दुनियाभर में कोरोना के कहर ने सिर्फ लोगों की नहीं, बल्कि अलग-अलग देशों के स्टॉक मार्केट्स की भी जान निकाल कर रख दी है। कोरोना के कारण दुनियाभर के बाज़ार और फ़ैक्टरियां बंद होने के कारण स्टॉक मार्केट भी धड़ाम से गिरते जा रहे हैं। भारत में अभी स्टॉक मार्केट उस स्तर तक गिर चुका है, जो स्तर नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के वक्त था।
कल यानि सोमवार को भी Nifty में 13 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। स्टॉक मार्केट में आए इस भूचाल से पूंजीपतियों को अब तक 14 ट्रिलियन रुपयों का नुकसान होने की संभावना है। स्टॉक मार्केट के गिरने से दुनियाभर में अमीर लोगों की संपत्ति में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। अमेरिका के जेफ बेजोस से लेकर, भारत में मुकेश अंबानी तक, सभी की सम्पत्तियों में भारी कमी देखने को मिल रही है।
कोरोना के कारण स्टॉक मार्केट में आई गिरावट का सबसे ज़्यादा प्रभाव अमीर लोगों पर पड़ा है। सबसे ज़्यादा अमीर उद्योगपति सबसे ज़्यादा रिस्क वाले शेयर्स में पैसा लगाते हैं। कोरोना के कारण अब सबका पैसा डूब चुका है और यही कारण है कि मात्र इस एक महीने में ही बड़े-बड़े उद्योगपतियों की कुल नेट वर्थ में भारी गिरावट आई है।
उदाहरण के तौर पर दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और अमेज़न के मालिक जेफ़ बेजोस को कुल 5 अरब डॉलर यानी की करीब 35 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। उनकी कुल संपत्ति 9 लाख करोड़ रुपए है। ऐसे ही माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स को कुल 2 अरब डॉलर यानी की करीब 14,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उनकी कुल संपत्ति 114 अरब डॉलर यानी कि करीब 8 लाख करोड़ रुपये है।
कोरोना के कहर से भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी भी अछूते नहीं रहे हैं। मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 4 लाख करोड़ रुपये है। कोरोनावायरस के कारण मुकेश अंबानी को कुल 90 करोड़ डॉलर यानी की 6,300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मुकेश अंबानी की तरह ही भारत के अन्य अरबपति जैसे विप्रो के CEO अज़ीम प्रेम जी को साढ़े तीन बिलियन अमेरिकी डॉलर, HCL के CEO शिव नादर को लगभग ढाई बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो चुका है। इसी प्रकार उदय कोटक को ढाई बिलियन और लक्ष्मी मित्तल को साढ़े चार बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो चुका है।
स्टॉक मार्केट्स अभी इस गति से नीचे गिर रहे हैं, कि एक्सपर्ट्स भी इस बात का अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं कि आखिर बाज़ार किस स्तर पर जाकर रुकेगा। स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट मिलन वैष्णव के मुताबिक-
“जब आप इस तरह की वैश्विक महामारी से जूझ रहे हों, तो यह पता लगाना मुश्किल है कि आप कहां जाकर रुकेगा। अभी हमें लगभग 1500 पॉइंट्स की गिरावट के लिए और तैयार हो जाना चाहिए”।
स्पष्ट है कि अभी स्टॉक मार्केट और भी ज़्यादा गिर सकता है और ऐसी स्थिति में ये सभी अरबपति और भी ज़्यादा संपत्ति खो सकते हैं। दुनियाभर की सरकारें अभी लॉकडाउन और कर्फ़्यू का सहारा लेकर कोरोना के फैलाव को रोकने की कोशिश कर रही हैं, जिससे मंदी का और गहराने का खतरा बढ़ गया है। जितने भी समय तक देश और दुनिया पर कोरोना का खतरा बना रहता है, उतने दिन तक हमें स्टॉक मार्केट से किसी भी प्रकार के रिकवर होने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।