पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब राज्य में सात चरणों में होने वाले चुनाव को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में सात चरणों में मतदान करवाने के पीछे भाजपा का प्लान है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा ”यह भाजपा की बंगाल को अस्थिर करने की साजिश है, लेकिन मैं बहुत खुश हूँ, भाजपा को मुँहतोड़ जवाब दिया जाएगा, हम 42 की 42 सीटें जीतेंगे।”
उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका चुनाव आयोग पर निशाना साधने की कोई मंशा नहीं है क्योंकि यह एक संवैधानिक संस्था है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने ऐसे महीने में चुनाव का आयोजन किया है जिसमें मौसम बहुत गर्म रहता है जिससे वोटर्स को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। ममता ने कुछ पत्रकारों का हवाला देते हुए यह भी दावा किया सरकार चुनावों के दौरान एक और सर्जिकल स्ट्राइक करने का ढोंग करेगी जिससे कि उसकी हवा एक बार फिर बन सके और उसे चुनावों में फायदा पहुँच सके। इससे पहले टीएमसी के नेता एवं कोलकाता से मेयर फिरहद हकीम चुनावों के समय पर सवाल उठाते हुए कह चुके हैं कि ”चुनावों को जानबूझकर रमजान के समय करवाया जा रहा है ताकि मुस्लिम वोटर्स अपना वोट ना डाल पाएं, लेकिन मुस्लिम वोटर्स वोट डालने जरूर जाएंगे।” आपको बता दें कि रमज़ान 5 मई से शुरू होने जा रहे हैं जबकि चुनाव 19 मई को समाप्त होने जा रहे हैं।
ममता बनर्जी का चुनावों के समय पर सवाल उठाना अपने आप में ही बेतुका लगता है, क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं है जब चुनाव अप्रैल और मई के महीने में आयोजित हो रहें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव भी 7 अप्रैल से शुरू होकर 12 मई को समाप्त हुए थे लेकिन उस वक्त ममता की तरफ से कुछ नहीं कहा गया। इसको लेकर चुनाव आयोग की तरफ से भी सफाई आ चुकी है जिसमें उसने कहा है कि त्योहारों तथा सार्वजानिक छुट्टी वाले दिन को चुनावों की तारीख से पहले ही निकाला जा चुका है। हालाँकि, आयोग ने यह भी कहा कि रमजान की वजह से एक पूरे महीने तक चुनाव न कराना मुमकिन नहीं है।
ममता बनर्जी का भाजपा पर ऐसे आधारहीन आरोप लगाना यह दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के बढ़ते जनाधार से वह अब घबराई हुई है। भाजपा पर आरोप लगाने का अब वे कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती, जिसके लिए बेशक उनको बेतुके बयानों का ही सहारा क्यों ना लेना पड़े। भाजपा का पिछले काफी समय से पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान रहा है, जिसके अंतर्गत कईं राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और खुद प्रधानमंत्री मोदी भी कईं रैलियां कर चुके हैं। भाजपा अब उम्मीद कर रही है कि उसे पश्चिम बंगाल से पहले के मुकाबले अच्छी मात्रा में सीटें मिलेंगी, जिससे कि वह दोबारा केंद्र की सत्ता पर काबिज़ होने के अपने लक्ष्य को और ज़्यादा आसानी से प्राप्त कर सके। हमने आपको कल ही बताया था कि चुनाव से ठीक एक महीने पहले हुए एक सर्वे में भाजपा को 12 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि पिछले चुनावों में भाजपा को सिर्फ 2 सीटें ही मिली थी।