पीएम मोदी ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा है कि अगर पाकिस्तान भारत के विंग कमांडर को वापस भारत को नहीं सौंपता तो वह रात कत्ल की रात होती। पीएम मोदी ने गुजरात के पाटन में एक रैली को संबोधित करते हुए यह बयान दिया जिसमें उन्होंने अमेरिका का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा ‘अमेरिका के उच्चपद पर बेठे ऐसे एक शख्स ने अपना बयान दिया था कि, मोदी अब कुछ बड़ा कर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि, मोदी ने एक साथ 12 मिसाइलें लगाई थीं। अमेरिका ने कहा था कि अच्छा था कि पाकिस्तान ने पायलट वापस कर दिया। वरना वो रात कत्ल की रात होती। ये तो अमेरिका ने कहा है। ये पायलट ऐसे ही वापस नहीं आया है, ये तो सरदार पटेल की जमीन का बेटा वहां बैठा है इसलिए वापस आया है’।
पीएम मोदी का यह बयान उस घटना पर आधारित है जब विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के फाइटर जेट्स का पीछा करते हुए पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर चले गए थे, और बाद में जब उनका जेट क्षतिग्रस्त हुआ तो उनको पाकिस्तानी सेना ने बंधक बना लिया था। इस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को भी बाकायदा पायलट की सुरक्षा सुनिश्चित करने की चेतावनी दी थी। हालांकि इस घटना के बाद महज़ 36 घंटो के बाद ही पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंपने का ऐलान किया था। इसको भारत में पीएम मोदी की कूटनीतिक कामयाबी के तौर पर देखा गया था।
आपको बता दें कि जैसे ही पाकिस्तान द्वारा भारत के विंग कमांडर को पकड़े जाने की खबर सामने आई तो मोदी सरकार ने ये साफ़ कर दिया था कि वो पाकिस्तान को अभिनंदन को एक लेवरेज की तरह इस्तेमाल नहीं करने देगी। यानी कि बातचीत की सूरत में अभिनंदन कोई मुद्दा नहीं हो सकते थे जिन्हें लेकर पाकिस्तान भारत पर कोई दबाव बना सके। अब ज़रा सोचिये कि भारत का एक फाइटर पायलट पाकिस्तान के कब्ज़े में था, लेकिन मोदीजी ने तीनों सेनाओं के अध्यक्षों को फ्री हैंड दे दिया था। इसका मतलब साफ़ था कि भारत आर पार की लड़ाई के मूड में है।
लेकिन दूसरी तरफ भारत के इस रवैये को देखकर पाकिस्तान की हालत पतली हो चुकी थी। कर्ज़ों पर चलने वाले पाकिस्तान के लिए यहां से स्थिति का खराब होना घातक साबित हो सकता था, इसलिए उसने ‘पीस गेश्चर’ के नाम पर अभिनंदन को लौटाने का फैसला लेने में ही अपनी भलाई समझी। आपको बता दें कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद से ही इन चुनावों में राष्ट्रीय सुरक्षा एक अहम मुद्दा बना हुआ है। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार का देश की सुरक्षा को लेकर अभूतपूर्व रुख देखने को मिला है, जिसके बाद पहले से मजबूत भाजपा को इन चुनावों में और अधिक फायदा होने के अनुमान हैं, हालांकि कितना फायदा होगा, यह तो चुनाव के नतीजे आने के बाद ही पता चल पाएगा।