TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस

    संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस

    संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

देश के विकास को बढ़ाने के लिए मोदी सरकार को ये 5 बड़े कदम उठाने की आवश्यकता है

Vikrant Thardak द्वारा Vikrant Thardak
30 May 2019
in Uncategorized
मोदी शिक्षा नीति

PC: Satyagrah

Share on FacebookShare on X

वर्ष 2014 के आने के बाद मोदी सरकार का सबसे ज्यादा फ़ोकस देश की अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने पर था। जब सरकार सत्ता में आई थी तो देश का आर्थिक ढांचा बेहद कमजोर था जिसे मजबूत करने के लिए मोदी सरकार ने बड़े पैमाने पर आर्थिक सुधारों को अंजाम देने का बीड़ा उठाया। मोदी सरकार ने देश की आर्थिक विकास दर को डबल डिजिट यानि कम से कम 10 प्रतिशत पर ले जाने का लक्ष्य रखा। पिछले पांच सालों में पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार ने जीएसटी एक्ट को लागू करने से लेकर, दिवालिया कानून को पारित करने तक, कई बड़ी कामयाबी हासिल की। इसमें कोई शक नहीं है कि पिछले पांच सालों में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण ही आज भारत आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर लगातार अग्रसर है।

यही कारण है कि देश के वोटर्स ने मोदी सरकार पर अपना भरोसा जताते हुए दोबारा भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का मौका दिया है। अब मोदी सरकार भी यह ज़िम्मेदारी बनती है कि वह आर्थिक सुधारों पर और ज़्यादा बल देकर भारत की विकास दर को 10 प्रतिशत से ऊपर लेकर जाए। इसके लिए मोदी सरकार को अपने दूसरे कार्यकाल में पांच बड़े आर्थिक सुधार करने की आवश्यकता है।

संबंधितपोस्ट

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

रूस में आईएसआई की चोरी पकड़ी गई: पाकिस्तान की जासूसी, भारत के खिलाफ साजिश और मुनीर की नाकाम महत्वाकांक्षा

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

और लोड करें

1) विनिवेशिकरण

मोदी सरकार को सबसे पहले सार्वजनिक क्षेत्र से विनिवेश करने के लिए अलग से एक मंत्रालय बनाना चाहिए, ताकि सरकार जल्द से जल्द नुकसान झेल रही कंपनियों में निवेश किए गए पैसों का विनिवेशिकरण कर सके। बता दें कि देश में कुल 331 केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां यानि CPSEs हैं, जिसमें वर्ष 2017 के अंत तक भारत सरकार ने 12 लाख 50 हज़ार 373 करोड़ रुपयों का भारी–भरकम निवेश किया है। इन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में से बीएसएनएल, एयर इंडिया, और महानगर टेलीकॉम निगम लिमिटेड जैसी कंपनियां सरकार के लिए बोझ बनी हुई है, क्योंकि ये कंपनियां सरकार के लिए मुनाफे की बजाय नुकसान अर्जित कर रही हैं और इन कंपनियों में बड़ी मात्रा में सरकारी पैसे का दुरुपयोग होता है। स्थिति लगातार बिगड़ते ही जा रही है। आलम यह है कि वर्ष 2007-08 में नुकसान अर्जित करने वाली कंपनियों की संख्या जहां सिर्फ 54 थी, वहीं वर्ष 2016-17 में इस कंपनियों की संख्या 82 तक पहुंच गई। प्रधानमंत्री मोदी इस दिशा में पहले ही अपनी सरकार का रुख स्पष्ट कर चुके हैं। पीएम मोदी ने एक बार कहा था ‘व्यवसाय करना सरकार का व्यवसाय नहीं है’।

यह लगभग तय हो गया है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अरुण जेटली की खराब सेहत की वजह से उनको वित्त मंत्रालय का पदाभार नहीं सौंपा जाएगा और पीयूष गोयल को वित्त मंत्री बनाया जा सकता है। पीयूष गोयल खुद निजीकरण व्यवसाय के सबसे बड़े पक्षधर रहे हैं, और उन्होंने ही भारतीय रेलवे में बड़े पैमाने पर निजीकरण को स्वीकृति दी थी। अब इस बात की पूरी संभावना है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में निजीकरण को और ज़्यादा बढ़ावा दिया जाएगा। इसके संकेत मोदी सरकार पहले ही दे चुकी है। उदाहरण के तौर पर, वर्ष 2018-19 में केंद्र सरकार ने 80 हज़ार करोड़ रुपये का विनिवेशिकरण करने की योजना बनाई थी, लेकिन इस वर्ष सरकार द्वारा तय सीमा से 5 हज़ार करोड़ ज़्यादा यानि कुल 85 हज़ार करोड़ रुपये का विनिवेशिकरण किया गया। इसी तरह वित्त वर्ष 2017-18 में विनिवेशिकरण की सीमा 72 हज़ार 500 करोड़ राखी गई थी जबकि कुल 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का विनिवेशिकरण किया गया। यानि सरकार अपनी ही तय की हुई सीमा से ज्यादा विनिवेशिकरण कर रही है जो यह दर्शाता है कि सरकार निजीकरण की योजना को लेकर काफी गंभीर है और जल्द से जल्द नुकसान उठाने वाली कंपनियों में से अपने पैसे को निकालना चाहती है।

