कांग्रेस विधायक पर युवती ने लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप

कांग्रेस विधायक नवलगढ़

PC: Patrika

राजस्थान में इन दिनों चुनावी माहौल है और यहां सभी राजनीतिक पार्टियां जमकर चुनाव प्रचार कर रही हैं। आरोप-प्रत्यारोप, वार-पलटवार का खेल भी जारी है। इस बीच नवलगढ़ की एक युवती का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो से सियासी खेल और गरमा गया है। झुंझुनूं जिले की नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं नवलगढ़ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा पर एक युवती ने मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। यही नहीं युवती ने नवलगढ़ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा पर उसका करियर बर्बाद करने, मानसिक उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा युवती ने 30 दिसंबर को विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलने की भी बात कही है।

दरअसल, नवलगढ़ की निशा शर्मा नामा की युवती ने झुंझुनूं जिले की नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं नवलगढ़ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, “नवलगढ़ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा ने विगत कई वर्षों से मेरा जीना हराम कर रखा है। 24x 7 मुझपर नजर रखी जाती है मेरा पीछा किया जाता है। अपनी सामजिक और राजनीतिक शक्ति का दुरूपयोग करते हुए मेरा करियर तबाह कर दिया है।पूरी तरह से डिस्ट्रॉय कर दिया गया है।” इस पूरे वीडियो में युवती काफी दुखी नजर आ रही है और रोते हुए कह रही है कि, “राजस्थान में एमए में मैंने पूरे राज्य में टॉप किया था। एमफिल किया नेट किया। मैं जीआरएफ हूँ पीएचडी कर रही हूं । लेखन शैली में ऑल इंडिया में टॉप किया था। बावजूद इसके ये बाहुबली और धर्मबली अपनी राजनीतिक शक्ति का दुरूपयोग करके मेरे आर्टिकल्स को छपवाना बंद करवा दिया।  मुझे नवलगढ़ से कहीं जाने नहीं देता। इतना सब पढ़ने और लिखने के बावजूद मैं दो साल से घर पे बैठी हूं।” युवती के मार्मिक शब्दों को सुनकर किसी भी व्यक्ति का मन दुखी हो जाये कि एक नेता जिसे जनता कितनी उम्मीदों से अपने क्षेत्र का प्रतिनिधि चुनती है वो अपनी शक्तियों का किस तरह से दुरूपयोग कर रहा है। ये शर्मनाक है कि जिसे जनता ने बड़ी उम्मीदों से जीत दिलाकर विधायक बनाया उसके मन में महिलाओं के लिए कोई सम्मान ही नहीं है।

वीडियो में युवती ने रोते हुए काफी कुछ कहा है लेकिन अंततः युवती ने हिम्मत जुटाई और कहा की वो अब चुप नहीं रहेगी और इस विधायक को सबक सिखाने के लिए लड़ेगी। युवती ने  आगे कहा, “पूरा ब्राह्मण समाज मुझे सम्मानित कर चुका है। राज्यपाल से मैं सम्मानित हो चुकी हूं। माननीय राष्ट्रपति से सम्मानित हो चुकी हूं। बावजूद इसके आज मैं जीरो हूं। कुछ नहीं कर सकती और घर पर बैठी हूं क्यों? क्या गलती है मेरी? यही कि इस बाहुबली विधायक को मैं पसंद हूं जबकि ये खुद शादी शुदा है। दो बच्चों के पिता हैं। एक इसकी बेटी है फिर भी एक बेटी के साथ कोई कैसे इतना अन्याय कर सकता है ? आप ही बताइए इतने बड़े बाहुबली और धर्मबली के खिलाफ मैंने अकेले कैसे लड़ सकती हूं। मेरे जैसी एक कमरे में पढ़ने वाली लड़की कभी अपने जीवन को सार्वजनिक तौर पर रखना पसंद नहीं करेगी लेकिन मेरे पास आप लोगों के पास आने के अलावा कोई और विकल्प शेष नहीं रह गया था। मेरे पास मरने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है। या तो मैं मर जाऊं या मैं भीड़ जाऊं।” हालांकि, मानसिक उत्पीड़न झेल रही युवती ने भिड़ने का विकल्प चुना, अपने हक और अधिकारों के लिए अपने सम्मान के लिए लड़ने का विकल्प चुना। यही नहीं युवती ने ब्रह्मचर्य पालन करने की घोषणा भी की। मन कर्म और वचन सन्यास लेने की घोषणा की और कहा कि वो 30 दिसंबर को इस बाहुबली और धर्मबली के खिलाफ धरना देगी। ये बहुत ही साहसिक निर्णय है और ये भविष्य में अन्य महिलाओं के लिए एक बेहतरीन उदाहरण स्थापित करेगा।

इस वीडियो में कांग्रेस विधायक पर लगे आरोप दर्शाता है कि वो  शायद महिलाओं का सम्मान नहीं करते और मेधावी महिलाओं को आगे बढ़ने के मार्ग में रूकावट बनकर खड़े हैं। वैसे ये पहली बार नहीं है जब किसी कांग्रेस नेता पर तरह के आरोप लगे हैं कई ऐसे मामले समाने आये हैं जिसने कांग्रेस की पोल खोली है जो महिलाओं के सम्मान और अधिकारों का राग अलापती है। चाहे वो कांग्रेस के छात्र विंग नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान पर यौन शोषण का आरोप हो या जुलाई 2017 में केरल कांग्रेस के विधायक एम. विंसेंट को यौन प्रताड़ना और एक 51 वर्षीय महिला का पीछा करने के आरोप हो या कांग्रेस नेता बाबूलाल नागर पर 2013 में एक 35 वर्षीय महिला का यौन शोषण और बलात्कार करने का आरोप हो ऐसे कई मामले हैं जो पार्टी के दोहरे रुख को उजागर करता है। विदेशी धरती पर महिलाओं के अधिकारों का राग अलापने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी अपने इन नेताओं की हरकतों पर चुप्पी साध लेते हैं।

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