एक इकोनोमिस्ट हैं साथ में BJP के राज्य सभा सदस्य भी हैं, जो भी इनके सामने तेज़ बनने की कोशिश करता है वो या तो मुंह की खाता है या फिर माफी मांग लेता है। अब तक तो आप जान ही गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं। जी हाँ सुब्रमण्यम स्वामी की। इस बार उनके सामने तेज़ बनने की कोशिश की वामपंथी गैंग के गीतकार जावेद अख्तर ने, लेकिन हुआ वही जिसका सभी को इंतज़ार था। सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ही ट्वीट से जावेद अख्तर के D गैंग से लिंक को एक्सपोज कर चोक स्लैम दे दिया।
दरअसल, सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर एक लिंक पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रिया में 7 मस्जिद बंद हो गई और 60 इमाम को निकाल दिया गया। हालांकि यह न्यूज़ 7 महीने पुरानी थी लेकिन स्वामी की बड़ी फैन बेस द्वारा इसे खूब like किया गया। इस ट्वीट पर जावेद अख्तर ने अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारते हुए कमेन्ट करने आ गए और लिखा कि ठीक उसी तरह जैसे आपको हवार्ड ने निकाला गया था। जावेद ने आगे लिखा कि, “मुझे लगता है आप इसी के काबिल थे और ये इमाम भी। आप सभी एक ही थाली के चटे-भट्टे हैं और सब नफरत फैलते हैं।”
Like you were kicked out from Harvard ? You deserved it and I am sure so do these Imams . You all are the birds of the same feathers . You all spread wings to spread hate .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 14, 2020
इस ट्वीट के बाद स्वामी कुछ जवाब देते उससे पहले ही स्वामी को चाहने वालों ने जावेद अख्तर को ट्रोल करने लगे और खूब मजे लिए। एक ट्विटर यूजर ने लिखा ‘आपकी क्यों सुलगी जावेद साहब? स्वामी तो बस एक न्यूज़ रिपोर्ट शेयर कर रहे थे। आप तो एथिस्ट हो न’?
Aapki kyuni sulagi Akhtar sahib? Dr. Swamy is just sharing a news report, why are you so upset?
Aap to "atheist" ho na?
— Sankrant Sanu सानु संक्रान्त ਸੰਕ੍ਰਾਂਤ ਸਾਨੁ (@sankrant) March 14, 2020
हालांकि, स्वामी ने जावेद के ट्वीट पर तो रिप्लाइ नहीं दिया लेकिन कुछ घंटों के बाद जावेद अख्तर के ट्वीट पर अलग से एक ट्वीट किया। इस ट्वीट से स्वामी ने जावेद अख्तर के इतिहास की पोल खोल कर रख दी। खुद को एथिस्ट मानने वाले जावेद अख्तर की पोलिटिकल हिपोक्रेसी सभी को पता है लेकिन स्वामी ने उनके जेट एयरवेज़ के साथ सम्बन्धों को भी सबसे सामने रख दिया।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा। क्या मेरे पास जेट एयरवेज में डी गैंग के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले किसी व्यक्ति को जवाब देने का कोई कारण है? आखिर किस योग्यता पर उन्हें जेट के बोर्ड में जगह मिली थी? Jet – Etihad deal पर मेरी चल रही SC में PIL के समापन की प्रतीक्षा कीजिये।
Is there any reason for me to reply to someone who represented D gang’s interests in Jet Airways and oversaw its collapse? With what qualification did he get on Jet’s Board ? Wait for conclusion of my ongoing PIL on Jet – Etihad deal in WP No. 888 of 2013 in SC
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 14, 2020
बता दें कि इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने जावेद अख्तर के जेट एयरवेज के बोर्ड में शामिल होने का मुद्दा ट्विटर पर उठाया था और 2013 में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी।” उस दौरान स्वामी ने ट्वीट किया था कि “जेट एयरवेज के निदेशक मंडल में जावेद अख्तर जैसा कम्युनिस्ट क्या कर रहा है? – finance के लिए कविता पढ़ रहे हैं?”
What is a Communist like Javed Akhtar doing on the Board of Directors of Jet Airways–reading out poetry for finance?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 1, 2013
इससे पहले अप्रैल 2013 में, जावेद अख्तर और सुब्रमण्यम स्वामी के बीच ट्विटर पर लंबी लड़ाई हुई थी, जिसे स्वामी ने यह कहते हुए समाप्त किया था कि, “भारत का मुसलमान एक हिंदुस्तानी हो सकता है या फिर एक जेहादी। A moderate Muslim is oxymoron like boiled ice cream”.
@Javedakhtarjadu : A Muslim of India can be a Hindustani or a Jehadi. A moderate Muslim is oxymoron like boiled ice cream
— Subramanian Swamy (@Swamy39) April 18, 2013
बता दें कि जावेद अख्तर 22 मार्च 2010 से 21 मार्च2016 से राज्यसभा के मनोनीत सदस्य थे और इस कार्यकाल के दौरान वो जेट एयरवेज के बोर्ड में भी थे, जो 17 अप्रैल 2019 को दिवालियापन के कारण बंद हो गया था। अगर जावेद अख्तर जैसे व्यक्ति को, जो पूंजीवाद के खिलाफ है, बोर्ड में शामिल किया जाता है, तो जेट एयरवेज की तरह किसी भी कंपनी का दिवालिया होना तय है।
स्वामी से पंगा लेने का मतलब है अपनी ही भद्द पिटवाना और जावेद अख्तर के साथ हुआ है। सुब्रमण्यम स्वामी के बारे में एक बात सभी को पता है और वह है ‘I give as good as I get’.