धर्मांतरण पर सेक्युलर पत्रकार कितना भी पर्दा डालें, कितना भी मुंह मोड़ें लेकिन ये सच है की देश के तमाम हिस्सों में अभी भी हिंदुओं का धर्मांतरण जारी है। ताजा मामला बरेली का है। यहां एक युवक का जबरन धर्मांतरण कराने का शर्मनाक मामला प्रकाश में आया है। अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार भोजीपुरा के एक युवक का आरोप है कि थाना सिरौली में उसे नशा देकर जबरन खतना कराया गया था। युवक की तहरीर पर तीन भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। युवक ने बताया कि उसे पहले बंधक बनाया गया फिर कई दिनों तक उससे नमाज पढ़वाया गया। युवक का आरोप है कि उससे मात्र नमाज ही नहीं पढ़वाया गया बल्कि उसे भैंसे का मांस तक खाने को मजबूर किया गया। वो रविवार को किसी तरह भागकर थाना सिरौली पहुंचा लेकिन पुलिस ने भी उसकी एक न सुनी । जब भाजपा नेताओं नेताओं ने मामले की जानकारी के बाद जब हस्तक्षेप किया तब थाने में पीड़ित युवक की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई। अफसरों के निर्देश पर एलआईयू ने भी मामले की जांच शुरू की है। इस मामले के सामने आने से एक बार फिर से धर्म परिवर्तन का खुलासा हुआ है जो बेहद शर्मनाक है, ये दर्शाता है कि अन्य धर्म के लोग किस तरह से हिंदुओं का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें भैंस तक का मांस खिलाफ रहे हैं।
दरअसल, भोजीपुरा के गांव बुझिया के रहने वाले जनूबी महेंद्र मौर्य के मुताबिक वो दिल्ली में एक ट्रक पर बतौर क्लीनर काम करता है। कुछ समय पहले वो ट्रक के साथ बेंगलुरु गया था जहां उसकी मुलाकात सिरौली के मोहल्ला प्यास में रहने वाले फुरकान से काम करता। दोनों एक ही जिले से थे तो दोनों में दोस्ती हुई लेकिन इस दोस्ती की आड़ में फुरकान के मंसूबे कुछ और ही थे। फुरकान ने ड्राइविंग सिखाने का झांसा देकर महेंद्र नाम के इस युवक को अपने साथ सिरौली ले गया था और यही यहीं उसने अपने गंदे मंसूबों को अंजाम देने का काम शुरू किया।
महेंद्र ने बताया कैसे फुरकान ने अपने भाइयों की मदद से पहले उसके चाय में नशे की गोली मिलाई और जब वो बेहोश हो गया तो उसका खतना कर दिया। होश आया तो उसे बताया कि वह अब मुसलमान बन चुका है। उसने विरोध किया तो फुरकान और उसके भाइयों ने उसे बंधक बना लिया और कई दिन तक उसे डरा-धमकाकर जबरन नमाज पढ़वाई और भैंस का मांस खाने को भी मजबूर किया।
पीड़ित महेंद्र जैसे-तैसे फुरकान के चंगुल से भाग निकला और किसी तरह थाना सिरौली पहुंचा। वहां पहुंचकर उसने सारी जानकारी पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने की बजाय उसे थाने से भगा दिया। इसके बाद सोमवार को उसने एसडीएम कार्यालय जाकर शिकायत की और इस तरह ये मामला प्रशासनिक अफसरों तक पहुंच गया। भाजपा नेताओं को भी मामले की भनक लगी तो नगर पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना, सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के प्रतिनिधि प्रभाकर शर्मा, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष राम गौतम, आशू सिंह समेत कई नेता कार्यकर्ताओं के साथ सीओ आलोक अग्रहरि से मिले। काफी देर हंगाने के बाद सिरौली पुलिस ने महेंद्र की तहरीर पर एफआईआर दर्ज किया। एफआईआर को दर्ज करने में पुलिस ने काफी देर कर दी थी तब तक आरोपी फुरकान और उसके भाई फरार हो चुके थे। सिरौली पुलिस ने महेंद्र मौर्य को मेडिकल के लिए भेजा है। जबरन धर्म परिवर्तन करने का मामला सामने आने के बाद सिरौली में काफी तनाव का माहौल है।
महेंद्र के साथ जिस तरह से धर्म परिवर्तन के लिए व्यवहार किया गया वो बेहद चौंका देने वाला था। न जाने ऐसे कितने ही मामले होंगे जो दबकर रह जाते होंगे। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने जबरन धर्म परिवर्तन के मामले पर दुःख जताते हुए कहा था कि, ‘पिछले 14-15 साल से किसने जौनपुर सहित चार जिलों में गरीबों और पिछड़ों को धोखा देकर, बहला-फुसलाकर और रुपयों का लालच देकर ईसाई धर्म में शामिल करने की आरोपियों को छूट दी।”