भारतीय विंग कमाण्डर अभिनन्दन शर्मा द्वारा पाकिस्तान के जिस लड़ाकू विमान को निशाना बनाया गया था, उस विमान का पायलट भी पैराशूट की मदद से पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में जाकर लैंड हुए थे। पाकिस्तानी प्लेन पीओके के नौशेरा में जाकर गिरा लेकिन वहाँ मौजूद पाकिस्तानियों ने उसे भारतीय प्लेन समझा व उसे उड़ा रहे पायलट शहाजुद्दीन को भारतीय पायलट समझकर पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। पाकिस्तानी पायलट को बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ उसने दम तोड़ दिया। शहाजुद्दीन की मौत का खुलासा लन्दन के एक वकील उम्र खालिद ने किया जिनके मुताबिक पाक पायलट मौत की सूचना उनके परिजनों को दी गई थी। वहीँ आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान इस पर कुछ भी कहने से कतरा रहा है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाक पायलट की मौत बेहद ही दर्दनाक तरीके से हुई है।
पाकिस्तान तो अभी तक इस बात पर असमंजस में ही है कि, भारत द्वारा गिराया गया पाकिस्तानी विमान एफ-16 था या कोई और। भारत का पाकिस्तान पर आरोप है कि जो एफ-16 विमान पाकिस्तान भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा था, वो उसे आतंकवाद के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए अमेरिका से मिले हुए है। भारतीय वायु सेना द्वारा गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेस में एफ-16 विमान की A-120C-5 एडवांस्ड मीडियम रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (AMRAAM) के कुछ हिस्सों को प्रदर्शित किया गया, जिसमें इसके उत्पादन संख्या का विवरण है जिससे अमेरिका यह आराम से पता लगा सकता है की कब उन्हें वितरित किया गया था| भारत के इस आरोप की सत्यता इस बात से भी सिद्ध होती है की मृत पाकिस्तानी पायलट पाकिस्तानी वायुसेना जिस स्क्वॉड्रन 19 का हिस्सा थे,जिसे पाकिस्तान में शेर-दिल्स कहा जाता है, उसी स्क्वॉड्रन में एफ-16 विमान भी शामिल हैं। ज़ाहिर सी बात है कि भारत के खिलाफ एफ-16 विमानों का इस्तेमाल करके उसने अमेरिका के साथ हुए समझौते का उलंघन किया है। हांलाकि, इस पर अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट का कहना है कि वे पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ एफ-16 विमानों के संभावित इस्तेमाल पर अभी और जानकारी मांग रहे हैं।
साल 2008 में जब अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को ये विमान सौंपे जा रहे थे, तभी भारत ने अपनी चिंताओं को अमेरिका के साथ साझा किया था। भारत ने कहा था कि पाकिस्तान इन आधुनिक हथियारों का उपयोग आतंकियों के खिलाफ नहीं परन्तु भारत के खिलाफ कर सकता है। आपको बता दें कि इसके अलावा, पाकिस्तान ने 750 मार्क -84 lb जनरल पर्पज बम, 700 BLU-109 2000 lb पेनेट्रेटर बम और 500 ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक म्यूनिशन (JDAM) प्राप्त किए थे। अमेरिकी कांग्रेस के रिकॉर्ड में कहा गया है कि “ये हथियार जून 2010 से पाकिस्तान में वितरण के लिए उपलब्ध होंगे”।
अब पाकिस्तान अमेरिका द्वारा दिये इस विमान को भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर फंस गया है। वह लगातार इस बात से इंकार कर रहा है कि जो विमान भारत ने गिराया है वह एफ-16 ही है। पाकिस्तान इस बात से सहमा हुआ है कि, अमेरिका पाकिस्तान से अपनी नाराज़गी जता सकता है व भविष्य में पाकिस्तान को अमेरिका से कोई भी सैन्य मदद मिलने में कठिनाई आ सकती है। हालाँकि, ट्रम्प प्रशासन ने सत्ता में आने के तुरंत बाद ही अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक व सैन्य मदद को रोक दी थी।