2019 मिशन के लिए बीजेपी ने की एक नयी शुरुआत, करेगी ‘गांव-गांव, पांव-पांव’ यात्रा

बीजेपी लोकसभा चुनाव

PC: oneindia.com

जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं से जुड़ने के लिए जानी-जाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने जमीनी पकड़ बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने निर्णय लिया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए वो सीधे आम जनता से जुड़ेगी। इसके लिए वो ‘गांव-गांव, पांव-पांव’ यात्रा शुरू करेगी।पार्टी केवल ‘गांव-गांव, पांव-पांव’ यात्रा ही नहीं करेगी, बल्कि इस दौरान वो आम जनता से सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं के बारे में भी चर्चा करेगी। पार्टी इसी बहाने जनता की समस्याओं को करीब से जानने का प्रयास भी करेगी। पार्टी का विश्वास है कि इस कदम से हम जनता की समस्याओं को जानने के साथ-साथ जनता को सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के बारे में भी बता सकेंगे। इससे जनता न सिर्फ पार्टी के प्रयासों के बारे में जान सकेगी बल्की जनता जागरूक भी होगी।

इसमें कोई दो राय नहीं है कि पार्टी के इस प्रयास से न सिर्फ उसकी जमीनी पकड़ मजबूत होगी बल्कि पार्टी जनता के बीच संवेदनात्मक और भावनात्मक रुप से भी जुड़ पाएगी जो की किसी भी राजनैतिक पार्टी के लिए बहुत जरूरी है।

दरअसल भारतीय जनता पार्टी को 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तरप्रदेश में मिली बड़ी कामयाबी मिली थी। पार्टी की इस जीत में ग्रामीण तबके के लोगों का बहुत योगदान था। पार्टी उस सफलता को अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में भी दोहराना चाहती है। इसके लिये पार्टी का ध्यान राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों पर है। ग्रामीण क्षेत्रों पर जोर देते हुए पार्टी ने अगले महीने 400 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में ‘गांव..गांव, पांव..पांव’ पदयात्रा शुरू कर रही है। इसमें घर घर जाकर लोगों से सीधा सम्पर्क किया जाएगा।

बता दें कि जब से प्रधानमंत्री मोदी सरकार बनी है, पार्टी किसी भी स्तर पर ग्रामीणों के साथ भेदभाव नहीं होने देती। चाहे वो ग्रामीणों से मेल-मिलाप, सुख-दुख साझा करने की बात हो या फिर उनके लिए योजनाएं लागू करने की हो। लोगों का तो यहां तक मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी का ग्रामीणों से प्रेम ही है जिसके कारण उन्होंने ‘मन की बात’ कार्यक्रम शुरू किया था। प्रधामनंत्री मोदी का प्रयास था कि वो सीधे जनता से जुड़ सकें।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में भी ग्रामीण क्षेत्रों पर ख़ास जोर दे रही भाजपा ने इस अभियान के लिये ‘पहले हम गांव-गांव चले-अब पांव-पांव चलेंगे’ का नारा दिया है । भाजपा ने उत्तर प्रदेश के अलावा झारखंड, बिहार जैसे राज्यों में भी इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है । 

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री एवं भाजपा नेता श्रीकांत शर्मा ने मीडिया से कहा, “उत्तर प्रदेश में गांव..गांव, पांव..पांव पदयात्रा 1 से 15 दिसंबर तक आयोजित होगी। यह महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित की जा रही है जिसमें पार्टी कार्यकर्ता घर घर जाकर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार की जन कल्याण योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करेंगे।“

वहीं दूसरी ओर पार्टी का अगला प्रयास लोकसभा चुनाव की तैयारी के अगले चरण में भाजपा कमल विकास ज्योति अभियान चलाने की है। पार्टी जनता तक अपना संदेश पहुंचाने के लिए कमल संदेश बाइक रैली का आयोजन भी कर रही है। इस पदयात्रा का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी के कार्यक्रमों को पहुंचाना है।

पार्टी के एक सूत्रों ने बताया कि हर विधानसभा में 150 कार्यकर्ता चिन्हित किए गए हैं। उनकी 6-6 टोलियां बनाई जाएंगी। हर टोली में 25 कार्यकर्ता होंगे। ये कार्यकर्ता हर गांव के प्रत्येक बूथ पर जाएंगे। पार्टी कार्यकर्ता मोदी और योगी की केंद्र और प्रदेश की सरकारों की विभिन्न लाभकारी योजनाओं के बारे में बताएगी।

पार्टी का कहना है कि इस अभियान में सरकार के कार्यकर्ताओं से लेकर विधायकों समेत मंत्री भी हिस्सा लेंगे। पदयात्रा के दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार की जनहित की कई योजनाओं के के बारे में जनता से चर्चा करेंगे। नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने लिए बीजेपी को पहले से भी ज्यादा बड़ी जीत दिलाने की अपील करेंगे।

पार्टी के तय कार्यक्रमों के मुताबिक यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय बांदा सदर विधानसभा के ग्राम बिलगांव से पदयात्रा का शुभारम्भ करेंगे। जबकि राजधानी लखनऊ में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ‘गोपाल’ व जयपाल सिंह लखनऊ पूर्व, प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला व कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ मध्य में अलग-अलग विधान सभाओं में पदयात्रा के कार्यक्रम में शामिल होंगे।

पार्टी को पूरा भरोसा है कि एक बार फिर से पार्टी को देश के ग्रामीण क्षेत्र की जनता का प्यार मिलेगा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि ग्रामीण क्षेत्र की जनता बीजेपी से भावनात्मक रुप से जुडी है। जनता को बीजेपी की ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ाव, जमीनी स्तर की योजनाएं खूब पसंद है।

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