लोकसभा चुनाव 2019 में जो नज़ारा देखने को मिल रहा है वो अभी तक भारत के इतिहास में देखने को कभी नहीं मिला। ऐसा लगता है मानो भारत की राजनीति का ध्रुवीकरण हो गया है। वर्तमान समय में देश में ऐसा ही कुछ माहौल बना हुआ है। लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और सभी राजनैतिक शक्तियां अपने चरम पर है लेकिन मोदी लहर है कि रुकने का नाम नहीं ले रही। और इस लहर से सारा विपक्ष परेशान है।
झारखंड में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ऐसी ही कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा। दरअसल, राहुल गांधी झारखंड के खूंटी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा के लिए चुनावी रैली करने पहुंचे थे। राहुल गांधी खूंटी पहुंचे, रैली शुरू की अच्छा खासा लंबा चौड़ा भाषण भी दिया, भाषण ख़त्म करने के बाद कांग्रेस भक्तों ने अपना वही पुराना राग अलापना शुरू कर दिया … चौकीदार चोर है … चौकीदार चोर है … और फिर हुआ कुछ ऐसा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के भक्तों की बोलती बंद हो गयी।
दरअसल, राहुल की रैली में पहुंची कुछ आदिवासी महिलाएं ‘मोदी ज़िंदाबाद’ के नारे लगाने लगीं। ये देख कर एक पल को कांग्रेसी कार्यकर्ता और राहुल गांधी सन्न रह गए और उन्हें समझ नहीं आया कि स्थिति को कैसे संभाला जाये और क्या किया जाये।
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में ‘मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाने वाली आदिवासी महिलाओं से पत्रकारों ने बातचीत की और इसकी वजह पूछी। जवाब में उन्होंने बताया कि ‘हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं और उन्हीं को वोट देंगी क्योंकि उन्होंने हमें शौचालय, गैस कनेक्शन, मकान और बिजली दी है।‘
आदिवासी महिलाओं के इस जवाब से ये साफ पता चलता है की पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता और खासकर देश की महिलाओं से जो वादे किए थे वो महज़ चुनावी जुमले नहीं थे बल्कि पीएम ने सच में देश की महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनाने का काम किया है। घर घर में शौचलाय का निर्माण हो या गली गली, गाँव -गाँव को रोशन करती ‘हर घर बिजली पहुँचाने के लिए सौभाग्य योजना हो ‘ या फिर जानलेवा धुएं से मुक्ति दिलाती ‘उज्ज्वला योजना‘ जिसके अंतर्गत महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिये गए।
शौचालय, गैस, बिजली देखने और सुनने में ये समस्यायं छोटी ज़रूर लगती हैं लेकिन देश की महिलाओं को आए दिन न जाने कितनी ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता था ऐसे में एक प्रधानमंत्री आया जिसने महिलाओं की पीड़ा को समझा और इन दिक्कतों से महिलाओं को राहत दी। तभी तो कांग्रेस की रैली में बैठे लोग भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समर्थन करते दिखतें हैं।
ऐसा पहली बार नही था जब राहुल गांधी की रैली में मोदी समर्थन में नारे लगे हों पहले भी कई रैलियों में ऐसा देखने को मिलता रहा है । मार्च में बेंगलुरू में राहुल गांधी की एक सभा के बाहर लोगों ने ‘मोदी मोदी’ के नारे लगे थे और समर्थकों को जबरन वहां से हटाया गया था। साथ ही 28 फरवरी को कर्नाटक के बेलगावी जिले में राहुल गांधी की एक रैली के दौरान नरेंद्र मोदी की जय बोलने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया था। लेकिन झारखंड में कांग्रेस असहाय दिखी, वजह थी के इस बार मोदी की समर्थक आदिवासी महिलाएं थी।
इससे राहुल गांधी को उनके फेक न्यूज़ का जवाब भी मिल गया होगा जिसमें उन्होंने आदिवासियों को पीएम मोदी के खिलाफ भडकाने के लिए कहा था कि, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ऐसा कानून लाए हैं जिससे आदिवासियों को गोली मारी जा सकेगी। आदिवासियों से जंगल, जमीन, जल लेकर गोली तक मारी जा सकेगी।’ उन्हें जवाब मिल गया होगा कि आदिवासी महिलाएं हो या पुरुष सभी पीएम मोदी के काम से प्रभावित हैं और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है ऐसे में कोई भी फेक न्यूज़ काम नहीं आने वाली। इसमें कोई दो राय नही है कि पीएम मोदी देश के हर क्षेत्र हर कोने तक पहुंचे है। लेकिन देश की महिलाओं की समस्या को समझा तो बस मोदी ने।