TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री,  भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री,  भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ऐसे स्मृति ईरानी ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के गढ़ अमेठी में बनाई अपनी मजबूत पकड़

Mahima Pandey द्वारा Mahima Pandey
9 March 2019
in समीक्षा
स्मृति ईरानी अमेठी

PC: quint

Share on FacebookShare on X

अमेठी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पर सबसे लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रहा है। वर्ष 1980 से लेकर 1996 और वर्ष 1999 से लेकर अबतक कांग्रेस का गढ़ है। पूर्व प्रधानमंत्री के बड़े बेटे संजय गांधी ने इस संसदीय क्षेत्र का प्रत्निधित्व किया था लेकिन उनकी विमान दुर्घटना ने मृत्यु के बाद उनके भाई राजीव गांधी ने 1991 तक अमेठी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद उनकी पत्नी सोनिया गांधी ने इस संसदीय क्षेत्र का 1999 से 2004 तक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। अब सोनिया गांधी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस तरह से अमेठी का प्रतिनिधित्व नेहरू-गांधी परिवार द्वारा सालों से किया जाता रहा।

हमेशा से इस संसदीय क्षेत्र पर कांग्रेस की पकड़ मजबूत रही है और यहां हर चुनाव में इस पार्टी ने भारी मतों से जीत भी दर्ज की है साल 2009 में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 71 फीसदी वोटों के साथ जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया था जबकि बीजेपी को सिर्फ 5फीसदी वोट ही मिले थे। हालांकि, साल 2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजे इन सभी से हटकर थे। या यूं कहें कि सिर्फ पांच सालों में ही अमेठी में भारतीय जनता पार्टी की पकड़ मजबूत हुई। इसका असर भी 2014 के लोकसभा चुनाव में नजर आया। जहां इस पुरानी पार्टी को इस संसदीय क्षेत्र में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। ये पार्टी कुल वोटों में से सिर्फ 41% ही हासिल कर सकी जबकि बीजेपी का वोट प्रतिशत सिर्फ पांच सालों में 5 फीसदी से बढ़कर 34% हो गया। बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कांग्रेस को जबरदस्त टक्कर दी।

संबंधितपोस्ट

बिहार में पहले चरण में बंपर वोटिंग से पीएम मोदी गदगद, विपक्ष हतप्रभ और एनडीए का आत्मविश्वास आसमान पर

ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

वोट के लिए कितनी नीचता तक गिर सकते हैं नेता? राहुल गांधी के सेना वाले बयान ने भारत में जाति की राजनीति पर उठाए गंभीर सवाल

और लोड करें

भले ही स्मृति ईरानी इस चुनाव में हार गयी हों लेकिन वो अमेठी की जनता को ये यकीन दिलाने में कामयाब रही है कि राहुल गांधी से कहीं अधिक उन्हें उनकी चिंता है। इसके बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए हालात और भी चिंताजनक होते गये। साल 2017 में बीजेपी विधानसभा चुनाव में अमेठी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली 5विधानसभा सीटों में से 4 जीतने में सफल रही थी। जिस एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी को हार मिली थी वो भी कांग्रेस के हाथों नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के हाथों मिली थी।

इस तरह से स्मृति ईरानी और बीजेपी ने इस पूरे समीकरण को न सिर्फ समझा बल्कि अमेठी में और मजबूती के लिए अपने प्रयासों को और तेज कर दिया। स्मृति ईरानी अक्सर इस संसदीय क्षेत्र का दौरा करती हैं और इस क्षेत्र की जनता से जुड़ने का प्रयास करती हैं। यही नहीं केंद्र सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री ईरानी अमेठी को 77 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दे चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने यहां नवोदय विद्यालय में रोजगार मेले का शुभारंभ भी किया था।

इसके अलावा स्मृति ईरानी अक्सर ही अमेठी का दौरा करती रहती हैं और वहां की जनता से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझने और उसे सुलझाने का प्रयास करती हैं। उन्होंने जनवरी महीने में कम्बल वितरण किया था और सीएचसी गौरीगंज में सीटी स्कैन मशीन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुईं थी। यही नहीं वो अक्सर अमेठी की महिलाओं से भी जुड़ने के प्रयास करती रही हैं और केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभ हर महिला तक पहुंचे ये सुनश्चित करने का प्रयास करती हैं। हाल ही में उन्होंने अमेठी संसदीय क्षेत्र की महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए बात भी की थी और उनसे उज्जवला योजना समेत अन्य योजनाओं को लेकर जानकारी ली थी। इस संसदीय क्षेत्र की जनता की फिल्म ‘उरी’ देखने की इच्छा को भी पूरा किया था।

स्मृति ईरानी के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पिछले चार सालों में अक्सर अमेठी का दौरा करते हैं और सार्वजानिक रैली करते हैं। इस तरह से अपने प्रयासों से बीजेपी और स्मृति ईरानी ने अमेठी में जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ को मजबूत किया।

वहीं, दूसरी तरफ राहुल गांधी ने अमेठी के विकास पर न कभी ध्यान दिया और न ही वहां की जनता की जरूरतों को समझ पाए। राहुल द्वारा लगातार अमेठी की अनदेखी की गयी जबकि स्मृति ईरानी ने हमेशा आम जनता से जुड़ने और उनकी जरूरतों को समझने का प्रयास किया। स्मृति ईरानी ने कई बार अमेठी की अनदेखी करने के लिए राहुल गांधी पर निशाना भी साधा है। उन्होंने एक बार कहा भी था, “पिछले 15 सालों से अमेठी के सांसद ने कभी अमेठी की समस्या को संसद में नहीं उठाया और न ही गरीब किसानों के बारे में सोचा। ऐसे नामदार लोगों ने अमेठी के लोगों को न सिर्फ छला है बल्कि गरीबों को धोखा भी दिया है जबकि उन्हीं के वोट की ताकत पर वह संसद पहुंचते रहे हैं। न ही सांसद ने इतने सालों तक बहनों की सम्मान व स्वास्थ्य की चिंता की। मोदी सरकार ने 1 लाख 40 हजार परिवारों को उज्‍जवला कनेक्शन दिया। अमेठी के पांच लाख लोगों को किसी न किसी योजना का लाभ मिला।”

