US के बाद अब भारत ने भी शुरू की चीन से ट्रेड वॉर, 350 से ज्यादा सामानों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ सकती है

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अमेरिका और चीन के बीच पिछले लगभग दो वर्ष से जारी ट्रेड वॉर के बारे में तो आपको पता ही होगा। अब जल्द ही हमें भारत और चीन के बीच भी ट्रेड वॉर देखने को मिल सकती है और इसका चीन पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ेगा। दरअसल, भारत सरकार मे ऐसे 350 चीजों को चिह्नित किया है जिन पर सरकार इम्पोर्ट ड्यूटी को बढ़ा सकती है।

इस बात की संभावना है कि सरकार अगले साल के बजट में इसकी घोषणा कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार ने बच्चों के खिलौनों, विद्युत उपकरण और स्मार्टफोन जैसी चीजों की पहचान की है जिनके इम्पोर्ट पर लगाम लगाने के लिए सरकार कदम उठा सकती है। ये सभी चीज़ें भारत अधिकतर चीन से ही इम्पोर्ट करता है, ऐसे में माना जा रहा है कि भारत सरकार के इस कदम से चीन को इस मोर्चे पर भी एक और ट्रेड वॉर से दो-चार होना पड़ सकता है।

बता दें कि भारत इन चीजों के आयात को कम करने के लिए क्वालिटी चेक कंट्रोल का भी सहारा ले सकता है। भारत सरकार की योजना के अनुसार इससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा और विदेशी कंपनियाँ चीन को छोड़कर भारत में आने को मजबूर हो जाएंगी। अभी चीन के साथ भारत का ट्रेड डेफ़िसिट है। भारत को अगर इस ट्रेड डेफ़िसिट को कम करना है तो ना सिर्फ भारत को चीन से इम्पोर्ट होने वाले सामानों पर लगाम लगानी होगी, बल्कि भारत में उसी सामान के निर्माण को बढ़ावा भी देना होगा। अभी भारत और चीन का द्विपक्षीय व्यापार 66.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और इसमें से चीन भारत को 41.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का एक्सपोर्ट करता है।

भारत चीन से अभी जो सामान इम्पोर्ट करता है, उसमें 20 प्रतिशत से ज़्यादा हिस्सा विद्युत उपकरणों का होता है। अगर भारत इन उपकरणों के आयात पर रोक लगाने या इन्हें कम करने की दिशा में कोई कदम उठाता है, तो इसका सबसे ज़्यादा प्रभाव चीन पर ही पड़ेगा। भारत की ओर से चीन को एक्सपोर्ट होने वाले सामान में पिछले वर्षों में वृद्धि जरूर आई है, लेकिन भारत सरकार अब इस दिशा में और तेज़ी से कदम उठाना चाहती है।

अभी भारत के खिलौनों और विद्युत उपकरणों के बाज़ार पर चीन का कब्जा है। बाज़ार में बिकने वाला लगभग हर खिलौना चीन में बना होता है। ये खिलौने भारत में बनने वाले खिलौनों से सस्ते भी होते हैं और बाज़ार में यह आसानी से उपलब्ध भी होते हैं। हालांकि, इन चीनी उत्पादों की गुणवत्ता बेहद घटिया होती है। अब भारत सरकार गुणवत्ता के आधार पर भी चीजों को इम्पोर्ट करने का फैसला ले सकती है और इसका सबसे ज़्यादा असर भी चीन पर ही पड़ेगा।

अभी चीन अमेरिका के साथ जारी ट्रेड वॉर से जूझ रहा है, और अमेरिका ने चीन से एक्सपोर्ट होने वाले सामान पर ड्यूटी को बढ़ा रखा है। इसकी वजह से चीन की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है और उसकी GDP विकास दर 30 सालों के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुँच चुकी है। अब अगर भारत भी अपनी ओर से चीन के खिलाफ एक ट्रेड वॉर छेड़ देता है, तो इसका चीन की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। अमेरिका के सख्त रुख की वजह से अमेरिका पहले से ही घुटनों पर है, और अब अगर भारत भी चीन के खिलाफ आर्थिक मोर्चे पर युद्ध का ऐलान कर देता है, तो इस बात की आशंका ज़्यादा ही है कि चीन जल्द ही भारत के सामने दम तोड़ देगा।

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