TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पुलिस बर्बरता और फासीवाद के प्रोपेगेंडा की राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने उड़ाई धज्जियां

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
14 January 2020
in मत
पुलिस कार्रवाई

PC: Dainik Bhaskar

Share on FacebookShare on X

जब से संसद में CAA पारित हुआ है तब से ही इसके खिलाफ प्रदर्शन और पत्थरबाजी की जा चुकी है। अपने हिंसक प्रदर्शन को छिपाने के लिए लिबरल गैंग ने सभी तरह के देश विरोधी ताकतों से हाथ मिलाकर, हिंसा के दौरान घायल हुए लोगों को आगे कर, पुलिस पर ही लांछन लगाना शुरू कर दिया था। यही नहीं केंद्र सरकार पर रोजाना ही फासिस्ट होने का आरोप लगता रहता है। परंतु National Crime Records Bureau (NCRB) द्वारा रिलीज किये गये डाटा कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। पुलिस एक्शन में सिविलियन्स की मौत में भारी गिरावट दर्ज की गयी है। वर्ष 2017 के 786 से घटकर यह वर्ष 2018 में 112 तक पहुंच गया है।

हमारे देश में मूलभूत अधिकार का सहारा लेकर प्रदर्शन करना आसान है। अगर प्रदर्शन के दौरान भीड़ अनियंत्रित होती है और हिंसा पर उतारू हो जाती है तो सबसे अधिक नुकसान पुलिस का ही होता है। अगर वे लाठी चार्ज करें तो लिबरल गैंग उनपर टूट पड़ता है और अगर कोई कदम न उठाए तो भीड़ के हिंसा में उनकी जान जाने का भी खतरा रहता है।

संबंधितपोस्ट

मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

हिंदू युवकों से दोस्ती की सज़ा: हैदरी गैंग ने कैसे जहन्नुम बना दी मुस्लिम लड़कियों की ज़िंदगी?

रेप के आरोपी मनोजीत के व्यवहार से परेशान था कॉलेज प्रशासन, पुलिस से लगाई थी यह गुहार

और लोड करें

हमारे देश में, पुलिस पर किसी भी तरह का आरोप लगा कर दूर हट जाना आसान है। यही नहीं पुलिस को स्वाभाविक रूप से brutal चित्रित करना भी आसान है। इसी का फायदा CAA का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट रूप से उठाया है। हालांकि, जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, विपक्षी दलों और कथित बुद्धिजीवियों, जो अब सीएए विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे हैं, आरोप लगा चुके हैं कि भाजपा ने भारत को एक पुलिस राज्य में बदल दिया है।

फासीवाद जैसे आरोपों के बीच राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने रिपोर्ट 2018 को जारी किया है। वैसे तो इस रिपोर्ट में कई तथ्य सामने आए हैं लेकिन रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्षों में से एक है पुलिस कार्रवाई के कारण नागरिको की मौत में भारी गिरावट है। वर्ष 2017 में यह संख्या 786 थी वहीं वर्ष 2018 में यह संख्या घटकर 112 तक पहुंच गई।

इतनी भारी गिरावट सरकार और पुलिस पर फ़ासिज़्म और पुलिस के अत्याचार के झूठे आरोप का परदाफ़ाश करने के लिए काफी है। इस रिपोर्ट के गहराई से अध्ययन और विश्लेषण से यह स्पष्ट हो जाएगा कि देश भर में पुलिस बल बेहद पेशेवर रहे हैं।

विशेष रूप से भाजपा शासित राज्यों के मामले में, राज्य सरकारों द्वारा फासीवादी तरीके से कार्रवाई करने या पुलिस के अत्याचार का कोई सबूत नहीं है।

इस रिपोर्ट के अनुसार जम्मू कश्मीर राज्य में 74 नागरिक मौतें हुईं, एक ऐसा राज्य जो आतंकवाद से जूझ रहा है और आतंकी हमलों का गवाह बन रहा है। यह रिकॉर्ड अनुच्छेद 370 के हटने के पहले की है। जम्मू-कश्मीर के अलावा, गैर-भाजपा शासित राज्यों तमिलनाडु और तेलंगाना में पुलिस कार्रवाई के कारण 25 नागरिकों की मौत हुई।

अगर हमें जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना और  तमिलनाडु जैसे गैर-भाजपा शासित राज्यों को अलग करें तो बाकी बचे राज्यों में सिर्फ 13 मौतें हुईं। हालांकि, एक भी मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है, लेकिन यहां तथ्य यह है कि मौत की संख्या  में तेज गिरावट आई है।

NCRB डेटा न केवल पुलिस बलों के बारे में लिबरल गैंग द्वारा फैलाये जा रहे झूठ का पर्दाफाश करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि फ़ासीवाद के कोई वास्तविक संकेत नहीं हैं। वर्ष 2018 में, भाजपा 21 राज्यों के सत्ता में थी, जिसमें भारत की कुल आबादी का लगभग 70 प्रतिशत शामिल था, इसलिए पुलिस कार्रवाई हुई मौतों की संख्या में भारी कमी का श्रेय पूरी तरह से भाजपा को ही जाता है।

एनसीआरबी के आंकड़ों का state-wise विश्लेषण करे तो से पता चलता है कि छत्तीसगढ़ और झारखंड के नक्सल प्रभावित राज्यों में नागरिकों की एक भी मौतें नहीं हुई थीं। 2018 में दोनों राज्यों में बीजेपी सत्ता में थी। एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ में वर्ष 2017 में 51 नागरिकों के हताहत होने की खबर थी तो वहीं 2018 में यह संख्या घटकर शून्य देखी गई। वहीं दूसरी तरफ झारखंड में वर्ष 2017 में भी पुलिस की कार्रवाई के कारण 6 नागरिक मृत्यु हुई थी, जो 2018 में यह संख्या शून्य हो चुकी है।

इस डाटा में एक और बात जो सामने है वह है उत्तर प्रदेश राज्य में पुलिस कार्रवाई के कारण असैनिक लोगों की मौतों की घटनाओं में भारी गिरावट। वर्ष 2017 में पुलिस कारवाई में 89 मौतें हुईं थी, जबकि वर्ष 2018 में ऐसी कोई घटना नहीं हुई। यह पुष्टि करता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार करने में कैसे सफल रहे हैं, वह भी उस राज्य में जो कभी अपने उच्च अपराध दर के लिए बदनाम था।

बता दें कि CAA विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी देखने को मिली थी जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज किया था। परंतु लिबरल गैंग ने पुलिस के बारे में ही नकारात्मकता फैलाने के लिए कई ह्यूमन स्टोरी की और फिर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इसका फायदा उठाने की कोशिश की गई। वामपंथी कैबल ने कथित पुलिस बर्बरता का नाम पर मोदी सरकार को कई प्रकार से घेरने की कोशिश की।

हालांकि, एनसीआरबी के आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश किसी तरह का पुलिस स्टेट नहीं बन रहा या फिर पुलिस अत्याचार कर रही है। जो भी यह झूठ फैला रहे है उन्हें फिर से सोचना चाहिए।

Tags: एनसीआरबीपुलिसराष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो
शेयर11ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

यूपी ने फिल्म Tanhaji को किया टैक्स फ्री, जबकि उनका अपना राज्य महाराष्ट्र सरकार अभी भी इसपर चुप है

अगली पोस्ट

विपक्षी पार्टियों की एकता तो देखिये, कांग्रेस के साथ भी कांग्रेस के खिलाफ भी, बैठक में दिखाई पीठ

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited