उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट का हाई वोल्टेज ड्रामा चालू है। आजम खान के विवादित बयानों पर पलटवार करते हुए जया प्रदा ने सपा नेता आजम खान और उनके बेटे को भी करारा जवाब दिया है। कुछ दिन पहले ही आज़म खान ने जया प्रदा पर अभद्र और अश्लील टिप्पणी की थी जिस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी आजम खान का बचाव किया था। जब कोई साथ न दे तो एक औरत अपना बचाव खुद करना भी जानती है और ऐसा ही कुछ जया प्रदा ने भी किया है।
जया प्रदा ने आजम खान के अभद्र बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि “वो नेता कहता है कि मुझे उंगली पकड़ कर रामपुर की धरती पर लाया है। मैं बहन हूं, आपकी बेटी के समान हूं। क्या मैसेज दे रहे हो आप, किस भाषा और जुबान का इस्तेमाल कर रहे हो?” आजम खान के बयान से आहत जया प्रदा ने आगे कहा कि “एक भाई बहन की ओर देखकर बोलता है, आप किस तरह के कपड़े पहने हो, अंदर क्या पहने हो, बाहर क्या पहने हो, किस रंग के पहने हो। ये मैं आपको बताने की जरूरत नहीं समझती।”
भाजपा से रामपुर सीट पर चुनाव लड़ रहीं जया प्रदा ने आगे कहा कि ‘मैं आहत हूं, दुःखी हूं, एक बहन आपको भाई मानती है और आप उसे अभद्र शब्द बोलते हो।‘ उन्होंने कहा कि ‘ये बहन के खून के आंसू हैं। आपको ये अभिशाप है, आजम साहब, आपको चुनौती दे रही हूं रामपुर छोड़कर नहीं जाऊंगी और मैं रामपुर में ही रहकर आपको सबक सिखाऊंगी।‘ जया प्रदा ने ये भी कहा कि ‘अगर ऐसा नेता देश का नेता बनेगा तो देश का क्या होगा ? देश में औरतों कि सुरक्षा और सम्मान का क्या होगा ?’
कुछ दिन पहले आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म ने भी जया पर हमला बोला था और मुस्लिम विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश की थी। अब्दुल्ला आज़म ने कहा था कि ‘उनके पिता को बस इसलिए टार्गेट किया जा रहा है कि वो मुस्लिम हैं। मुस्लिम होने के लिए हमें हमेशा भुगतना पड़ता है।’ उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि ‘बीजेपी को खुश करने के लिए मेरे पिता पर बैन लगाया गया” जिस बयान पर जया ने जवाब दिया कि, ‘अब्दुल्ला तुम मेरे सामने बच्चे हो। तुम्हारे घर में मां है, भाभी है। तुम्हारी भाभी पर कोई ऐसे टिप्पणी करेगा तो क्या तुम्हारा भरी सभा में पीसी करने का मन करेगा? नहीं करेगा।‘ 2009 के चुनाव का जिक्र करते हुए जया प्रदा ने कहा कि ‘मुलायम सिंह को छोड़कर मैं आपके बीच में आयी हूं, 2009 में मुलायम सिंह जी, मेरी अश्लील तस्वीरें आपके नेता ने घुमाया, मुझे जीने की इच्छा नहीं थी। मैं खुदकुशी करना चाहती थी, लेकिन जिस इंसान ने मुझे बचाया वो है अमर सिंह जी।‘
आपको बता दें कि जया प्रदा और आजम खान के बीच तनाव काफी पुराना है। 2009 में भी जया प्रदा आजम खान के विरोध के बावजूद रामपुर सीट से चुनाव जीतीं थीं। हालांकि, बाद में अमर सिंह के दबाव के कारण और पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव कि सहमति से आजम खान को 6 साल के लिए सपा पार्टी से निष्काषित कर दिया गया था। जिसके बाद से आज़म और जया प्रदा का छत्तीस का आंकडा रहा है और वो जया पर वार करने का कोई भी मौका नही गंवाते। इस बार जया भाजपा की तरफ से आजम को चुनौती दे रहीं है ।एक तो पुरानी दमदार प्रतिद्वंदी उसपर से बीजेपी की लहर। आजम खान का डर जायज़ भी है कहीं जया 2009 की जीत को फिर से दौहरा न दें जिससे आजम खान को एक बार फिर अपनी पसंदीदा सीट रामपुर से हाथ धोना पड़ जाएगा ।