आज तड़के भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की गई जिसकी गूंज पाकिस्तानी संसद में भी सुनाई दी लेकिन इसके बावजूद भी पाकिस्तान सरकार अभी तक इस कार्रवाई को लेकर असमंजस में ही है। सुबह से लेकर अब तक पाकिस्तान कई बार झूठ बोल चुका है। पाकिस्तान ने खुद भारत की सैन्य कार्रवाई की जानकारी सबसे पहले दुनिया को दी लेकिन इसकी सच्चाई के बारे में वह लगातार झूठ बोल रहा है।
पहला झूठ- भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने सबसे पहले सुबह 5 बजे इस एयर स्ट्राइक की जानकारी दी थी। लेकिन उन्होंने सच्चाई छुपा दी। आसिफ गफूर ने झूठ बोला कि पाकिस्तानी विमानों की जवाबी कार्रवाई के बाद भारतीय विमानों को उल्टे पैर लौटना पड़ा। जबकि सच यह है कि भारतीय वायुसेना ने वहां आतंकी ठिकानों को तबाह किया और उसके बाद वायुसेना के मिराज विमान अपनी सीमा में वापस लौटे।
दूसरा झूठ- पाकिस्तान की ओर से इसके बाद कहा गया कि भारतीय लड़ाकू विमानों ने उसके इलाके में पेलोड गिराया, जबकि हकीकत यह है कि, भारतीय वायु सेना के मिराज-2000 विमानों ने एक हजार किलो के बमों से जैश के आतंकी ठिकानों को नेस्तानबूद कर दिया।
तीसरा झूठ- पाकिस्तानी सेना ने कहा कि भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में कोई भी नुकसान नहीं हुआ है। इसके लिए झूठे सबूतों के रूप में पाक सेना ने जंगलों में टूटे पड़े पेड़ों की तस्वीर भी जारी की। जबकि सच यह है कि भारत की इस एयर स्ट्राइक में जैश के आतंकी कैंपों को भारी नुकसान हुआ है और इसमें 200 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की आशंका है।
चौथा झूठ- पाकिस्तान का कहना है कि, भारतीय विमानों ने खाली जगहों पर विस्फोटक गिराया, जिससे कोई जनहानी नहीं हुई। जबकि सच यह है कि भारत ने सुनियोजित तरीके से आतंकी कैंपों को टारगेट किया है और लेजर गाइडेड बमों से इन ठिकानों को ध्वस्त किया।
पांचवां झूठ- पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि भारतीय वायुसेना के फाइटर प्लेन 3-4 मील तक पाकिस्तान सीमा में प्रवेश कर गए। जबकि सच तो यह है कि, वायुसेना के मिराज विमानों ने पीओके पार कर पाकिस्तान के 50 किलोमीटर अंदर जाकर बमबारी की। गौरतलब है कि, बालाकोट पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 160 किलोमीटर है, जहां पर भारतीय वायुसेना ने बमबारी की।
सातवां झूठ: भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक पर पाकिस्तान झूठ बोल रहा है कि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ जबकि सच यह है कि इस कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाक विदेश मंत्रालय की ओर से आपात बैठक बुलाई गई और वहां की संसद में इमरान खान के खिलाफ बुरी तरह नारेबाजी हुई।
भारत सरकार का कहना है कि, यह एक गैर-सैनिक कार्रवाई थी। अर्थात भारतीय वायुसेना ने केवल आतंकी मारे हैं, पाकिस्तानी नागरिक या उनके फौज के लोग नहीं। घने जंगलों की ऊंची पहाड़ी पर स्थित जैश का सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप भारतीय वायुसेना का मुख्य टारगेट था। भारत की ओर से की गई इस बड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान अब तक असमंजस के मोड में ही है। पाकिस्तान इसका बदला लेना दूर इसे हजम तक नहीं कर पा रहा।