ऐतिहासिक #PMKisan सम्मान निधि योजना के शुभारंभ हेतु अमेठी में हुए कार्यक्रम में शामिल हुई।देशभर के 12 करोड़ किसान लाभार्थियों में अमेठी से 3.80 लाख किसान भी सम्मिलित हैं। आज जिन 1.01 करोड़ किसानों को सालाना ₹6000 की पहली किश्त प्राप्त हुई, उनमें से 2,38,938 किसान अमेठी से है। pic.twitter.com/L1BctkKy7V

— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) February 24, 2019

हाल में स्मृति ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा था, ‘ये अमेठी का दुर्भाग्य है कि घी के दिये केवल यहां के सांसद के घर में ही जलते हैं। हमने तो यहां 500 घरों को झुलसते देखा है। जिनकी मदद के लिए बीजेपी कार्यकर्ता हमेशा सामने आये हैं लेकिन राहुल गांधी को इनकी सुध नहीं।’ जब राहुल गांधी ने अमेठी की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के शिलान्यास का राग अलापा तो अपने ट्वीट से स्मृति ईरानी ने उनकी बोलती बंद कर दी थी।

आपको डर इतना है की अमेठी में विकास हो रहा है की आपने ये देखने की तकलीफ़ नहीं उठायी की कल कोरवा में JV का उद्घाटन हुआ है। इसके तहत भारत और रूस के बीच समझौता हुआ AK 203 राइफ़ल के निर्माण का@RahulGandhi

— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) March 4, 2019

अगर कोरवा में 2010 में आपने शिलान्यास किया तो 2007 में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के सम्बंध में जो हुआ उसपे प्रकाश डालेंगे? @RahulGandhihttps://t.co/FxdCT1ye3Rhttps://t.co/f6qeWP4tlb

— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) March 4, 2019

लगे हाथ आज देश को बता दें की कैसे आपने तो उस संस्थान का भी शिलान्यास किया जिसका आप ही के एक नेता ने लगभग 2 दशक पहले शिलान्यास किया था। @RahulGandhi pic.twitter.com/UpmrYU6wbI

— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) March 4, 2019

यही वजह है कि लेफ्ट-लिबरल गैंग जब स्मृति ईरानी को राजनीतिक स्तर पर कमजोर करने में विफल हो गये तो उनके चरित्र और पहनावे पर हमला करना शुरू कर दिया।

कांग्रेस से लेकर लेफ्ट-लिबरल गैंग तक ने स्मृति ईरानी पर न जाने कितनी बार अश्लील, अभद्र टिप्पणी की।इसके कई उदाहरण हैं। वास्तव में कांग्रेस को भी ये समझ आ चुका है कि अमेठी में स्मृति ईरानी मजबूती के साथ उभरी हैं और ये मजबूती कांग्रेस का गढ़ उससे छीन सकती है। जिस तरह से स्मृति ईरानी अपने काम के प्रति समर्पित हैं उसी तरह से वो किसी भी मुद्दे पर बेबाक जवाब देती हैं। जितनी शालीनता से वो विपक्ष को सुनती हैं उसके बाद वो हर सवाल का जवाब भी तथ्यों के साथ पेश करती हैं। यही वजह है कि विपक्ष की बोलती बंद हो जाती है ऐसे में विपक्षी नेता और कुछ वामपंथी उन्हें नीचा दिखाने के लिए उनके पहनावे तो कभी उनके चरित्र पर हमला करते हैं। हालांकि, कांग्रेस के सभी पैंतरे अमेठी की जनता को भी समझ आ चुके हैं। वो ये समझ चुके हैं कि किस तरह से इस पुरानी पार्टी ने सालों तक उन्हें छला है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि इस बार स्मृति ईरानी पूरी मजबूती के साथ अमेठी में उभरेंगी और बीजेपी की जीत का डंका बजेगा। इसी के साथ ही अमेठी का गांधी-नेहरू परिवार की परंपरागत पहचान से पीछा छूटेगा।

Tags: 2019 लोक सभा चुनावअमेठीराहुल गाँधीस्मृति ईरानी
शेयर5975ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अखिलेश का यू टर्न, लोकसभा चुनाव के लिए जारी सपा की सूची में अधिकतर परिवार के लोगों को दिया टिकट

अगली पोस्ट

पिछले 5 सालों में PM मोदी के शासन में भारत की ग्लोबल रैंकिंग में आया बड़ा सुधार

संबंधित पोस्ट

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी
चर्चित

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

10 November 2025

पूर्वोत्तर भारत, जिसे कभी दिल्ली की नीतिगत दृष्टि में हाशिए का इलाका माना जाता था, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि में भारत के विकास...

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण
इतिहास

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

10 November 2025

भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास में वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक चेतना और राष्ट्र की आत्मा का उद्घोष रहा है। यह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31

How Nehru Turned His Own Birthday Into Children’s Day

00:05:01

Why AH-64 Apaches Made a Mysterious Return To U.S. On Their Delivery Flight To India?

00:06:07

‘White Collar Terror’: Is The 0.5 Front Within The Country Activated?

00:10:07
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited