भारतीय रेलवे देश की सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनों शताब्दी एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस और गतिमान एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों को तोहफा देने जा रही है। दरअसल भारतीय रेलवे ने फैसला किया है कि इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के किरायों में कटौती करेगी। भारतीय रेलवे इन ट्रेनों में 25 फीसदी किराया कम करने की योजना को लागू करने जा रही है। यह सुविधा उन ट्रेनों में मिलेगी जिनमें यात्री संख्या 50 फीसदी से कम होगें। रेलवे ने यह फैसला रोडवेज और लो कॉस्ट एयरलाइन से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा और टिकटों की बिक्री बढ़ाने की दिशा में लिया है।
रेल मंत्रालय ने सभी जोनल रेलवे को सर्कुलर जारी कर दिया है, न्यूज़ 18 इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सर्कुलर के मुताबिक किराए में कितनी छूट दी जाए और यह किन रूट की ट्रेनों में दी जाए यह तय करना जोनल रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर का काम होगा।
रेलवे ने बुधवार को कहा कि वातानुकूलित कुर्सी यान, एक्जीक्यूटिव कुर्सी यान वाली ट्रेनों के किराए में 25 फीसदी तक रियायत देने की पेशकश करने वाली योजना सितंबर से लागू की जाएगी। रेलवे ने कहा कि यह योजना शताब्दी एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस, गतिमान, डबल डेकर और इंटरसिटी जैसी अन्य एसी कुर्सी यान, एक्जीक्यूटिव कुर्सी यान वाली ट्रेनों में लागू होगी।
छूट की योजना को लागू करने के लिए गाइडलाइन भी तय की गई हैं। इन ट्रेनों के किराये में छूट का प्रावधान पूरी यात्रा पर लागू होगी। शुरू से आखिरी स्टेशन ही नहीं, बल्कि शुरू से बीच और बीच से अंतिम स्टेशन तक यात्रा करने वाले लोगों को भी छूट का लाभ मिलेगा। मंत्रालय ने कहा है कि यह छूट सालाना, छमाही, मौसमी या सप्ताहांत के दौरान दी जा सकती है। हालांकि, इस योजना के लागू होने के बाद शताब्दी एक्सप्रेस में मिलने वाली श्रेणीबद्ध छूट या फ्लैक्सी फेयर जैसी योजनाएं प्रभावी नहीं होंगी। जिस ट्रेन में यह छूट लागू होगी उस ट्रेन में अन्य सभी रियायतें नहीं मिलेंगी, साथ ही डायनेमिक फेयर भी नहीं लगेगा। रेलवे विभाग ने सभी जोन को 30 सितंबर तक इन ट्रेनों की सूची तैयार करने के लिए कहा है।
हाल के दिनों में देश में बढ़ते एक्सप्रेस वे का नेटवर्क और सड़कों पर दौड़ती आधुनिक व आरामदेह बसें रेलवे के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरी हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली से अजमेर के बीच में चलने वाली अजमेर शताब्दी में जयपुर (Jaipur) से अजमेर के बीच में सीटें खाली रहती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है इन रूटों में चलने वाली लक्जरी बसें, जो यात्रियों की पहली पसंद हैं। इसके अलावा खासकर कुहरे के दिनों में ट्रेनों का घंटों लेट होना भी रेलवे से यात्रियों के दूर होने की एक वजह है। ऐसे में रेलवे उस रूट पर बसों से कम किराया ऑफर कर यात्रियों को अपनी तरफ खींचने की जुगत में लगी है।
रेलवे ने किराये में कटौती करने की दिशा में सोचकर एक सराहनीय कदम उठाया है। एक बार लागू होने वाला यह नया कदम, भारतीय रेल के राजस्व में वृद्धि सुनिश्चित करेगा और नियमित यात्रियों के लिए रेल यात्रा को सुविधाजनक और सस्ता बना देगा। रेलवे ने अब नए नए प्रभावी कदम उठाना शुरू कर दिया है जिससे यात्रियों को और भी सुविधा मिलेगी। बता दें की 14 अगस्त को रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे के लिए अलग कमांडोंज यूनिट ‘कोरस’ लॉंच किया था। उम्मीद है कि भारतीय रेल के इन्हीं कदमों से यात्रियों को और सुविधा मिलेगी और वह रेल यात्रा के लिए आकर्षित होंगे जिससे रेलवे को ही फायदा होगा।