लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल देने का वादा किया था, अब सरकार बनने के बाद पीएम मोदी ने जल शक्ति मंत्रालय का गठन कर अपने इस वादे को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। इस मंत्रालय का जिम्मा गजेंद्र सिंह शेखावत को सौंपा गया है जिन्होने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव को जोधपुर सीट से हराकर जीत हासिल की है। मोदी सरकार द्वारा जल संसाधन, नदी विकास, गंगा कायाकल्प, पेयजल समस्या और स्वच्छता जैसे विभागों को एक मंत्रालय के अंतर्गत लाया गया है, जिसे जल शक्ति मंत्रालय का नाम दिया है। यह देश भर में लोगों को स्वच्छ पेयजल देने के साथ ही गंगा को अविरल करने की दिशा में काम करेगा।
2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जो घोषणा पत्र जारी किया गया था, उसमे यह स्पष्ट रूप से अंकित था, कि नई सरकार बनते ही देश भर में पानी की समस्या से जनता को निजात दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। जिन लोगों को स्वच्छ पानी नहीं मिलता है उन सभी के घरों में साफ पानी पहुंचाने का काम यह जलशक्ति मंत्रालय करेगा। पिछले सरकार में पानी से जुड़ी समस्याओं के लिए जो अलग-अलग मंत्रालय थे, नई सरकार में उन सभी को मिलाकर एक मंत्रालय बनाया गया है, जो पीएम मोदी के लक्ष्य के अनुसार साल 2024 तक हर घर में लोगों को साफ पेयजल पहुंचाने का काम करेगा। गौरतलब है कि, दुनिया के कई देशों के मुक़ाबले भारत में सबसे अधिक रेनफॉल होता है इसके बावजूद भी यहां हर साल सूखा पड़ने से पानी की भयंकर कमी हो जाती है और कई जिलों में तो लोगों की जान तक चली जाती है, यही नहीं, अप्रैल से जून के बीच पड़ने वाली भीषण गर्मी में कई जानवरों की भी मौत हो जाती है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में पानी की विकराल समस्या से करीब 60 करोड़ लोग प्रभावित हैं जिससे हर साल करीब 2 से 2.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने नए जल शक्ति मंत्रालय को बनाकर देश को एक बड़ी समस्या से निजात दिलाने के लिए यह सराहनीय कदम उठाया है। इस मंत्रालय के जिम्मे कई महत्वपूर्ण काम सौंपे जाएंगे, जिनमे स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना, गंगा को अविरल करना, देश के अलग-अलग राज्यों में पानी की समस्या को खत्म करना जैसे मुद्दे शामिल होंगे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी का भी यह सपना था कि वह देश से सूखे और बाढ़ की समस्या को पूरी तरह से खत्म कर दें, ऐसे में अब गजेंद्र शेखावत के सामने यह बड़ा चैलेंज पूरा करने का जिम्मा है।
पिछली सरकारों के दौरान भी अलग-अलग राज्यों में पानी की समस्या को दूर करने और वॉटर मैनेजमेंट के लिए कई अभियान चलाये जाते रहे हैं। लेकिन भारत में वॉटर मैनेजमेंट के उपायों पर ठीक से अमल ना होने की वजह से लोगों को पानी की इस बड़ी समस्या और सूखे का सामना करना पड़ता है। ओडिशा, छत्तीसगढ़ जैसे कई राज्यों में हर साल गर्मी के समय लोग पानी की गंभीर समस्या से जूझते हैं। लेकिन अब इन समस्याओं को हल करने के लिए ही जल शक्ति मंत्रालय का गठन हुआ है, जो किसानों और आम लोगों के लिए पर्याप्त पानी का इंतजाम करने के लिए पहल करेगा। वहीं गंगा की सफाई को लेकर पिछली सरकार में भी कई कदम उठाए गए थे जिनको यह मंत्रालय अब आगे बढ़ाएगा।
गौरतलब है मोदी सरकार लोगों को साफ पानी उपलब्ध कराने और नदियों के पानी को साफ करने के प्रति काफी प्रतिबद्ध है और इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालय का गठन किया है, जिससे आने वाले समय में देश के करोड़ों लोगों को इस विकराल समस्या से निजात दिलाने में सफलता हासिल होगी।