प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब सत्ता में आए तो उन्होंने पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन पर जोर दिया था। आज पूरा भारत डिजिटल तकनीकी से जुड़ गया है। टैक्स चोरी के मामलों में डिजिटल ट्रांजेक्शन मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। आज हाल यह है कि देश की एक बड़ी आबादी इनकम टैक्स रिटर्न डिजिटल माध्यम कर रही है। इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक आईटीआर (इनकम टैक्स रिटर्न) भरने की अंतिम तारीख 31 अगस्त थी। इस दिन एक अनोखा रिकॉर्ड बना। आयकर विभाग में इस दिन एक ही समय में 49, 29,121 ITR फाइल हुए। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के मुताबिक इस दिन हर सेकंड 196 आईटीआर फाइल हो रही थी। अगर पीक फाइलिंग दर प्रति मिनट की बात करें तो यह संख्या 7447 आईटीआर पर थी, जबकि प्रति घंटे 3,4,571 आईटीआर थी। इनकम टैक्स विभाग के एक अधिकारी के बयान के मुताबिक आयकर विभाग की साइबर सुरक्षा टीम ने इस अति व्यस्त समय में सेवा में व्यवधान डालने की कोशिश से किए गए 2,205 साइबर हमलों को विफल किया।
Central Board of Direct Taxes (CBDT): On 31st Aug 2019, the peak filing rate per second was at 196 ITRs and peak filing rate per minute was at 7447 ITRs, while peak filing rate per hour was at 3,87,571 ITRs. https://t.co/0n17fa1dB1
— ANI (@ANI) September 1, 2019
इनकम टैक्स विभाग ने कहा कि टैक्स डिपार्टमेंट के इतिहास में, दुनिया में कहीं भी एक ही दिन में ITR की इतनी बड़ी ऑनलाइन ई-फाइलिंग पहले कभी नहीं हुई थी। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने रविवार को आयकर रिटर्न को लेकर यहां आंकड़े जारी करते हुए कहा कि रिटर्न दाखिल करने के अंतिम पांच दिनों में एक करोड़ 47 लाख 82 हजार 95 आईटीआर भरे गए हैं जो पिछले वर्ष इस अवधि में भरे गए एक करोड़ चार लाख 35 हजार 96 आईटीआर की तुलना में 41 फीसदी अधिक है। बता दें कि कुल दाखिल 5.65 करोड़ आयकर रिटर्न में से 3.16 करोड़ रिटर्न सत्यापित किए जा चुके हैं। 2.86 करोड़ करदाताओं (79 प्रतिशत) ने ई-सत्यापन का विकल्प चुना। इसके लिए ज्यादातर आधार और एक बार के लिए पासवर्ड (OTP) के माध्यम को चुना गया। इस दौरान सीबीडीटी के एक अधिकारी ने कहा, “यह दावा करने वाली कई अफवाहें कि साइट क्रैश या धीमी हो गई थी यह बिल्कुल अफवाह था। इनकम टैक्स रिटर्न करने की वेबसाइट हाई ट्रैफिक वहन करने में सक्षम है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी 79 फीसदी लोगों ने डिजिटल माध्यम को चुना, जो इस माध्यम से दूर हैं उनके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जल्द ही वे डिजिटल फाइलिंग से जुड़ सकेंगे।
क्या है इनकम टैक्स रिटर्न
आयकर रिटर्न (Income Tax Return) वास्तव में आपकी आमदनी और खर्च का लिखित हिसाब-किताब है। केंद्र सरकार को आप विस्तार से यह जानकारी देते हैं कि उस वित्त वर्ष में आपने अपनी नौकरी, कारोबार या पेशे से कितनी रकम कमाई। इसके साथ ही इसमें आप सरकार द्वारा निर्धारित टैक्स बचत के विकल्प में निवेश करने, जरूरी चीजों पर खर्च करने (री इम्बर्स्मेंट या बिल जमा करने पर टैक्स छूट के बारे में) और एडवांस टैक्स (अग्रिम कर) चुकाने की जानकारी भी देते हैं।
इन ऐतिहासिक आकड़ों से समझा जा सकता है कि मोदी सरकार ने टैक्स रिटर्न फाइलिंग के क्षेत्र में अभूतपूर्व पारदर्शिता लाई है। एक समय था जब देश में टैक्स चोरी अपने चरम पर था, लेकिन आज हालात बदल चुके हैं। आधार व बैंक के जुड़ने से इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग के क्षेत्र में यह एक उपलब्धि के रूप में देखी जानी चाहिए। जिन लोगों ने मोदी सरकार के अहम फैसलों का ही नतीजा है कि आज पहली बार इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने में भारतवासियों ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और भी सुधरेगा।