प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार पाकिस्तान पर दबाव बना रहे हैं और आतंक के खिलाफ कार्रवाई करने और घुटनों पर झुकने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इस काम देश की तीनों सेना साथ दे रही हैं और हर स्तर पर पाकिस्तान को माकूल जवाब दे रही हैं। देश की सेना और सरकार के इस काम से पूरे देश में खुशी की लहर हैं वहीं अब सबूत मांगने वाला धड़ा एक बार फिर सेना की कार्रवाई पर सबूत की मांग कर रहा है। दरअसल, कुछ विपक्षी दलों को बस सेना की क्षमता और उनकी कार्रवाई पर राजनीति करने का एक मौका चाहिए। अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान पर की गयी कार्रवाई को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने एयर स्ट्राइक से जुड़े सबूत की मांग की है।
WB CM: After air strike, PM did not hold any all party meet. We want to know details of the operation. Where the bomb was dropped, how many people died. I was reading foreign media and they said that none died and some media houses said one died. We want to know the details. pic.twitter.com/jRSvcpbCTH
— ANI (@ANI) February 28, 2019
Along with his family members and all our countrymen, we are anxiously waiting for the safe return of our pilot #Abhinandhan
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 28, 2019
गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुखिया ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में कहा, हवाई हमलों के बाद, हमें बताया गया कि 300 मौतें हुईं, 350 मौतें हुईं। लेकिन मैंने न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट में ऐसी खबरें पढ़ीं जिनमें कहा गया कि कोई इंसान नहीं मारा गया। एक अन्य विदेशी मीडिया रिपोर्ट में केवल एक व्यक्ति के घायल होने की बात कही गई थी।” ममता ने आगे कहा, “हमें ये जानने का अधिकार है, इस देश के लोग ये जानना चाहते हैं कि कितने मारे गए (बालाकोट में)। वास्तव में बम कहां गिराया गया था? क्या ये लक्ष्य पर गिरा था?” उन्होंने कहा, सुरक्षाबलों को तथ्यों के साथ सामने आने का मौका दिया जाना चाहिए।” ममता के इन शब्दों से साफ़ है कि उन्हें सेना की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है। जबकि खुद पाकिस्तान ने एयर स्ट्राइक पर हामी भरी है और जवाबी कार्रवाई न कर पाने की उसकी अक्षमता भी सभी ने देखी।
बता दें कि 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के बड़े प्रशिक्षण शिविरों पर बम गिराकर उन्हें तबाह कर दिया था जिसमें 350 आंतकवादी, उनके प्रशिक्षक और बड़े कमांडर मारे गए थे। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई भारतीय वायुसेना की कार्रवाई को दुनियाभर से समर्थन मिल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने भी इस घटना पर सकारात्मक रुख रखा। तब वायुसेना की इस कार्रवाई की खबरों से आज दुनिया भर के अखबार भरे पड़े थे लेकिन भारत के ही नेता इसपर सवाल उठा रहे हैं। स्पष्ट रूप से ममता बनर्जी का ये रुख सेना विरोधी है। उन्हें एयर स्ट्राइक की वजह से न पाकिस्तान की बौखलाहट नजर आ रही है और न उसकी सेना द्वारा सीमा पर सैन्य ठिकानों पर किया गया हमला नजर आ रहा। पहले तो इन्होंने सेना की तारीफ की और अब खुद ही सवाल भी उठा रही हैं।
IAF also means India's Amazing Fighters. Jai Hind
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 26, 2019
वैसे ममता बनर्जी का ये रुख कोई नयी बात भी नहीं है। हर मुद्दे पर राजनीति करने की उन्हें आदत है। साल 2016 के दिसंबर माह में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भारतीय सेना को राजनीति के गंदे खेल में घसीटा था और पश्चिम बंगाल में हुए सैन्य अभ्यास को सीएम ममता बनर्जी ने तख्तापलट करने की कोशिश करार दिया था। उन्होंने सेना की तैनाती को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ कोर्ट जाने की भी बात कही थी। यही नहीं केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को राज्य में छापे मारने या जांच करने के लिए दी गई ‘सामान्य रजामंदी’ वापस ले ली थी और तो और सीबीआई अधिकारियों को गिरफ़्तारी भी करवा दी थी।
अब एक बार फिर से सेना पर सवाल उठा रही हैं जबकि पाकिस्तान के खिलाफ लोहा लेने के लिए भारतीय सेना की चारों तरफ तारीफ हो रही है। ऐसे समय में तो कम से कम आप अपनी गंदी राजनीति को दरकिनार कर देश के साथ खड़ी होती लेकिन ये ममता बनर्जी हैं वो पहले अपना हित देखती हैं ऐसे में उनसे और कुछ अपेक्षा करना भी मुर्खता होगी।