अली जफर: वह पाकिस्तानी एक्टर जो जिस थाली में खाता है, उसी में छेद करता है।

अली जफर पाकिस्तान

PC newsstate

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हमारे सीआरपीएफ जवानों पर हुए कायरतापूर्ण हमले को लगभग एक सप्ताह बीत गया है, लेकिन इस हमले के अपराधियों के खिलाफ देश का गुस्सा बिल्कुल भी शांत नहीं हुआ है। देश के 44 जवानों की मौत पर पूरे देश में रोष व्याप्त है। देश इन हमलों के जिम्मेदार इस्लामिक आतंकवादियों के खिलाफ कड़े प्रतिशोध की मांग कर रहा है। साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान का पूर्ण बहिष्कार किया जा रहा है।

इस बेहद संवेदनशील और तनावपूर्ण माहौल में, क्रिकेटर से पीएम बने, इमरान खान नियाज़ी ने कल पुलवामा हमलों के बारे में अपना बयान दिया। जैसा की उम्मीद की जा रही थी, उन्होंने पुलवामा हमले में अपने देश का किसी भी तरह से हाथ होने से इंकार कर दिया। उल्टे उन्होंने भारतीय अधिकारियों पर कश्मीर विवाद से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। यही नहीं इमरान खान ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई करने की दशा में जवाबी हमला करने की चेतावनी भी दी।

हालांकि, पाकिस्तान की यह गीदड़भभकी कोई आश्चर्य की बात नहीं है। पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर भारत द्वारा लगाए जाने वाले हर एक आरोप और सबूतों को नजरअंदाज कर उल्टे सीनाजोरी करने का पाकिस्तान का एक कुख्यात ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। 2016 में उड़ी में भारतीय सेना के बेस कैंप पर हुए कायरतापूर्ण हमलों के बाद भी, तत्कालीन पाक पीएम, नवाज शरीफ ने ठीक इसी तरह से व्यवहार किया था।

अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा दिये गए इस गैर-जिम्मेदाराना और गीदड़भभकी वाले भाषण की तारीफ में एक पोस्ट किया गया जो कि एक ट्वीट था। यह ट्वीट ‘तेरे बिन लादेन’, ‘चश्मे बद्दूर’, डियर जिंदगी और ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ जैसी बॉलीवुड की फिल्में कर चुके अभिनेता अली ज़फ़र ने किया है। बता दें कि अभिनेता अली जफर एक पाकिस्तान कलाकार है जो बॉलीवुड फिल्में करके पैसा और शोहरत कमा रहे थे। अली जफर ने ट्वीटर पर पाक पीएम इमरान खान को टैग करते हुए लिखा है, ‘क्या स्पीच है सर!’ अली जफर के इस ट्वीट से उनके इंडियन फॉलोअर्स गुस्साए हुए हैं और अब इस ट्वीट के कारण अल सोशल मीडिया पर जबरदस्त ट्रोल हो रहे हैं।

https://twitter.com/AliZafarsays/status/1097775995493539840

जफर के इस ट्वीट के बाद इंडियन फैंस का गुस्सा भड़क उठा है और वे अली जफर को जमकर खरीखोटी सुना रहे हैं। इनमें से कुछ यूजर इस प्रकार लिख रहे हैं- दोबारा भारत मत आना वरना बहुत पिटाई होगी…, अब आके दिखा इंडिया में…,एक दुसरे यूजर ने लिखा- बेरोजगारी में इंसान क्या-क्या अनाप-शनाप सोचता है..।

https://twitter.com/GDarshanG/status/1097804143866118144

दरअसल, अली जफर का यह ट्वीट पाकिस्तानी कलाकारों के पाखंड का पर्दाफाश करता है। उन पाकिस्तानी कलाकारों का जिनके लिए हमारे देश की ‘अमन की आशा ब्रिगेड’ जरूरत पड़ने पर भारत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए भी तैयार रहती है। ये वही लोग हैं जो हमारे देश में काम करते हैं, यहाँ से जल्दी से पैसा कमाते हैं और फिर पाकिस्तान जाकर अपनी सरकार में यह पैसा लगाते हैं, जो निस्संदेह भारतीय विरोधी गतिविधियों, विशेष रूप से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने की दिशा में उपयोग होता है। अली ज़फ़र का यह ट्वीट भारत में उन लोगों के गाल पर कड़ा तमाचा है, जो कि ‘हर कीमत पर शांति’ की अपनी विचारधारा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा तक को खतरे में डालने की कोशिशें करते हैं।

यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तानी कलाकारों ने इस तरह अपना असली रंग दिखाए हो। उरी हमलों के बाद, जब पूरा बॉलीवुड पाकिस्तानी कलाकारों के पक्ष में खड़ा था, तब इनमें से एक ने भी उस हमले के शहीदों के नाम  दो शब्द भी नहीं लिखे थे, हमले की निंदा करना तो दूर की बात है। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेताओं के साथ-साथ वहां के टीवी कलाकारों ने भी कश्मीरी अलगाववादियों के समर्थन में एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसका शीर्षक ‘आई स्टैंड विद कश्मीर है’। आप नीचे वीडियो में पाकिस्तानी कलाकारों का असली चेहरा देख सकते हैं। सवाल यह है कि, क्या ये लोग तथाकथित ‘अमन की आशा ब्रिगेड’ के लिए लड़ रहे हैं?

असल बात तो यह है कि, अली ज़फ़र जैसे लोग केवल अपने समुदाय के प्रति वफादार रहे हैं और दूसरी तरफ हमारे पास स्वरा भास्कर, शेहला राशिद, बरखा दत्त जैसे लोग हैं, जो भारतीय होने के बावजूद पाकिस्तानी घुसपैठियों की प्रशंसा करते हैं, भले ही इससे हमारी राष्ट्रीय एकता ही खतरे में क्यों न पड़ जाए। दोनों ही तरफ के ऐसे लोगों को कड़ा सबक सिखाने की जरूरत है।

Exit mobile version