ट्विटर पर ट्रोल हो गये राहुल गांधी, राफेल मुद्दे को लेकर पीएम मोदी के लिए लिखे थे प्रश्न

राफेल राहुल गांधी

PC: अमर उजाला

शायद ही कोई महीना ऐसा होता है, जब राहुल गांधी देश का मनोरंजन न करते हों। कभी वो अपनी भाषणों से तो कभी वो अपने तर्कों से, कभी अपने अंदाज से तो कभी अपने ट्विट से सभी को ठहाके लगाने का मौका दे ही देते हैं। ऐसा ही कुछ एक बार फिर हुआ है। इस बार वो अपने ट्विट में नंबरिंग करते समय 1,2 के बाद 3 को लिखना ही भूल गए और सीधे 4 पर आ गए। यानी 1, 2, 4। फिर क्या था, हो गए ट्रोल। फिर तुरंत सफाई देते हुए बोले कि हमने जानबूझकर ऐसा किया था। यानी अब वो गलतियां भी जानबूझकर करने लगे हैं।

दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरूवार को संसद में राफेल सौदे पर ओपन बुक परीक्षा का सामना करना है। राहुल ने सवाल किया कि वह परीक्षा में खुद आएंगे या अपने प्रतिनिधि को भेजेंगे।

इसके बाद राहुल ने परीक्षा के लिए प्रधानमंत्री को 4 सवाल ट्वीट किए। ट्वीट किए सवालों में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि हर विमान के लिए 560 करोड़ रुपये की जगह 1600 करोड़ रुपये का भुगतान क्यों हुआ और करार AA (रिलायंस समूह के अनिल अंबानी की ओर इशारा करते हुए) को क्यों दिया गया, सार्वजनिक क्षेत्र की हिन्दुस्तान ऐरोनाटिक्स लिमिटेड को क्यों नहीं।

राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि कल, प्रधानमंत्री संसद में ओपन बुक राफेल सौदा परीक्षा का सामना करेंगे।

उन्होंने लिखा कि परीक्षा के प्रश्न ये हैं…

प्रश्न1: एयरफोर्स को 126 एयरक्राफ्ट की जरूरत थी फिर 36 एयरक्राफ्ट ही क्यों खरीदे?

प्रश्न2: 560 करोड़ की जगह एक एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए 1600 करोड़ रुपए क्यों खर्च किए गए?

प्रश्न4 (तीसरा सवाल लिखना ही भूल गए): ‘एचएएल’ की जगह ‘एए’ को क्यों चुना?

फिर क्या था। लोगों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष जमकर ट्रोल हुए। कुछ ने करारा जवाब भी दिया। इसके बाद उन्होंने लिखा कि मैने जान बूझकर तीसरा सवाल नहीं लिखा।

इसके बाद उन्होंने तीसरा प्रश्न जो पूछा, उसके बाद एक बार फिर से वो हंसी के पात्र बन गए क्योंकि तीसरा प्रश्न पहले से ही संसद में पूछा जा चुका था। उसका जवाब भी उन्हें संसद में भलीभांति मिल चुका था। दरअसल, तीसरे सवाल में राहुल गांधी ने पूछा, “मोदी जी प्लीज बताइए कि आखिर पर्रिकर जी ने राफेल की फाइल अपने बेडरूम में क्यों रखी थी?” इसके बाद में राहुल ने तंज कसते हुए ये भी कहा कि मोदी इन सभी सवालों के जवाब खुद देंगे या किसी प्रॉक्सी (छद्म व्यक्ति) को भेजेंगे‌?

इसके बाद एक बार फिर से उन्हें जमकर जवाब मिले। बता दें कि इससे पहले संसद में राहुल गांधी ने एक ऑडियो क्लिप पेश करने की बात कही थी। इसे लोकसभा अध्यक्ष द्वारा मना कर दिया गया था। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि इस ऑडियो प्ले करने से पहले आपको इसकी प्रमाणिकता की जानकारी देनी होगी और इसकी जिम्मेदारी भी लेनी होगी। लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन द्वारा प्रमाणिकता की बात किये जाने के बाद राहुल गांधी ने बात ही बदल दी। उसके बाद उन्होंने उस ऑडियो की बात ही नहीं की। उनके हर सवाल को जवाब फ्रांस सरकार, दसॉल्ट कंपनी और एनडीए सकार दे चुकी है। इसे लेकर भी उनपर काफी सवाल उठे।  

ऐसे में एक बात तो स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी राफेल जैसे मुद्दों के जरिये सिर्फ जनता को गुमराह करने की लगातार कोशिश कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष बेबुनियाद आरोप मढ़ रहे हैं। उनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ जनता को गुमराह करके जनता का वोट पाना है।  

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