कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी निराधार आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में किस हद तक उतर जाएंगे, ये किसी को नहीं पता। कई बार वह निराधार आरोप लगाते-लगाते इतनी गलत भाषा का प्रयोग कर जाते हैं, जिसकी एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष से तो छोड़िए, किसी भी समझदार आम नागरिक से भी आशा नहीं की जा सकती। ऐसे ही शब्दों का प्रयोग एक बार फिर से उन्होंने किया है। दरअसल उन्होंने राफेल मुद्दे पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री को महिला (रक्षामंत्री) के पीछे छुपने की बात कही है। उनकी इस महिला विरोधी टिप्पणी की काफी आलोचना हो रही है। यहां तक कि, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस तक जारी किया है।
दरअसल, राहुल गांधी ने राफेल मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हर बार की तरह निराधार लगाते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री एक महिला (रक्षामंत्री) के पीछे छुप रहे हैं। उनके इस बयान के बाद उनकी चारों ओर से निंदा शुरू हो गई है। राहुल गांधी के इस बयान की राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी कड़ी निंदा की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राहुल गांधी का बयान- ‘एक महिला से कहा मेरी रक्षा कीजिए?’ महिला विरोधी है। क्या वह सोचते हैं कि, एक महिला कमजोर है? राहुल इतने बड़े लोकतांत्रिक देश की रक्षामंत्री को कमजोर कह रहे हैं।’
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नोटिस भेजा है। राहुल गांधी को नोटिस जारी करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा है, “उनकी टिप्पणी महिला-विरोधी, आक्रामक, अनैतिक तथा सामान्य रूप से महिलाओं के मान एवं प्रतिष्ठा के विरुद्ध असम्मान ज़ाहिर करती है।
बता दें कि राहुल गांधी ने अपनी एक रैली के दौरान कहा था कि, प्रधानमंत्री ने संसद में अपने बचाव में एक महिला का सहारा लिया ,क्योंकि वह खुद की रक्षा नहीं कर सकते थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने कहा, “56 इंच का सीने वाले चौकीदार भाग खड़े हुए और एक महिला सीतारमण जी से कहा मेरी रक्षा करें। मैं खुद की रक्षा करने में समर्थ नहीं हूं। ढाई घंटे तक महिला उनकी रक्षा नहीं कर सकी। मैंने तो सीधा सा सवाल किया था, जिसका हां या ना में उत्तर था, लेकिन वह उत्तर नहीं दें सकीं।”
इसके बाद राहुल गांधी ने एक बार फिर से वही हरकत की और गुरुवार देर शाम ट्वीट किया, “बातें न घुमाइए, मर्द बनिए और मेरे सवालों का जवाब दीजिए।” इसके बाद राहुल गांधी की इन्हीं दो टिप्पणियों पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया और राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस भेजा।
राहुल गांधी के इस आरोप के बाद पूरे देश में उनकी आलोचना शुरू हो गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेसी नेताओं पर देश की महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, लोकसभा में राफेल सौदे पर तथ्यों के साथ पहुंचीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष की तथ्यात्मक ढंग से धज्जियां उड़ा दीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “वह महिला रक्षा मंत्री का अपमान करने पर तुले हैं। यह एक महिला का नहीं पूरे भारत की नारी शक्ति का अपमान है। इसके लिए इन गैर-जिम्मेदार नेताओं को कीमत चुकानी होगी। यह गर्व का विषय है कि, पहली बार एक महिला देश की रक्षा मंत्री बनी है।”
राहुल गांधी की इस टिप्पणी से एक बात तो स्पष्ट है कि, उनके मन में महिलाओं के प्रति कितनी हेय भावना छिपी है। बता दें कि, यह पहली बार नहीं है, जब राहुल गांधी की जुबान फिसली है। इससे पहले भी वह कई बार ना-ना प्रकार की बड़ी गलतियां करते रहे हैं।