पाकिस्तान पूरी दुनिया में इकलौता ऐसा परमाणु संपन्न देश बन गया है जहां की पूरी व्यवस्था लचर हो गयी है। पाकिस्तानी सेना के अंदर दो गुट बन गए हैं, इमरान खान सरकार पर से लोगों का विश्वास उठ गया है, नवाज़ शरीफ जैसे लोकप्रिय नेता की हालत नाज़ुक होने की वजह से उनके समर्थक गुस्से में हैं और उनका गुस्सा किसी भी समय फूट सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था आज घुटनों पर आ गयी है और लोगों को महंगाई और गरीबी से दो चार होना पड़ रहा है। ऐसे में अगर हालात नहीं सुधरते हैं और कोई बड़ा करिश्मा नहीं होता है, तो पाकिस्तान में गृह युद्ध होना तय है। कहने को तो पाकिस्तान में लोकतन्त्र है, लेकिन इमरान सरकार ने लोकतन्त्र के सभी स्तंभों पर वार करना शुरू कर दिया है, और इस देश के सभी संस्थान ढहने की कगार पर पहुँच चुके हैं।
पाकिस्तान के बारे में एक बात कही जाती है कि सरकारें आती जाती रहती हैं, लेकिन असल सत्ता तो सेना के पास रहती है। हालांकि, यह पहली बार हो रहा है कि अब पाकिस्तानी सेना में भी दो गुट बनते नज़र आ रहे हैं। पाकिस्तान के बेहद विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना जनरल बाजवा के कार्यकाल में वृद्धि की वजह से पाकिस्तानी सेना के कुछ बड़े अफसर बिलकुल भी खुश नहीं हैं और सेना दो धड़ों में बंट गयी है। पाकिस्तान के एक जाने-माने पत्रकार ताहा सिद्दीकी ने कुछ दिनों पहले एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि इस पूरे मामले को लेकर कुछ दिनों पहले सेना के हेडक्वार्टर में ‘तू तू-मैं मैं’ भी हुई थी। अब आप खुद सोचिए, जो पाक सेना देश की सत्ता की चाबी अपने पास रखती हो, और जिसका देश का न्यूक्लियर हथियारों पर कब्जा हो, अगर उसमें अंदरूनी कलह बढ़ जाएगी तो यह दुनिया की सुरक्षा के लिए कितना बड़ा खतरा होगा। हालांकि, दुर्भाग्य से ऐसा ही होने जा रहा है।
BREAKING: Sources linked to GHQ claim tht some Corps Commanders & General Bajwa are not on same page abt his extension & there was even some "tu tu main main" at GHQ recently. Apparently JUI-F march is being encouraged by these elements opposing Bajwa.#ThePlotThickens
— Taha Siddiqui (@TahaSSiddiqui) October 31, 2019
इसके अलावा आज कल पाकिस्तान विपक्ष के आज़ादी मार्च से भी पूरी तरह अस्थिर नज़र आ रहा है। इस आज़ादी मार्च की अगुवाई मौलाना फजलुर रहमान ने की थी,जो जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) के अध्यक्ष हैं। इस मार्च में हजारों लोगों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था और उन्होंने इमरान खान को मोदी का यार तक बता डाला था। इसके अलावा मौलाना फजलुर रहमान ने इमरान खान को इस्तीफा देने का दो दिन का समय भी दिया था। उन्होंने इमरान खान पर यह आरोप लगाया था कि इमरान खान ने पैसे खाकर कश्मीर भारत को सौंप दिया है।
JUI-F chief Maulana Fazlur Rahman addresses a rally in Karachi – participants of this rally will be reportedly travelling to Islamabad to take part in the Azadi March pic.twitter.com/iw77KYRj9W
— omar r quraishi (@omar_quraishi) October 27, 2019
वहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भी आजकल ढहने की कगार पर खड़ी है। पिछले एक वर्ष के दौरान इमरान खान ने पाक की अर्थव्यवस्था को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर लिटा दिया है। पाकिस्तान को इस वक्त डॉलर्स की सबसे ज़्यादा जरूरत है, और इसके लिए वह चीन और क़तर जैसे देशों से भीख मांगने को मजबूर हो गया है। पिछले कुछ महीनों में वह चीन, सऊदी अरेबिया और क़तर से कर्ज़ लेने के बावजूद IMF के पास जाने को मजबूर हुआ है। पाकिस्तान कर्ज़ में डूबा हुआ है और वहां की सरकार ने लोगों पर भारी टैक्स लगाया है जिसके कारण महंगाई से इस देश में भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं। इसके अलावा आतंक विरोधी गतिविधियों को रोकने में नाकाम रहने के लिए पाक पर एफ़एटीएफ़ द्वारा ब्लैक लिस्ट होने का खतरा भी लगातार मंडरा रहा है। अगर ऐसा होता है, तो पाकिस्तान की मुश्किलों में और इजाफा हो सकता है। इसीलिए लोग अब सरकार से बिलकुल भी संतुष्ट नहीं है।
वहीं लोगों की नाराजगी का यह एकमात्र कारण नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की हालत बेहद नाज़ुक है और ऐसे में उनके समर्थक PTI सरकार पर भड़के हुए हैं। दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सेहत बिगड़ती जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, एक बार फिर से उनका प्लेटलेट काउंट कम हो गया है। नवाज का इलाज कर रहे फिजिशियन अदनान खान ने ट्वीट कर बताया कि उनकी हालत काफी नाजुक हो गई है। उनके इलाज के लिए डॉक्टर्स ने उन्हें स्टेरायड डोज दिया था, लेकिन उसका असर इसके विपरीत हुआ। अब लोग सोशल मीडिया पर इसको लेकर अपना गुस्सा ज़हीर कर रहे हैं। एक ट्विटर यूजर प्रोफेसर सुभान कुरैशी ने कहा कि PTI सरकार द्वारा नवाज़ शरीफ के अपमान ने लाखों लोगों को भड़का दिया है जो कि पाकिस्तान के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं होगा।
https://twitter.com/drmsqureshi/status/1189468369013096448?s=20
ये सब यह दिखाता है कि पाकिस्तान के लोग जहां एक तरफ सरकार से तंग हैं, तो वहीं देश चलाने वाली सेना खुद दो हिस्सों में बंटती नज़र आ रही है। इतिहास इस बात का सबूत है कि जब भी पाकिस्तान में कोई बड़ा प्रदर्शन होता है, तो पूरा पाकिस्तान अस्थिर हो जाता है और पूरे पाकिस्तानी प्रशासन के हाथ पाँव फूल जाते हैं। लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है और किसी भी समय लोग सड़कों पर आकर पाकिस्तान में हिंसा भड़का सकते हैं। यह देश परमाणु सम्पन्न है और ऐसे में अगर कोई समस्या खड़ी होती है तो इसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ सकता है।