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कुमारस्वामी के 14 महीने के कार्यकाल की कहानी, सरकार बनने से लेकर सरकार गिरने तक

Vikrant Thardak द्वारा Vikrant Thardak
24 July 2019
in मत
कुमारस्वामी के 14 महीने के कार्यकाल की कहानी, सरकार बनने से लेकर सरकार गिरने तक

PC: BBC

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कर्नाटक में पिछले एक महीने से चल रहे राजनीतिक नाटक का आखिरकार मंगलवार को अंत हो गया और 14 महीने पुरानी कांग्रेस और जेडीएस की अनैतिक गठबंधन सरकार वाली सरकार औंधे मुंह गिर गई। गठबंधन सरकार विधानसभा में विश्वासमत हासिल नहीं कर सकी और विश्वास मत के विरोध में 105 वोट्स पड़े जबकि उसके पक्ष में सिर्फ 99 वोट्स ही पड़े। अब राज्य में भाजपा सरकार बनाने की तैयारी कर रही है और भाजपा नेता बीएस येदूरप्पा शुक्रवार को सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो यह सही मायनों में लोकतंत्र और कर्नाटक के लोगों की जीत होगी, क्योंकि वर्ष 2018 में हुए राज्य के विधानसभा चुनावों में कर्नाटक के वोटर्स ने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में चुना था, लेकिन सत्ता की भूख में कभी एक-दूसरे के धुर-विरोधी रहे जेडीएस और कांग्रेस साथ आ गए और तब सही मायनों में लोकतंत्र की हत्या हुई थी।

राज्य के चुनावों से पहले तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी हर रैली में कुमारस्वामी और जेडीएस को कौसते थे। अपनी एक जनसभा में तो राहुल गांधी ने जेडीएस को ‘जनता दल संघ परिवार’ बता डाला था और इसे बीजेपी की ‘बी टीम’ तक कह डाला था था, लेकिन चुनावों के नतीजों में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में कांग्रेस ने इसी बीजेपी की ‘बी टीम’ के साथ गठबंधन कर लिया। नतीजों में भाजपा को 105 सीटें मिली, जबकि 225 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 113 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता थी। दूसरी तरफ कांग्रेस के पास 79 विधायक थे और जेडीएस को 37 सीटों पर जीत मिली थी। ये दोनों पार्टियां साथ आ गईं और राज्य में दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई। एचडी कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री बने।

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Tags: एच डी कुमारस्वामीकर्नाटक
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