राजस्थान चुनावों की सबसे हॉट सीट मानी जा रही पोखरण विधानसभा क्षेत्र के लाठी में शुक्रवार को वोटिंग खत्म होने के करीब 15 मिनट पहले असामाजिक तत्वों ने उत्पाद मचाना शुरु कर दिया। थोड़ी ही देर में बात इतनी बढ़ गई कि पूरे जिले में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की नौबत आ गई। असामाजित तत्वों ने पत्थरबाजी व मारपीट के साथ-साथ दूसरे पक्ष के लोगों की दुकानों व वाहनों में भी आग लगा दी। इस हिंसा में नौ लोग घायल हुए हैं।
राजस्थान की पोखरण सीट पर चुनाव प्रचार के समय से ही सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। कांग्रेस की ओर से इस सीट पर मुस्लिम धर्मगुरु गाजी फकीर के बेटे सालेह मोहम्मद प्रत्याशी हैं। वहीं भाजपा ने यहां सनातन शंकराचार्य मत पर आधारित तारातरा मठ के महंत प्रतारपुरी को मैदान में उतारा है। संघर्ष की आशंका को ध्यान में रख प्रशासन ने यहां अतिरिक्त जाब्ता तैनात कर रखा था। यही कारण रहा कि, चुनाव यहां लगभग शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने वाला था कि, असामाजिक तत्वों ने वोटिंग खत्म होते-होते उत्पाद मचा दिया।
जानकारी के अनुसार, राजस्थान के पोखरण क्षेत्र के लाठी कस्बे में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बने मतदान केंद्र के बाहर दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थक सुबह से जमे हुए थे। बूथ के पास बिजलीघर के आगे मतदान खत्म होने से 15 मिनट पहले दोनों ही गुटों में विवाद हो गया। देखते ही देखते एक पक्ष के लोग उग्र हो गए और पत्थरबाजी करने लगे। इससे सामने वाले पक्ष के लोगों ने बिजलीघर में घुसकर अपनी जान बचाई। इस दौरान कुछ लोग हमलावरों की पकड़ में आ गए, जिनसे जबरदस्त मारपीट की गई।
दूसरे पक्ष के नौ लोग घायल
इस पत्थरबाजी व मारपीट से सामने वाले पक्ष के लोगों ने बड़ी मुश्किल से जान बचाई, लेकिन फिर भी कुछ लोग हमलावरों की पकड़ में आ गए, जिनसे जमकर मारपीट की गई। मारपीट में सामने वाले पक्ष के 9 लोग घायल हो गए। इन घायलों में स्वरूपा राम (43), विक्रम पुत्र बागाराम, राणीदान (65) पुत्र अमरचंद, लूणाराम (50), नखतसिंह (52), पवन (15) पुत्र बाबूलाल, कैलाश पुत्र ओमप्रकाश, महेन्द्र पुत्र भीमाराम व जुगताराम (60) पुत्र मंगलाराम शामिल हैं। घायलों में से महेन्द्र व जुगताराम की हालत नाजुक होने से उन्हें पोखरण रेफर किया गया।
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पत्थरबाजी के बाद वाहनों में तोड़फोड़, दुकानों में लगाई आग
दूसरे पक्ष पर पत्थरबाजी और मारपीट के बाद असामाजिक तत्वों ने सामने वाले पक्ष की दुकानों व वाहनों में तोड़फोड़ कर उनमें आग लगा दी। उपद्र्वियों ने दूसरे पक्ष के लोगों की मुख्य सड़क पर रखी दो पिकअप, एक फॉर्च्यूनर व दो बाइकों को भी तोड़ दिया। इसके बाद एक रेस्त्रां, कपड़े के शौरूम, किराने की दुकान सहित दो अन्य दुकानों को आग के हवाले कर दिया। लाठी कस्बे में करीब एक घंटे तक असामाजिक तत्वों ने उत्पाद मचाए रखा। कुछ ही देर में बाजार बंद हो गया और लोग घरों में दुबक गए। मौके पर तैनात पुलिसकर्मी इन हमलावरों को रोकने में नाकाम रहे।
मीडियाकर्मी पर जानलेवा हमला
असामाजिक तत्वों ने दूसरे पक्ष के लोगों के साथ-साथ मीडियाकर्मियों को भी अपना निशाना बनाया। दैनिक भास्कर के अनुसार, मौके पर रिपोर्टिंग कर रहे उनके संवाददाता विक्रम पंवार पर जानलेवा हमला किया गया। पंवार के सिर पर छह टांके आए और हाथ में फ्रेक्चर हो गया। यही नहीं असामाजिक तत्वों ने विक्रम का कैमरा भी छीन लिया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी उत्पादियों को रोकने में नाकाम रहे और पुलिस फोर्स करीब दो घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची। स्थानीय निवासी मूलचंद सोनी के अनुसार, हमलावर पक्ष के लोग पहले ही अपना वोट दे चुके थे और वोटिंग खत्म होने के अंतिम मिनटों में दूसरे पक्ष के लोग मतदान के लिए लाइन में लगे थे। सोनी के बताए अनुसार हमलावर पक्ष ने वोटिंग से रोकने के लिए लाइन में लगे लोगों पर पथराव किया जिसके बाद विवाद बढ़ता चला गया।
उपद्रवियों की इस हिंशा के बाद देर शाम तक राजस्थान की इस पोखरण सीट के प्रत्याशियों व वरिष्ठजनों ने कलेक्टर ओम कसेरा व पुलिस अधीक्षक जगदीशचंद्र शर्मा के साथ वार्ता की। लोगों ने कस्बे के सौहार्दपूर्ण वातावरण को खराब करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने साथ-साथ लाठी थानाधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। इस घटना के बाद लाठी में दहशत का माहौल है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि, अब स्थिति नियंत्रण में है।