हाल ही में गैलप इंटरनेशनल एसोसियेशन द्वारा कराए एक स्नैप पोल ने ये सिद्ध किया कि कैसे पीएम मोदी के प्रति जनता का प्यार अभी भी बरकरार है, और वुहान वायरस की महामारी के दौरान ये विश्वास और अटूट हुआ है। इस पोल के अनुसार 91 प्रतिशत भारतीयों ने बताया है को उन्हें पीएम मोदी के वुहान वायरस से निपटने के तरीकों पर पूरा भरोसा है।
मार्च के मध्य में कराए गए पोल के बाद यह दूसरा पोल है। इसका मतलब स्पष्ट है कि जनता का मोदी सरकार में विश्वास काफी हद तक बढ़ा है।
यह विश्लेषण 28 देशों में किया गया था, जहां भारतीयों में लगभग सभी लोग इस बात से सहमत हैं कि लॉक डाउन अत्यंत आवश्यक था। इसके अलावा उन्होंने यह भी जताया है कि वुहान वायरस से निपटने में पीएम मोदी के तौर तरीके बहुत कारगर रहे हैं। तीन चार सौ केस होने पर भी भारत ने राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन की घोषणा कर दी थी, जबकि उस समय अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप बंगलें झांकते हुए दिखाई दिए।
इस सर्वे में ये भी पता चला कि 97 प्रतिशत भारतीय इस बात से सहमत हैं कि लॉक डाउन भारत के लिए अत्यंत आवश्यक था। यह इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि अमेरिका जैसे देश में लॉक डाउन के विरुद्ध कई जगह प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं।
जिसने भी वुहान वायरस की सभी गतिविधियों पर ध्यान दिया हो, वह अवश्य जानता है कि ताइवान और भारत उन चंद देशों में शामिल थे, जो इस महामारी के फैलते ही उस पर अपनी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने में लगे हुए थे। 31 जनवरी तक पहला केस आते ही सरकार ने चीन को जाने वाली सभी एयरलाइंस पर रोक लगा दी थी। 4 फरवरी तक भारत ने सभी चीनी नागरिकों के लिए ई वीजा रोक दिया था।
अपने सक्रियता पर काम करते हुए केंद्र सरकार ने पहले 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया, और उसके पश्चात 21 दिनों का राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन लगाया। शायद इसलिए दुनिया के बड़े बड़े देशों के मुकाबले भारत के कुल मामले अभी भी बहुत कम है।
उधर दूसरी ओर जिस सिंगापुर मॉडल की बड़ी तारीफ हो रही थी, उसे भी अब मुंह की खानी पड़ी है। एक सर्वे के अनुसार 75 प्रतिशत लोगों को इस बात पर पूर्ण विश्वास है कि सबसे बुरा समय अब धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है और भारत जल्द ही इस महामारी से उबर जाएगा।
इतना ही नहीं , इस सर्वे से ये भी साफ हुआ है कि आम जनमानस में तब्लीगी जमात के कारनामों को लेकर कोई गलतफहमी नहीं है। 66 प्रतिशत लोगों का मानना है कि एक विशेष समुदाय जान बूझकर ये बीमारी फैला रही है।
सच कहें तो गैलप इंटरनेशनल द्वारा संचालित इस पोल ने फिर से एक बात स्पष्ट कर दी है कि मोदी सरकार ने वुहान वायरस से निपटने हेतु जो भी कदम उठाए हैं, वह ना सिर्फ सार्थक हैं, अपितु प्रशंसनीय है। आशा करते हैं कि इनकी मेहनत रंग लाए, और भारत इस महामारी से शीघ्र अतिशीघ्र मुक्त हों।