आज देश में चौथे चरण का मतदान जारी है इस बीच पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान राज्य में हिंसा और झड़प की खबरें सामने आयीं। पश्चिम बंगाल में आज आठ सीटों पर मतदान हो रहा है। वहीं आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ नंबर 199, 125 और 129 पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और सुरक्षा बलों के बीच झड़प की खबरें सामने आयीं। इस सीट से बीजेपी की ओर से बाबुल सुप्रियो और टीएमसी से अभिनेत्री मुन मुन सेन मैदान में हैं। जब इस झड़प को लेकर टीएमसी उम्मीदवार मुन मुन सेन सवाल किया गया तो उनका जवाब न सिर्फ गैर जिम्मेदाराना और बल्कि बेतुका भी था। उनका कहना था कि उन्हें इस तरह की किसी खबर की कोई जानकारी ही नहीं है।
https://twitter.com/TrulyMonica/status/1122769794137067520
Moonmoon Sen is goals! Blissfully unaware of the violence in her constituency becasue she got 'Bed tea late'! Also 'aar ki bolbo, bolo' will now be my patent answer to everything 🤣🤣 cc @tweetruna @agniprotim https://t.co/h2GrCwoJAU
— Shomini Sen (@shominisen) April 29, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आसनसोल हिंसा पर जब मुन मुन सेन से सवाल किया गया तो मुन मुन सेन ने कहा, ‘मुझे आज मेरी बेड टी काफी लेट मिली, इसलिए मैं काफी देर से जागी। मैं इस बारे में क्या कह सकती हूं, मुझे सच में नहीं पता क्या हुआ।‘ बता दें कि आज सुबह आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के कई जगहों पर मारपीट और हिंसा की खबरें सामने आई थीं।
#WATCH Clash between TMC workers and security personnel at polling booth number 199 in Asansol. A TMC polling agent said, 'no BJP polling agent was present at the booth.' BJP MP candidate from Asansol, Babul Supriyo's car was also vandalised outside the polling station. pic.twitter.com/goOmFRG96L
— ANI (@ANI) April 29, 2019
टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने ये कहकर हंगामा शुरू कर दिया कि बीजेपी के प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो मतदान केंद्र पर वोटिंग को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सुरक्षा बलों द्वारा उन्हें रोका नहीं जा रहा। यही नहीं इसके बाद वो सुरक्षाबलों से भी भीड़ गये। मौका पाते ही टीएमसी कार्यकर्ताओं ने सुरक्षाकर्मियों पर ही लाठियां बरसानी शुरू कर दी। यही नहीं उन्होंने ZEE न्यूज की गाड़ी और बीजेपी प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो की गाड़ी पर भी हमला किया। इतना सबकुछ हो गया लेकिन टीएमसी प्रत्याशी मुन मुन सेन को इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। एक आइडियल उम्मीदवार होने के नाते उन्हें हर बूथ की जानकारी न सही लेकिन कम से कम अपने क्षेत्र की इतनी जानकारी रखती कि उनके क्षेत्र में चुनाव शांतिपूर्ण हो रहे हैं या नहीं। कम से कम अपने कार्यकर्ताओं की हरकतों पर ही संज्ञान लेती।
वहीं जब उनसे उनकी प्रतिद्वंदी प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो से जुड़ा सवाल किया तो वो भडक गयीं। उन्होंने कहा, ‘उनका नाम मत लीजिए, नहीं तो मैं बात नहीं करूंगी।‘ आसनसोल लोकसभा क्षेत्र में टीएमसी की तरफ से वो मैदान में है ऐसे में इस तरह का बचकाना जवाब उनके ‘फर्क नहीं पड़ता’ रवैये को दर्शाता है।
वास्तव में टीएमसी के कार्यकर्ताओं को आदत हो गयी है चुनाव को प्रभावित करने की और जानबूझकर मतदान की प्रक्रिया में बाधा डालने की। वहीं इसपर टीएमसी नेताओं की प्रक्रिया भी बेतुकी और गैर जिम्मेदाराना होती है। ममता राज में किस तरह से टीएमसी के गुंडे अराजकता फैलाते हैं और चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं इस घटना से एक बार फिर से स्पष्ट हो गया है।