कुछ दिनों पहले ही बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ रफाल मुद्दे पर कोर्ट की अवमानना करने का आरोप लगाया था। लेखी ने उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा है। अब यह खबर सामने आई है कि जिस AOR (एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड) के माध्यम से मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीम कोर्ट में अपने केस को लेकर सुनवाई करने की अपील दायर कारवाई थी, उस वकील को राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने AOR के पद से हटा दिया है।
आपको बता दें कि हर राज्य सरकार के पास देश की सर्वोच्च अदालत में उसका पक्ष रखने के लिए कुछ AOR नियुक्त करने का अधिकार होता है। AOR द्वारा दायर की जाने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट प्रमुखता से विचार करता है। इस 12 अप्रैल को वरिष्ठ वकील मुकुल रोहातगी ने चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच के सामने मीनाक्षी लेखी की याचिका पर सुनवाई करने की अपील की थी। हालांकि, शाम को जब कोर्ट ने याचिका के संबंध में अपना आदेश जारी किया तो उसमें AOR के तौर पर राजस्थान सरकार के AOR रुचि कोहली का नाम लिखा हुआ था।
रुचि कोहली को पिछली वसुंधरा राजे सरकार के समय AOR के पैनल में नियुक्त किया गया था। लेकिन पिछले वर्ष दिसंबर में कांग्रेस सरकार के आने के बाद भी वे अपने पद पर बनी हुई थीं। हालांकि, अब उनके मीनाक्षी लेखी द्वारा AOR के तौर पर इस्तेमाल के बाद उन्हें तुरंत राजस्थान सरकार ने उनके पद से हटाने का निर्णय लिया। खुद कांग्रेस सरकार के AOR का इस्तेमाल कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ होना अशोक गहलोत सरकार के लिए किसी शर्मिंदगी से कम नहीं है।
इससे पहले मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी के ‘चौकीदार चोर है’ के नारे पर सवाल उठाते हुए यह कहा था कि राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का अपमान कर रहे हैं जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने रफाल डील में कोई भ्रष्टाचार नहीं होंने की बात कही थी। मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि जब सुप्रीम कोर्ट खुद रफाल डील में कोई चोरी ना होने की बात कह रहा है, तो राहुल गांधी किस हैसियत से पीएम मोदी पर ‘चौकीदार ही चोर है’ के नारे के माध्यम से आरोप लगा सकते हैं? इससे पहले भाजपा नेता अरुण जेटली भी राहुल गांधी पर कोर्ट की अवमानना का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि भारतीय लोकतंत्र किसी को सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों को ‘दोबारा लिखने’ की इजाजत नहीं देता। उन्होंने ट्वीट किया था ‘जितना नीचा वो गिरेंगे, उतना ऊपर हम उठेंगे।’
To manufacture a Court order for a political propaganda is a new low for Rahul Gandhi. The lower he sinks, the higher we rise.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) April 15, 2019
यहां हैरानी की बात तो यह है कि AOR रुचि कोहली द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ याचिका दायर करने से कांग्रेस सरकार इतनी आहत हो गयी कि उन्होंने वकील रुचि को उनके पद से हटाने में जरा भी देर नहीं लगाई। इसका अंदाजा खुद कांग्रेस को भी है कि चुनावी दौर में पीएम मोदी की छवि को कमजोर करने के लिए राहुल गांधी जिस नारे का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर का अपमान है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट राहुल गांधी को पहले ही नोटिस जारी कर चुका है, और आगे उनकी मुसीबतें और बढ़ सकती है। कांग्रेस पार्टी और सरकारों को मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने वाले कार्यों को छोड़कर अपने नेतृत्व में मजबूती लाने की जरूरत है।