देश में चुनावी बिगुल बज चुका है। लोकतंत्र का यह महापर्व सात चरणों में होने वाला है। चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही देश भर के जाने-माने ज्योतिषाचार्यों ने राजनीतिक पार्टियों और नेताओं की कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है। राजनेताओं की ग्रहदशा के आधार पर ज्योतिषाचार्यों ने चुनावी गणित शुरू कर दी है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी की कुंडली पर भी जाने-माने ज्योतिषाचार्यों ने विश्लेषण दिया है। इससे स्पष्ट तौर से सामने आया है कि, 2019 के लोकसभा चुनावों के परिणाम सत्ताधारी पार्टी के ही पक्ष में रहने वाले हैं और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही देश के अगले पीएम होंगे।
पीएम मोदी का फिर से बन रहा राजयोग
सनातन ज्ञानपीठ के ज्योतिष विद्या प्राध्यापक पंडित योगेश मिश्रा का कहना है कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने बताया कि 17 सितंबर, 1950 को जन्मे पीएम मोदी चंद्रमा की महादशा से गुजर रहे हैं और उनकी अंतर्दशा केतु की है। यह इस बात का संकेत दे रहे हैं कि कड़े मुकाबले में पीएम मोदी बढ़िया जीत प्राप्त करेंगे।
फेल रहेगा महागठबंधन
पंडित योगेश मिश्रा ने महागठबंधन और उत्तर प्रदेश में हुए सपा-बसपा गठबंधन की ग्रहदशा का भी अध्यन किया है। उन्होंने बताया कि, इस आम चुनाव में मायावती और अखिलेश यादव के गठबंधन को उतना अधिक लाभ नहीं होगा, जितना वो सोच रहे हैं। मिश्रा ने बताया कि देश की सत्ता से नरेंद्र मोदी और बीजेपी को बाहर के लिए बनाया गया महागठबंधन भी पूरी कोशिशों के बाद भी भाजपा को टक्कर नहीं दे पाएगा। पंडित योगेश मिश्रा ने कहा कि लाख कोशिशों के बाद भी महागठबंधन 230-240 सीटों तक सिमट जाएगा, जबकि बीजेपी का गठबंधन एनडीए 300 सीटों का आंकड़ा पार कर लेगा।
वहीं जाने माने ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पदमेश ने ज्योतिष गणना से बताया है कि, 3 मार्च 2019 से भाजपा के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के गृहनक्षत्रों में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि, इसका सीधा फायदा सत्ताधारी पार्टी को होगा और देश में एक बार फिर मोदी सरकार बनेगी।
विपक्षी करेंगे भारी विरोध लेकिन नहीं पड़ेगा कोई फर्क
पंड़ित केए दुबे ने बताया कि, पीएम मोदी के जन्म के समय चंद्रमा और मंगल दोनों ही कुंडली के पहले घर में वृश्चिक राशि में बैठे हैं। इससे पीएम की कुंडली में कई शुभ योग हैं। दुबे ने बताया कि पीएम की कुंडली में गजकेसरी योग, मूसल योग, केदार योग, रूचक योग, वोशि योग, भेरी योग, चंद्र मंगल योग, नीच ऊंग योग, अमर योग, कालह योग, शंक योग और वरिष्ठ योग बना हुआ है। दुबे ने बताया की कुंडली के ग्रह नक्षत्रों के अनुसार वे विपक्षियों के भारी विरोध के बावजूद फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
पीएम मोदी के लिए इस समय है बहुत बढ़िया ग्रह नक्षत्र
ज्योतिषाचार्य पदमेश ने बताया कि, प्रधानमंत्री मोदी की कुंडली वृश्चिक राशि और वृश्चिक लग्न की है। इसके साथ ही पीएम की कुंडली में चंद्रमा की महादशा भी चल रही है। दुबे ने बताया कि यह महादशा 2021 तक चलेगी। पीएम की कुंडली में 3 मार्च 2019 तक चंद्रमा की महादशा में बुध का अतर आ गया था। इसके बाद अब पीएम मोदी की कुंडली में केतु का अतर आ गया है। यह भाग्य बदलने वाला साबित होगा। वृश्चिक लग्न में केतु लाभकारी होता है और पीएम की कुंडली भी वृश्चिक लग्न की है। इसके अलावा वृश्चिक लग्न के लिए बृहस्पति पंचमेश में होता है जो कि बहुत बढ़िया स्थिति मानी गई है। अर्थात मार्च की शुरुआत से प्रधानमंत्री के बहुत अच्छे दिन शुरू हो गए हैं। इससे स्पष्ट है कि, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर बीजेपी केंद्र की सत्ता में काबिज होगी।
बीजेपी के भी हैं अच्छे दिन
पंडित पदमेश ने बताया कि, बीजेपी का जन्म 6 अप्रैल 1980 को हुआ था। इससे जो कुंडली बनती है वह मिथुन लग्न वृश्चिक राशि की कुंडली है। इस कुंडली में अक्टूबर 2012 से ही सूर्य की महादशा चल रही है। इस महादशा से बीजेपी को खूब फायदा हुआ। बीजेपी और पीएम मोदी की कुंडली में काफी अच्छे योग होने के कारण ही 2014 में बीजेपी सत्ता में आयी और मोदी प्रधानमंत्री बने। पंडित पदमेश ने बताया कि, साल 2017 में बीजेपी और पीएम मोदी की कुंडली में कुछ दिनों के लिए कठिन दौर से गुजरी थी लेकिन अब दोनों की ही कुंडलियों में अच्छे योग बन रहे हैं।
नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में बनेगा राम मंदिर
राजस्थान के भीलवाड़ा में अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष विज्ञान शोध संस्थान की ओर से अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसमें देश-विदेश के 500 से ज्यादा ज्योतिषी आए थे। इन 500 से ज्यादा ज्योतिषियों ने ज्योतिष गणना कर यह निष्कर्ष निकाला है कि, नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के प्रबल योग हैं। इन ज्योतिषियों के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के अभी योग नहीं हैं। अभी कोर्ट से तारीख पर तारीख मिलेगी लेकिन शनि के धनु राशि पर रहते हुए नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में राम मंदिर अवश्य ही बन जाएगा।
इस ज्योतिष गणना के अनुसार बिल्कुल स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि 2019 के आम चुनाव में पीएम मोदी के नेतृ्त्व में भारतीय जनता पार्टी ही केंद्र की सत्ता पर काबिज होगी और पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा।