जब से कांग्रेस पार्टी ने अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में अपना नेता चुना है तब से आये दिन पार्टी को उनके बयानों के कारण फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। या यूं कहें अधीर रंजन चौधरी अपने बयानो से गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी के लिए दिन प्रति दिन बड़ी से बड़ी कब्र खोदने का काम कर रहे हैं। अब मैं कहूं कि अधीर रंजन चौधरी बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं तो इसमें कुछ गलत नही होगा अरे हम नहीं बल्कि अधीर रंजन के बयान और उनकी गतिविधियां बयां कर रही है। सोनिया गांधी को जेल में डालने से लेकर अनुच्छेद 370 के मुद्दे को देश का आंतरिक मुद्दा न बताने तक उनके सभी बयानों से फायदा भाजपा को ही हुआ है। मानो उन्होंने ठान लिया हो कि जब तक 120 वर्ष से ज्यादा पुरानी राजनीतिक पार्टी का पूरी तरह से सफया नहीं हो जाता है तब तक वह दम नहीं लेने वाले है। ऐसे में आज फिर यानि सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक बेहद ही घटिया बयान देते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को जम्मू कश्मीर बीजेपी का अध्यक्ष बना दिया जाना चाहिए क्योंकि उनका व्यवहार और बयान बीजेपी नेता की तरह है।
Adhir Ranjan Chowdhury, Congress: I think the Governor of Jammu & Kashmir should be made the BJP (Bharatiya Janata Party) President for J&K because his behaviour as well as his statements are more like that of a BJP leader. pic.twitter.com/z1uoz8uxZt
— ANI (@ANI) August 26, 2019
J&K Governor SP Malik on Adhir Ranjan Chowdhury's remark 'Governor should be made J&K BJP chief': By saying what he said in Parliament, he buried his party in the grave. What do I say on his knowledge? I'm doing my work with utmost devotion, I don't care about these allegations. pic.twitter.com/CbGXTcCjM0
— ANI (@ANI) August 26, 2019
इसके बाद सत्यपाल मलिक ने जवाब में कहा कि ‘संसद में दिए गए बयान के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कांग्रेस की कब्र खोद दी। मैं उनके ज्ञान पर क्या कहूं। मैं अपना काम समर्पण भाव से कर रहा हूं। मैं इस तरह के आरोपों पर ध्यान नहीं देता।‘
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब अधीर रंजन ने इस तरह का बयान दिया हो और पार्टी की फजीहत हुई हो। हाल ही में अनुच्छेद 370 पर बहस के दौरान लोकसभा में अधीर रंजन ने सरकार से यह सवाल पूछा था कि “क्या अनुच्छेद 370 का मुद्दा भारत का आतंरिक मामला है? और क्या भारत को इसपर एकतरफा फैसला लेने का अधिकार है?” भारत की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता द्वारा यह बयान या प्रश्न किया जाना बेहद ही शर्मनाक था जो जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा होने पर सवाल खड़े कर रहा था। अधीर रंजन चौधरी के इस बेतुके सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें जोरदार जवाब दिया और उनसे पूछा कि क्या कांग्रेस पीओके को भारत का हिस्सा मानती है या नहीं! इसके बाद अमित शाह ने कांग्रेस से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि क्या अधीर रंजन द्वारा कहे गये शब्द कांग्रेस पार्टी की आधिकारिक लाइन है?
हैरानी की बात तो यह थी कि अधीर रंजन के इस विवादित बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी खुद व्याकुल दिखी। जब अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में बयान दे रहे थे, तब सोनिया गांधी के भाव ऐसे थे, ये क्या कह गये अधीर? लेकिन तब तक पार्टी को नुकसान हो चुका था।
इससे पहले लोकसभा में वह कई विवादित और कांग्रेस के लिए आत्मघाती बयान दे चुके है। लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी पर भी निशाना लगा बैठे थे। उन्होंने कहा था कि “अगर किसी ने 2जी या कोयला घोटाले में गलत किया था तो मोदी जी 5 साल में उन्हें जेल क्यों नहीं भेजा? अभी तक यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जेल में क्यों नहीं हैं? वे अभी भी संसद में क्यों हैं। रखो न उन्हें भी हम तो यही चाहते है।“ अधीर रंजन के इस बयान को अभी ज्यादा समय भी नहीं बीता था कि गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि नेशनल हेराल्ड मामले में भी सोनिया और राहुल गांधी जमानत पर हैं और मामले की सुनवाई जारी है जबकि गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ भी जमीन घोटाले मामले में जांच चल रही है।
इससे पहले परिचर्चा के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना गंदी नाली से तुलना की थी। भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने जब उन पर निशाना साधते हुए कहा था, “हम कांग्रेस जैसी धारणा नहीं रखते हैं कि ‘इंदिरा’ भारत है और भारत ‘इंदिरा’ है। उसके बाद ही जवाब में अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “कहां इंदिरा गांधी और कहां गंदी नाली। मां गंगा की तुलना गंदे नाले से कैसे की जा सकती है?”
अधीर रंजन द्वारा ऐसे बयान एक तरफ जहां भाजपा के लिए वरदान साबित हुआ है तो वहीं कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित हुआ है। इन सभी बयानों से कांग्रेस को केवल शर्मनाक स्थिति का ही सामना करना पड़ा है। इस बार के आम चुनाव में और भी बुरा प्रदर्शन करने के बाद अब ऐसे बयानों से गांधी परिवार का भारत की राजनीति में अस्तित्व ही खत्म होने जा रहा है और साथ में कांग्रेस पार्टी का भी। ऐसा लग रहा है कि अधीर रंजन गांधी परिवार और कांग्रेस के लिए कब्र खोद कर उसे और बड़ा करने में लगे है और इस कब्र में कांग्रेस पार्टी को दफनाने की पूरी तैयारी कर रहे हैं। इससे भाजपा का ‘कांग्रेस मुक्त’ सपना भी पूरा हो सकेगा। अधीर रंजन के अलावा जिस तरह से कांग्रेस राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर पाकिस्तान की बोली बोल रही है, उससे तो यही लग रहा है कि कांग्रेस का सफाया निश्चित है और वह दिन दूर नहीं है।