कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेमवार ने राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता के बारे में घटिया टिप्पणी की थी। इसके बाद अब वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को जमकर लताड़ लगाई है। वित्तमंत्री ने जाति-धर्म की राजनीति करने वाली इस पार्टी की खूब धज्जियां उड़ाई है। जेटली ने कांग्रेस पार्टी पर ‘उपनाम को राजनीतिक ब्रांड’ बनाने का आरोप लगाया है। दरअसल, कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री की जाति पूछी थी। इसके बाद एक कांग्रसी नेता ने पीएम मोदी की मां के ऊपर भी राजनैतिक टिप्पणी की। उसके बाद फिर विलासराव मुत्तेमवार ने तो मोदी के पिता को लेकर ही टिप्पणी कर दी। एक के बाद एक कांग्रेस की इस घटिया बयानबाजी के लिए पहले पीएम मोदी और अब अरुण जेटली ने इस पार्टी पर तीखा हमला किया है। जेटली ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए सवाल किया है कि, क्या महात्मा गांधी और सरदार पटेल के पिता का नाम किसी को पता था?
राजस्थान में चुनाव प्रचार करते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री विलासराव मुत्तेवार ने कहा था, “पीएम नरेंद्र मोदी जो राहुल गांधी से भिड़ रहे हैं, नरेन्द्र मोदी को पीएम बनने से पहले कौन जानता था। आज भी पीएम नरेंद्र मोदी के बाप का नाम कोई नहीं जानता है, लेकिन राहुल गांधी के बाप का नाम तो क्या पीढ़ियों का नाम तक सभी को पता है और जिसके बाप का नाम पता नहीं वो प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी से हिसाब मांग रहे हैं। किस बात का हिसाब मांग रहे हैं।” अब अरुण जेटली ने इस बयान पर पूरी कांग्रेस पार्टी को कटघड़े में खड़ा किया है।
अरुण जेटली ने कांग्रेस पर हमला करते हुए ब्लॉग में लिखा है,“कांग्रेस पार्टी राजनीतिक ब्रांड के लिए सिर्फ महान उपनाम को ही मुनासिब समझती है। इसलिए सामान्य परिवार के आने वाले लाखों प्रतिभावान राजनीतिक कार्यकर्ता इस पार्टी में नेतृत्व की परीक्षा में फेल हो जाएंगे।” जेटली ने लिखा है कि, वे अपने जानकार दोस्तों से तीन सवाल पूछना चाहते हैं।
- गांधी जी के पिता का नाम क्या था?
- सरदार पटेल के पिता का नाम क्या था?
- सरदार पटेल की माता का नाम क्या था?
जेटली ने आगे लिखा,“उनके बहुत सारे जानकार मित्र इसका सही उत्तर नहीं जानते होंगे। कांग्रेस की त्रासदी यही है और यही देश को प्रभावित करती है।” जेटली की इस प्रतिक्रिया के बाद राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बैकफुट पर चली गई है तो वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया में पार्टी की खूब फजीहत भी हो रही है।
बता दें कि, कांग्रेस की ओर से पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों के दौरान जमकर जमकर घटिया बयानबाजी हुई है। ऐसा लगता है कि, पार्टी आलाकमान की अपने नेताओं पर कोई नकेल नहीं है। विलासराव मुत्तेमवार से पहले कांग्रेस के ही एक और वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सीपी जोशी ने प्रधानमंत्री की जाति पूछी थी। वहीं सीपी जोशी का बयान था, “उमा भारती जी की जाति मालूम है किसी को? ऋतंभरा की क्या जाति है मालूम है किसी को? इस देश में धर्म के बारे में कोई जानता है तो पंडित जानता है। अजीब देश हो गया है, जो उमा भारती लोधी समाज की है, वह हिंदू धर्म की बात कर रही है। नरेंद्र मोदी किस धर्म के हैं? वे हिंदू धर्म की बात कर रहे हैं तो क्या ब्राह्मण किसी काम के नहीं हैं? 50 साल में इनकी अक्ल बाहर निकल गई।” कांग्रेसी नेताओं की इस घटिया बयानबाजी से सोशल मीडिया में उनकी जमकर खिंचाई हुई है। अब अरुण जेटली के बयान के बाद उपनाम को राजनीतिक ब्रांड बनाने को लेकर कांग्रेस पार्टी फंसती हुई दिखाई दे रही है।