राजस्थान की राज्यपाल रह चुकी और कांग्रेस की दिग्गज महिला नेता मार्गरेट अल्वा के बेटे निखिल अल्वा के खिलाफ अश्लील मेसैज भेजने और छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज हुआ है। यह मामला गुरुग्राम के डीएलएफ फेज 3 पुलिस थाने में दर्ज हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सहयोगी निखिल अल्वा पर पीड़िता ने पुलिस में शिकायत की है कि, निखिल ने ईमेल के जरिए उसे अश्लील मैसेज भेजे और छेड़छाड़ करने की भी कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर पीड़िता को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। बता दें कि, पीड़िता ने 4 दिसंबर 2018 को पुलिस में शिकायत करते हुए लिखा है कि, हम दोनों एक ही सोसाइटी में रहते हैं, जिसकी वजह से उसके पास मेरी ईमेल आईडी पहुंची थी। तब से ही वो मुझे ईमेल भेजता था। मेरे बार-बार मना करने के बावजूद वह नहीं रुका और बाद में अश्लील मैसेज भेजने लगा।
महिला ने आरोप लगाया कि, निखिल अल्वा उन्हें तीन सालों से बेहद अपमानजक भाषा का प्रयोग कर आपत्तिजनक ईमेल भेज रहा है। उन्होंने बताया कि, अल्वा ने उन सोशल मीडिया ग्रूप्स पर मैसेज भेजे जो कि इलाके में रहने वाले स्थानीय निवासियों से संबंधित मसलों पर चर्चा करने के लिए बने हैं। बता दें कि, निखिल अल्वा और पीड़िता एक ही सोसाइटी के रहने वाले हैं।
वहीं, निखिल अल्वा का कहना है कि, महिला के साथ उनका विवाद कई सालों से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि, उनका शिकायतकर्ता के साथ सोसाइटी में अवैध निर्माण को लेकर विवाद था। उन्होंने महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की सफाई द्विटर के माध्यम से भी दी। उन्होंने लिखा कि,’ये सभी आरोप झूठे और राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं।’ निखिल ने कहा कि, उन्होंने महिला के खिलाफ आवासीय सोसाइटी में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद महिला ने 30 नवंबर को जवाबी शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि, उनकी शिकायत महिला के फ्लैट में अवैध निर्माण को लेकर थी, जिसमें आग की स्थिति में बच निकलने के रास्ते को अवरुद्द कर दिया जाना भी शामिल था। उन्होंने बताया कि, महिला ने उनकी मां के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणियां की थीं। अल्वा ने ट्विटर पर आरोपों को खारिज किया और पुलिस को लिखित अभिवेदन भी दिया है। गुड़गांव पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस ईमेल्स के आदान प्रदान का सत्यापन कर रही है और सभी संभव कोणों से मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि, निखिल अल्वा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सहयोगी हैं। ऐसे में निखिल पर लगे इन गंभीर आरोपों से उनकी राजनीतिक गलियारों और सोशल मीडिया में खूब थू-थू हो रही है। हालांकि, निखिल ने सभी आरोपों को सिरे से नकारा है लेकिन उन पर हुई इस एफआईआर की आंच काफी दूर तक जाती दिख रही है।