देश में धर्म परिवर्तित कराकर लड़कियों के बेचने का एक बार फिर से घिनौना सच सामने आया है। महावीर चौक की 18 वर्षीय एक लड़की ने दरिंदों के चंगुल से भागकर अपने ऊपर हुई बर्बरता और दरिंदगी की दास्तां सुनाई है। युवती ने बताया कि, उसे ब्लैकमेल करके, जबरन शादी करके व फर्जी दस्तावेज बनाकर जम्मू कश्मीर में रखा गया था। वहां से उसे मोटी रकम में बेचने की तैयारी थी। लड़की किसी तरह से वहां से भागकर अपने घर पहुंची। शुक्रवार को बाड़मेर की इस युवती ने जब उसने रो-रोकर पूरी कहानी बताई तो सुनने वालों के रोंगटे खड़े हो गए।
दरअसल, महावीर चौक निवासी 18 वर्षीय युवती 16 मार्च 2018 को बाड़मेर से बड़ौदा के लिए बस से रवाना हुई थी लेकिन वह बीच रास्ते में ही गायब हो गई। उसे श्रीनगर ले जाया गया था। परिजनों ने श्रीनगर के कुपवाड़ा निवासी गुलजार नामक युवक पर अपहरण कर युवती को भगा ले जाने और जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाकर शादी रचाए जाने के आरोप लगाए थे। इसके बाद कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया गया। करीब 38 दिनों के बाद 24 अप्रैल को गुलजार ने फेसबुक आईडी से वीडियो जारी कर युवती की सहमति से शादी रचाने की बात बताई। इसके बाद युवती के पिता ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और शादी के लिए बनाए गए दस्तावेजों को चुनौती दी है।
Rajasthan: A Barmer woman alleges she was blackmailed&taken by a man to J&K's Kupwara 9 months ago,made to sign fake marriage documents,forced to accept Islam&was being sent to Dubai. SP Barmer says, "Officer goes to J&K, so investigation's taking time. She'll get justice" (12.1) pic.twitter.com/9bi0cVLVlW
— ANI (@ANI) January 12, 2019
अब उस शादी रचाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, करीब एक माह पूर्व युवती श्रीनगर से भागकर वापस बाड़मेर आ गई। शुक्रवार को उसने युवक पर गंभीर आरोप लगाए। उसने अपने साथ हुई एक-एक दास्तां बताई।
युवती ने बताया कि, बाड़मेर के एक कैफे में काम करने वाला जम्मू कश्मीर निवासी गुलजार उसके अश्लील फोटो लेकर ब्लैकमेल कर रहा था। ब्लैकमेल करके उसने उसे कश्मीर बुलाया। उसने लड़की को डरा-धमका कर शादी के झूठे कागजात भी तैयार करवा लिए। युवती ने आरोप लगाया कि, वहां पर गुलजार व उसके परिजनों ने उसे गोमांस खाने और नमाज पढ़ने के लिए दबाव बनाया गया। युवती ने कहा कि, गुलजार के परिवार के अन्य लोग भी उस पर गंदी नजर रखते थे।
युवती के अनुसार, कुछ दिनों के बाद गुलजार और उसके भाई ने उसे दुबई में बेचने की तैयारी कर ली। किसी तरह से लड़की को इस बात की भनक लग गई। इसके बाद वह श्रीनगर से भागकर बाड़मेर भाग आई। घर आकर लड़की ने परिजनों को पूरी आप बीती बताई।
लड़की ने बताया कि, बाड़मेर पुलिस श्रीनगर गई थी, लेकिन वहां की पुलिस में गुलजार का भाई नौकरी करता है, उसने मिलने नहीं दिया। तीसरी बार पुलिस गुलजार के घर पर आई और उसके बयान लिए। लड़की ने बताया कि उसे इस बात के लिए डराया-धमकाया गया कि, अगर उसने उनके पक्ष में बयान नहीं दिए तो उसे जान से मार देंगे। फेसबुक पर जो वीडियो जारी किया, उसे भी दबाव में बयान देकर बनाया और 20 बार एडिट किया गया। लड़की ने यह भी बताया कि, उसके निकाह के दस्तावेज भी फर्जी है।
पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि, नवंबर 2018 में गुलजार और उसके भाई इकबाल के बीच बात करते हुए सुना था। दोनों उसे दुबई में बेचकर बड़ी रकम मिलने की बात कर रहे थे। कुछ दिन बाद जब गुलजार ने श्रीनगर में एक कैफे पर नौकरी शुरू की तो उसने गुलजार की जेब से पैसे चुराए और पास के एक ई-मित्र से फ्लाइट का टिकट करवाया और वह 27 नवंबर को श्रीनगर से अहमदाबाद आ गई। अहमदाबाद पहुंच परिजनों को फोन किया और बाड़मेर आ गई। बाड़मेर आकर परिजनों को आपबीती बताई।
पीड़िता ने यह भी बताया कि, कोतवाली थाने में दर्ज एफआर नहीं लगाई गई है। पुलिस ने बताया कि, पूर्व में भी पुलिस ने जम्मू कश्मीर निवासी गुलजार के घर पहुंच युवती के बयान लिए थे, उसमें उसने अपनी इच्छा से गुलजार के साथ आना बताया। इसके बाद मामले में पुलिस एफआर लगाने की तैयारी कर चुकी थी, लेकिन युवती के वापस आने से एफआर को कोर्ट में पेश नहीं किया गया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पीड़िता के पिता ने मीडिया को बताया है कि, “कार्यवाही आगे नहीं बढ़ रही है। जान को भी खतरा है। डरा-धमका कर फर्जी दस्तावेज बनाए है, मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, दोषियों को सजा मिले, ताकि कोई बेटी लव जिहाद की शिकार नहीं हो।”
बता दें कि, यह कोई पहला मामला नहीं है, जब प्यार का झांसा देकर हिंदुओं की बहन-बेटियों की इज्जत से खेला गया हो। इससे पहले भी लगातार ऐसी घटनाएं सामने आती रही हैं, जिसमें हिंदू लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाकर पहले शादी की जाती है, धर्म परिवर्तन कराए जाते हैं फिर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। इसके बाद कुछ दिनों तक उनका शारीरिक व मानसिक शोषण करने के बाद उन्हें पैसों की खातिर विदेशों में बेंच दिया जाता है।