरीदने की अनुमति होगी। एप्प पर पंजीकृत उपयोगकर्ता टिकट के अलावा प्लेटफॉर्म टिकट और मासिक पास भी खरीद सकते हैं। रेलवे ने इस योजना को अपने 15 जोन में लागू किया है। नार्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे और वेस्ट सेंट्रल को छोड़कर ये योजना सभी रेलवे जोन में लागू कर दी गयी है।
इंडियन रेलवे के एक टॉप अफसर के मुताबिक रेलवे की तैयारी है कि इस माह के अंत तक रेलवे के नार्थ फ्रंटियर रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे जोन के सभी स्टेशनों की भी जियो फेंसिंग करके इस ऐप के तहत लाने का कार्य चल रहा है और उम्मीद है कि ये कार्य तय समय पर हो जाएगा। इसके बाद अगले महीने में देश के किसी भी हिस्से से इस ऐप के जरिए अनारक्षित टिकट खरीदा जा सकेगा।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “ हमलोगों की लगातार कोशिश है कि लोगों को इस एप्प के माध्यम से टिकट बुक करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। टिकट बुक करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और हम इस बात को लेकर निश्चिंत है कि एक बार लोग जब एप्प के माध्यम से टिकट बुक करने के फायदे को समझने के बाद इसमें अप्रत्याशित रूप से वृद्धि होगी। फिलहाल, निश्चित जोन में लागू होने के कारण बहुत से लोग इस सुविधा से वंचित हैं। रेलवे इन सभी क्षेत्रों की पहचान कर रहा है जो अभी तक एप्प पर उपलब्ध नहीं हैं। 1 नवंबर से पूरे देश में ये योजना लागू कर दी जाएगी।
अनारक्षित टिकट के ऑनलाइन बिक्री से रेलवे को फिलहाल 45 लाख की प्रतिदिन खरीदें जाते हैं। पूरे देश में इस योजना के लागू हो जाने के बाद इसमें भारी बढ़ोतरी की पूरी संभावना है। यात्रा को सुगम बनाने के लिए रेलवे की तरफ से ये एक बड़ा कदम है जिसका असर अगले कुछ दिनों में ही रेलवे स्टेशनों पर लम्बी कतारों में खड़े होने वाले लोगों की संख्या में अप्रत्याशित कमी के रूप में देखने को मिलेगा।