मास्क की भयंकर कमी, वेंटिलेटर खत्म, 3 लाख से ज़्यादा कोरोना के मामले और हर दिन हजारों की संख्या में मर रहे लोग, अमेरिका में कोरोना अब पूरी तरह बेकाबू हो चुका है और ऐसा लगता है कि ट्रम्प ने जिस तरह शुरुआत में कोरोना को कम आंकने की कोशिश की, उसी का खामियाजा अब अमेरिकावासी भुगतने को मजबूर हो रहे हैं।
शुरुआत में ट्रम्प ने जोर देकर कहा था कि अमेरिका को कोरोना से डरने की कोई ज़रूरत नहीं है और चीन से निकला यह वायरस अमेरिका तक कभी पहुंच ही नहीं पाएगा, लेकिन आज जो कुछ अमेरिका में हो रहा है, वह शायद ट्रम्प ने भी कभी नहीं सोचा होगा। आज हालत इतने बेकाबू हो चुके हैं कि ट्रम्प चाहकर भी कुछ कर नहीं पा रहे हैं।
ट्रम्प ने पूरे देश में अभी भी लॉकडाउन नहीं किया है। ट्रम्प अभी भी अपनी घरेलू फ्लाइट्स को बंद करने का सोच रहे हैं, जबकि पूरी दुनिया ऐसा कब का कर चुकी है। अमेरिका में जब राष्ट्रपति ट्रम्प से पूछा गया कि क्या वे भी देश में लॉकडाउन के पक्ष में हैं, तो ट्रम्प ने साफ कहा “किसी बीमारी का इलाज़ उस बीमारी से भी खतरनाक नहीं हो सकता”। अमेरिका में सभी हेल्थ एक्सपर्ट्स इसी बात की चिंता में हैं कि ट्रम्प आखिर देश में लॉकडाउन घोषित क्यों नहीं कर रहे हैं?
अमेरिका में National Institute of Allergy and Infectious Diseases के अध्यक्ष डॉ एंथनी फोसी इसी बात को लेकर अचंभित हैं कि ट्रम्प लॉकडाउन से इतना भाग क्यों रहे हैं। हाल ही के बयान में फोसी ने कहा–
“मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर अब तक देश में लॉकडाउन क्यों नहीं किया गया। मुझे इससे कोई लेना देना नहीं कि सरकार क्या सोच रही है, लेकिन अभी तक हमारे देश को ऐसा कर देना चाहिए था”।
ट्रम्प एक बिजनेसमैन है और शायद इसी कारण से वे बार-बार ऐसे बयान दे रहे हैं ताकि देश में व्यापारिक वातावरण अच्छा बना रहे। उदाहरण के लिए कल ही उन्होंने एक बेहद गैर-जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा कि वे चाहते हैं जल्द ही खेल दोबारा शुरू हो जाएं। इससे पहले वे देश में सभी कंपनियों को जल्द ही दोबारा सही से काम करने को लेकर भी इच्छा जता चुके हैं। वे जैसे भी करके बाज़ार को शांत करना चाहते हैं लेकिन इस जद्दोजहद में अमेरिका के लोग अपनी जान गंवाते जा रहे हैं।
आज ट्रम्प प्रशासन कोरोना के सामने हथियार ड़ाल चुका है। हाल ही में ट्रम्प प्रशासन ने कहा था कि कोरोना से अमेरिका में दो से ढाई लाख मौत हो सकती हैं और आने वाले दो सप्ताह अमेरिका के लिए बहुत पीड़ादायक साबित हो सकते हैं। इसके बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप लॉकडाउन को लेकर कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं। ट्रम्प ने लॉकडाउन का फैसला राज्यों पर छोड़ दिया है, जिसके कारण कुछ जगहों पर तो लॉकडाउन हो चुका है, लेकिन ज़्यादातर रिपब्लिकन स्टेट्स में अभी लॉकडाउन नहीं किया गया है।
जिस तरह से अमेरिका कोरोना के खिलाफ लड़ाई हारता दिखाई दे रहा है, उससे इस बात के अनुमान भी काफी बढ़ गए हैं कि ट्रम्प अगले राष्ट्रपति चुनावों में हार का मुंह देख सकते हैं। ट्रम्प इससे पहले अच्छा प्रदर्शन कर रही अर्थव्यवस्था के बल पर अपनी जीत दर्ज करने को लेकर काफी उत्साहित थे, लेकिन अब उनका यह उत्साह निराशा में बदल गया होगा क्योंकि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में अमेरिका उनके नेतृत्व में घुटने टेक चुका है।