पिछले हफ्ते ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी, जिसमें उनकी पुणे की एक छात्र-वार्ता के दौरान छात्रों ने जमकर मोदी-मोदी के नारे लगाए थे। इस वार्ता में राहुल गांधी ने यह तक कह डाला था कि वे मोदी को पसंद करते हैं। उनकी इस वार्ता को सुनने के बाद सबको लगा कि राहुल गांधी की हर बार की तरह इस बार भी जुबान फिसली होगी, लेकिन अब यह सामने आया है कि राहुल गांधी का यह पूरा कार्यक्रम पहले से ही स्क्रिप्टेड था। इसका खुलासा तब हुआ जब एक मीडिया समूह ने वार्ता में शामिल हुए बच्चों से पूछा कि क्या उन्हें राहुल गांधी से सवाल पूछने की अनुमति दी गई थी, तो छात्रों ने एक स्वर में ‘ना’ कहा। हालांकि इस पूरी वार्ता में राहुल गांधी स्क्रिप्ट के अनुसार अपनी बातें कहने में पूरी तरह विफल दिखाई दिये और फिर सोशल मीडिया पर उनकी चुटकी ली जाने लगी।
When even SCRIPTED Questions go in favour of PM Modi 😂👏 Rahul Gandhi in Pune says : "I LOVE Mr. Narendra Modi" AND The Student CROWD AGREES & ERUPTS INTO "MODI MODI" CHANTS 👏 👏👏🙌🙌 #ModiOnceMore #Elections2019 #RahulGandhiStudentsInteraction pic.twitter.com/W08LdNh8yP
— Rosy (@rose_k01) April 5, 2019
दरअसल, पुणे में छात्रों से बातचीत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष प्यार का संदेश दे रहे थे। इस दौरान वो छात्रों द्वारा किये जा रहे सवालों के जवाब भी दे रहे थे। इस दौरान वो छात्रों से कह रहे थे कि उनके मन में किसी के लिए भी नफरत नहीं है फिर चाहें वो नरेंद्र मोदी के लिए ही क्यों ना हो। उनके ऐसा बोलने के बाद छात्रों ने मोदी–मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। स्थिति को संभालने के लिए राहुल गांधी कुछ देर के लिए खामोश हो गये। इसके बाद अपनी बात को संभालते हुए कहा कि “मैं भी नरेंद्र मोदी को मानता हूं, और उनसे प्यार करता हूं।” गांधी वंशज के इतना कहते ही वहां मौजूद छात्रों ने जोर-जोर से नारेबाजी की। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है।
राहुल गांधी ने अपनी इस वार्ता में विक्टिम कार्ड खेलने की भी कोशिश की। उन्होंने राजीव गांधी और इन्दिरा गांधी की हत्याओं का ज़िक्र किया और कहा कि उन्होंन अपने जीवन में बहुत हिंसा देखी है। हालांकि वहां मौजूद छात्रों में से किसी ने भी गांधी वंशज की इन बातों में कोई रुचि नहीं दिखाई। एक छात्र ने बाद में कहा ‘यह मंच लोगों के उत्तर देने के लिए है, हम इतनी दूर से यहां आयें हैं, हमें हमारे जवाब मिलने चाहिए, सही जवाब! हमें ऐसे जवाब मिलने चाहिए जो कम से कम हमारे विचारों को बदलने की शक्ति रखते हों’।
वीडियो के मुताबिक वहां मौजूद पत्रकार ने छात्रों की बात को घुमाने की मंशा से उनसे यह सवाल पूछा कि ‘राहुल गांधी ने पीएम मोदी को ऐसी छात्र वार्ता करने की चुनौती दी है, इसपर उनका क्या कहना है?’ तो छात्रों ने कहा कि पीएम मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा’ जैसी वार्ताओं के माध्यम से छात्रों से बातचीत करते आए हैं। एक छात्र ने तो यह तक कह डाला कि राहुल गांधी के इस कार्यक्रम का उन्हें कोई औचित्य नहीं दिखाई देता। इससे पहले एनसीसी कैडेट के कार्यक्रम में भी गांधी वंशज अपनी फजीहत करवा चुके हैं। पिछले काफी समय से कांग्रेस की यह पूरी कोशिश रही है कि वह राहुल गांधी की छवि में कोई मजबूती सकें, लेकिन राहुल गांधी हर बार अपने बचपने के चलते अपनी छवि को धूमिल कर देते हैं।