23 मई को चुनावी नतीजे आने से पहले लगभग सभी एग्जिट पोल्स ने केंद्र की सत्ता में भाजपा की वापसी के संकेत दे दिये हैं। हालांकि, एजेंडावादी मानसिकता वाले कुछ लोगों ने अब अलग-अलग हथकंडे अपनाकर इन एग्जिट पोल्स के साथ-साथ चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाना शुरू कर दिया है। दरअसल, टीएनएन (Tricolour News Network ) नाम के एक विदेशी चैनल ने भारत में ईवीएम को लेकर फेक न्यूज़ फैलाने की कोशिश की है। इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है। हालांकि, इस वीडियो का सच जल्द ही बाहर भी आ गया। इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में इस वीडियो में जो दावे किये गये हैं उसे विश्वसनीय नहीं बताया है। ये वही चैनल है जिसने लंदन में अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा के कॉन्फ्रेंस को कवर किया था जिसमें इस शख्स ने दावा किया था कि 2014 लोकसभा चुनाव में ईवीएम को हैक किया गया था और उसी के दम पर बीजेपी की जीत हुई थी। हालांकि, बाद में ये दावें फर्जी साबित हुए थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई टीएनएन की एक वीडियो के मुताबिक भारत के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर ईवीएम में हेर-फेर किया जा रहा है, ताकि नतीजों को भाजपा के पक्ष में बदला जा सके। इस वीडियो को लेफ्ट लिबरल गैंग के कुछ सदस्य भी जमकर शेयर कर रहे हैं और चुनाव आयोग पर भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं।
https://twitter.com/savita_aap/status/1130449040238424064
इस वीडियो में एंकर कहती है ‘टीएनएन को सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बड़े पैमाने पर ईवीएम में फेर-बदल किया जा रहा है, और इसमें भाजपा को सरकारी लोगों का पूरा साथ मिल रहा है। 7 हफ्ते चले लंबे प्रचार अभियान के बाद जब सभी राजनेता आराम फरमा रहे हैं, तो वहीं भाजपा समर्थित लोग ईवीएम में धांधली कर रहे हैं’। इसके बाद यह एंकर उन राज्यों का नाम लेती हैं, जहां कथित तौर पर ईवीएम को बदला जा रहा है। एंकर कहती है ‘पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक और केरल में ईवीएम बदली जाएंगी ताकि नतीजों को भाजपा के पक्ष में लाया जा सके’। इसके बाद यह विदेशी एंकर उत्तर प्रदेश और बिहार में ईवीएम में फेरबदली ना होने की वजह भी बताती है। एंकर ने आगे कहा ‘उत्तर प्रदेश और बिहार में ईवीएम के साथ कोई फेरबदली नहीं की गई ताकि ईवीएम में धोखाधड़ी को लेकर किसी को कोई शक ना हो’।
अब ठीक इसी वीडियो को आधार बनाकर लेफ्ट लिबरल गैंग ने भाजपा के साथ-साथ चुनाव आयोग को भी कटघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया। इस वीडियो को शेयर करते हुए आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता सविता आनंद ने ट्वीट किया ‘अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में खुलासा – मोदी ने हारा हुआ चुनाव जीतने के लिए 200 लोकसभा सीटो पर ईवीएम चेंज करवा दी है! अगर ये सच है, तो सड़कों पर उतरने के लिए तैयार रहें। बड़ा आंदोलन होगा, तानाशाही के खिलाफ’। वायरल हो रहे इस वीडियो में न एंकर का नाम है और ही जिस हवाले से इस खबर को दिखाया जा रहा उसका जिक्र भी नहीं है। बस इस पूरी खबर में मोदी शाह की जोड़ी से देश को बचाने और इवीएम में गड़बड़ी की बात हो रही है। बता दें कि इससे पहले भी ये चैनल अपनी खबरों को लेकर कई बार सुर्खियां भी बटोर चुका है। इसी चैनल के एक घरेलू स्टिंग ऑपरेशन को कपिल सिब्बल ने अपनी एक प्रेस वार्ता में भी दिखाया था, और उन्होंने वार्ता में मौजूद रिपोर्टर्स को इस स्टिंग की पुष्टि करने के लिए कहा था। यही नहीं अगर आप इस news चैनल का सोशल मीडिया पेज देखंगे तो ये सिर्फ कांग्रेस के एजेंडा को बढ़ावा देने वाला और भाजपा के खिलाफ नजर आयेगा।
जिस शख्स ने इस टीएनएन चैनल को बनाया है उसका नाम डायना इरीना है। जब इस महिला के फेसबुक प्रोफाइल को हमने खंगाला तो पाया कि इनकी लाइक्स लिस्ट में राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस से जुड़े कई पेजहैं..जो ये बताने के लिए काफी है कि इस चैनल का कांग्रेस कनेक्शन भी है। अगर ऐसा नहीं है तो फिर एक ब्रिटेन की महिला को ब्रिटेन की तुलना में भारतीय राजनीति और नेताओं में इतनी रूचि क्यों है? इन सभी तथ्यों से इस बात की पुष्टि होती है कि अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस द्वारा इस चैनल का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा।