चीन के वुहान शहर में उत्पन्न कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए मुसीबत का विषय बना हुआ है। अब तक साढ़े छह लाख से भी ज़्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और लगभग 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के अलावा इटली, स्पेन, ईरान, जर्मनी और अमेरिका में हालात बेहद खराब हैं। लेकिन ऐसे समय में भी चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पहले स्पेन और चेक गणराज्य को खराब टेस्ट किट देने के बाद अब चीन पाकिस्तान को टेस्ट किट देने जा रहा है। यानि पाकिस्तान की बढ़ी हुई मुसीबत और बढ़ने जा रही है।
पाकिस्तान में कोरोना के कारण हालत खराब हो चुकी है और वहां 1500 से अधिक मामले आ चुके हैं और पाकिस्तान की स्वस्थ्य व्यवस्था को देखते हुए और मामले बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में अब चीन अपना खराब टेस्टिंग किट और अन्य मेडिकल मदद कर पाकिस्तान को पूरी तरह से कुएं में धकेलने का प्लान बना चुका है।
बता दें कि आज चीन ने अपने झिंजियांग प्रांत से पाकिस्तान को Khunjerab (5,000 मीटर) बंदरगाह के माध्यम चिकित्सा आपूर्ति की। इस खबर को पाकिस्तान में चीनी दूतावास ने ट्वीट कर बताया।
इससे पहले भी चीन ने पाकिस्तान को कोरोना पीड़ित के इलाज में जरूरी 2 टन चिकित्सा उपकरण भेजे हैं। इसमें एन-95 मास्क, वेंटिलेटर, टेस्ट किट, मेडिकल प्रोटेक्टिव कपड़े भेजे हैं। इस्लामाबाद में चीनी दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा था, ‘कम से कम 2 टन मास्क, टेस्ट किट, वेंटिलेटर, मेडिकल प्रोटेक्टिव कपड़े पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपे गए हैं। इनकी कीमत करीब 6 करोड़ 70 लाख रुपये है।’
चीन अपने देश में कोरोना को काबू में करने के बाद कई देशों की मदद करने में लगा है। इसी क्रम में उसने कई देशों को खराब मेडिकल किट दिया जिसके कारण उन देशों में तबाही मच गयी। स्पेन ने इस वायरस को काबू करने के लिए चीन से जिन टेस्टिंग किट्स को इम्पोर्ट किया था, वो भी स्पेन के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बनकर उभरी और इन टेस्टिंग किट्स की वजह से ही स्पेन में इस वायरस ने इतनी बड़ी तबाही मचाई।
स्पेन ने अपने लोगों में कोरोना की टेस्टिंग के लिए चीन से 6 लाख से ज़्यादा टेस्टिंग किट्स इम्पोर्ट की थी, लेकिन अब सामने आया है कि इन टेस्टिंग किट्स का accuracy level सिर्फ 30 प्रतिशत है और 70 प्रतिशत बार ये टेस्टिंग किट्स किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में सही जानकारी नहीं दे पाती हैं। स्पेन ने शिकायत की थी कि ये टेस्टिंग किट्स कोरोना वायरस को डिटेक्ट करने में अक्षम हैं और कोरोना से ग्रसित मरीजों की रिपोर्ट भी इनमें नेगेटिव आ रही है। इसके बाद स्पेन ने उन टेस्टिंग किट को वापस चीन को लौटा दिया था।
इससे पहले चेक रिपब्लिक भी चीनी किट्स को लेकर ऐसी ही बात कह चुका है। इसी तरह मलेशिया ने भी यह कहते हुए मना कर दिया कि उनके टेस्ट किट की accuracy सही नहीं है।
मेड इन चाइना माल पूरी दुनिया में अपनी गुणवत्ता के लिए बदनाम रही है, अब ऐसे में कोविड टेस्टिंग किट्स के मामले में भी चीन की यह खराब गुणवत्ता स्पेन जैसे देशों पर भारी पड़ रही है। अब पाकिस्तान ने चीन की मदद ली है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि स्पेन और चेक गणराज्य से सबक न लेते हुए पाकिस्तान ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारी है।