जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अब भारत सरकार का अगला निशाना घाटी में आतंकवाद फैलाने वाले लोगों पर हैं और इसी को लेकर अब भारत सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जद्दोजहद करना शुरू कर दिया है। यह बात तो सभी को पता है कि कश्मीर में आतंकवाद का सबसे बड़ा कारण पाकिस्तान है और वे ISI और सेना के साथ मिलकर अवैध कब्ज़े वाले कश्मीर के ट्रेनिंग कैंप्स में आतंकियों को भारत पर हमला करने के लिए तैयार करते हैं।
हालांकि, पिछले कुछ सालों में जिस तरह भारतीय सेना ने LOC पार कर आतंकियों को निशाना बनाना शुरू किया है, और जिस तरीके से भारत सरकार ने पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाना शुरू किया है, अब उसका नतीजा यह निकला है कि पाकिस्तानी सेना को ये आतंकी कैंप्स कश्मीर से बाहर अफ़ग़ानिस्तान में शिफ्ट करने पड़ रहे हैं।
इसी वर्ष सितंबर में भारतीय खूफिया एजेंसियों ने इसको लेकर एक अलर्ट जारी किया था जिसके मुताबिक “आत्मघाती जैकेटों से लैस दर्जनों आतंकी जम्मू-कश्मीर में हमलों को अंजाम देंगे। इन आतंकियों को अफगानिस्तान में ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद इन्हें जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के लिए लॉन्चिंग पैड पर भेजा जाएगा”। एजेंसियों को मिले इनपुट में आगे कहा गया था कि “ISI ने अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत में कई आतंकी संगठनों के साथ बैठकें की और इन आतंकियों का चयन किया। ये आतंकी इसी महीने अफगानिस्तान से रवाना हो जाएंगे और छोटे समूहों में घुसपैठ की कोशिश करेंगे”।
यानि स्पष्ट है कि पाकिस्तान अब अफ़ग़ानिस्तान में इन आतंकियों को ट्रेनिंग कराने की योजना पर काम कर रहा है। हालांकि, पाकिस्तान को ज़्यादा खुश होने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि भारत सरकार ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए एक ऐसी चाल चली है जिससे पाकिस्तान के सभी मंसूबों पर पानी फिर जाएगा।
दरअसल, अभी इसी हफ्ते ही भारत सरकार ने अफ़ग़ानिस्तान सरकार के साथ प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किया है, जिसके बाद अफ़ग़ानिस्तान से किसी भी ऐसे व्यक्ति को पकड़कर भारत लाना बेहद आसान हो जाएगा जो वहां रहकर भारत के खिलाफ कोई भी साजिश रचेगा। अफ़ग़ानिस्तान में भारत कूटनीतिक लिहाज से बेहद आक्रामक है और भारत सरकार अफ़ग़ान व अमेरिकी सेना के साथ लगातार संपर्क में रहती है।
यानि भारत सरकार के लिए अफ़ग़ानिस्तान में आतंकियों को पकड़कर भारत ले आना आसान हो जाएगा, और इससे दो बड़े फायदे होंगे। एक तो यह कि भारत पर होने वाले किसी भी हमले को अंजाम देने से पहले टाला जा सकेगा, और दूसरा यह कि भारत पाकिस्तानी आतंकियों को जीवित पकड़ सकेगा जिसे भारत पूरी दुनिया में प्रदर्शित कर पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद का चेहरा सबके सामने उजागर कर सकेगा।
Ambassador @vkumar1969 and Acting Foreign Minister @mfa_afghanistan H.E. Idrees Zaman @IdreesZaman took a step closer to cement bilateral relations by exchanging Instruments of Ratification of #India–#Afghanistan Extradition Treaty today. pic.twitter.com/6FVLICeHS2
— India in Afghanistan (@IndianEmbKabul) November 24, 2019
पाकिस्तान ने प्लान बनाया था कि वह POK की बजाय अब अफ़ग़ानिस्तान में अपनी टेरर फैक्टरी चलाएगा, ताकि उस पर किसी भी प्रकार के प्रतिबंध न लग सकें या वह FATF की ब्लैक लिस्ट में जाने से बच सके, हालांकि उसका यह प्लान भी मिट्टी में मिलता नज़र आ रहा है, क्योंकि भारत और अफ़ग़ानिस्तान अब पाकिस्तान को मज़ा चखाने के लिए एक साथ आ गए हैं।