2) जीएसटी में सुधार

जीएसटी को सफलतापूर्वक लागू करने का मुश्किल काम सरकार पहले ही कर चुकी है। जीएसटी के माध्यम से अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में एक बड़ा सुधार हुआ है। अब सरकार को चाहिए कि रियल एस्टेट, बिजली, ईंधन और अल्कोहल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए और टैक्स की 5 स्लैब्स (शून्य , 5%, 12%, 18% और 28%) को कम करके तीन स्लैब्स तक लाया जाए।

3) नया श्रम कानून

मोदी सरकार को इसके बाद श्रम कानून में बड़े बदलाव करने की सख्त जरूरत है। कहने को तो इस वक्त देश में श्रम संबन्धित 37 केंद्रीय कानून हैं, लेकिन क़ानूनों में जटिलता होने की वजह से ना तो कभी इन क़ानूनों को सही से लागू किया गया, और ना ही पालन! आज़ादी के बाद मार्क्सवादी नीतियों का अनुसरण करने वाली सरकारों ने ‘पूंजी’ से ज़्यादा ज़ोर ‘श्रम’ करने पर दिया। इसके बाद आई सरकारों ने भिन्न-भिन्न क्षेत्रों के लिए ढेरों क़ानून पारित कर डाले लेकिन श्रमिकों की शारीरिक (मानसिक) और वित्तीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। मोदी सरकार को पुराने और जटिल क़ानून की जगह नए कानून बनाने की आवश्यकता है जो नई चुनौतियों और मुश्किलों का सही से निवारण कर सके।

4) निवेश बाज़ार में अतिरिक्त सुरक्षा

सरकार को वित्तीय क्षेत्रीय में कई अहम बदलाव करने की जरूरत है ताकि व्यवसायों को सस्ते दरों पर पूंजी उपलब्ध कराई जा सके। भारत में ‘कॉस्ट ऑफ कैपिटल’ दुनियाभर के कई देशों के मुक़ाबले काफी ज़्यादा है। हालांकि, जबसे शक्तिकांत दास आरबीआई के गवर्नर बने हैं, तब से केंद्रीय बैंक लैंडिंग रेट्स को लेकर काफी उदार हुआ है। अब सरकार को निवेश बाज़ार में भी निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता है ताकि लोग अपनी जमा की गई राशि को बाज़ार में निवेश कर सकें। इससे भारत की अर्थव्यवस्था को जोरदार बल मिलेगा। इससे कंपनियों को पूंजी के लिए बैंकों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

5) नया जमीन अधिकरण कानून और कृषि क्षेत्र के लिए नई नीति

इसके अलावा मोदी सरकार को कृषि और जमीन संबंधी क्षेत्रों पर भी फ़ोकस करने की आवश्यकता है। उदाहरण के तौर पर देश में जमीन अधिग्रहण से संबन्धित कानून बड़े जटिल हैं और सरकार द्वारा जमीन का अधिग्रहण करना एक बड़ा कठिन काम है। इसकी वजह से सरकार की कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं अधर में लटक जाती हैं। सरकार को इसके लिए नए कानून बनाने की आवश्यकता है ताकि जमीन अधिग्रहण जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया में पारदर्शिता आ सके। कृषि क्षेत्र की बात करें तो भारतीय जीडीपी में इस क्षेत्र का 18 प्रतिशत योगदान रहता है और भारत की आधी से ज़्यादा कार्यकारी जनसंख्या (Working Population) कृषि क्षेत्र में काम करती है। सरकार को चाहिए कि कृषि क्षेत्र पर दबाव कम किया जाए और अधिक से अधिक लोगों को सर्विस सैक्टर में रोजगार दिया जाए।

मोदी सरकार को इन पांच क्षेत्रों पर और ज़्यादा ज़ोर देने की आवश्यकता है ताकि जल्द से जल्द भारत का वित्तीय क्षेत्र विकसित हो सके। अगर भारत को अपनी विकास दर ड़बल डिजिट पर लेकर जानी है तो सरकार द्वारा इन क्षेत्रों में निर्णायक कदम उठाना बहुत ज़रूरी है। हमें पूरी उम्मीद है कि नई सरकार इन पहलुओं पर अवश्य काम करेगी।

Tags: पीएम मोदी
शेयर272ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अगर यही हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं जब शरद पवार के राजनीतिक करियर पर ही ब्रेक लग जायेगा

अगली पोस्ट

पुलवामा हमले के शहीदों के परिवारजनों होंगे पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल

संबंधित पोस्ट

जल्द चुना जा सकता है यूपी भाजपा अध्यक्ष
Uncategorized

जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद यूपी भाजपा को जल्द मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष, धर्मपाल सिंह और दिनेश शर्मा के नाम की चर्चा

28 November 2025

भाजपा ने बीते सोमवार को उत्तर प्रदेश बीजेपी के 14 ज़िलों के लिए नए जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिए। 70 जिलाध्यक्ष पहले ही घोषित किए जा...

श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति
Uncategorized

श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

25 November 2025

कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि मंगलवार को एक अद्वितीय आध्यात्मिक भाव से भर उठी, जब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर राज्य...

भारत-विरोधी विचारों वाला मेयर: Zohran Mamdani की राजनीति और पश्चिमी लोकतंत्र में फैलती हिंदू फोबिया
AMERIKA

भारत-विरोधी विचारों वाला मेयर: Zohran Mamdani की राजनीति और पश्चिमी लोकतंत्र में फैलती हिंदू फोबिया

5 November 2025

अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य में हाल ही में एक घटना ने न केवल अमेरिकी नागरिकों बल्कि वैश्विक भारतीय समुदाय को भी चौंका दिया है। तीस...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited